तेज तर्रार युवा आईएस महेंद्र सिंह तंवर गाजियाबाद और गोरखपुर में अपने कार्यों से खूब चर्चा में आए, जिनकी शासन स्तर पर प्रशंसा की गई। नवनियुक्त जिलाधिकारी महेंद्र सिंह तंवर ने सोमवार को कलेक्ट्रेट के कोषागार में कार्यभार ग्रहण करते हुए कहा कि सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन में लापरवाही किसी भी दशा में बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
संतकबीरनगर। शासन की मंशा के अनुरूप सरकार की जन कल्याणकारी योजनाओं को अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाना ही प्रथम प्राथमिकता होगी। आम जनता की समस्याओं को सुनना और उसका समयबद्ध एवं गुणवत्तापूर्ण तरीके से निस्तारण के लिए पारदर्शिता के साथ कार्य किया जाएगा। उक्त बातें नवनियुक्त जिलाधिकारी महेंद्र सिंह तंवर ने सोमवार को कलेक्ट्रेट के कोषागार में कार्यभार ग्रहण करते हुए कहीं। प्रशासन शासन के दिशा-निर्देश का अनुपालन कराने को प्रतिबद्ध है। सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन में लापरवाही किसी भी दशा में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। कोशिश हो कि निर्धारित समयावधि से अधिक समय, दफ्तर में ही बीते। महिलाओं के उत्थान को लेकर शासन गंभीर है, ऐसे में अपने दायित्वों को लेकर जिम्मेदार पूरी सजगता बरती जाएगी। सरकार की योजनाओं का लाभ अधिक से अधिक आमजन को मिले इस पर काम किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि सरकार की फ्लैक्सिबल योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाया जाएगा साथ ही उनका लाभ पहुंचाया जाएगा। यह जिला मेरे लिया नया जरुर है लेकिन सभी लोगों से मिलजुल विकास योजनाओं को आगे बढ़ाया जाएगा। उन्होंने कहा कि वे जनपद के पिछड़े से पिछड़े व्यक्ति की बात सुनकर काम करना पसंद करेंगे। महेंद्र सिंह तंवर 2015 बैच के आईएएस अधिकारी हैं। वे मूल रूप से हरियाणा के रोहतक जिले के निवासी हैं। गांव से ही इंटरमीडिएट की पढ़ाई पूरी कीष इसके बाद बी-टेक करने के बाद उन्होंने दो वर्षों तक नोएडा स्थित निजी सेक्टर में कार्य किया है। जॉब छोड़कर फिर दिल्ली से सिविल सर्विस की तैयारी शुरू की। इसी दौरान 2012 में मिनिस्टरी ऑफ डिफेंस में ज्वाइनिंग हो गई। नौकरी के साथ ही उन्होने यूपीएससी की तैयारी भी जारी रखी।
शायरी व कविताएं लिखने का है शौक
शायरी व कविताएं लिखने का शौक रखते हैं। महेंद्र सिंह तंवर इसके पहले गोरखपुर विकास प्राधिकरण उपाध्यक्ष के रूप में कार्यरत थे। वह पूर्व में गाजियाबाद नगर निगम में नगर आयुक्त के रूप में तैनात रहे। बहराइच और एटा में जॉइंट मजिस्ट्रेट के रूप में सेवाएं दे चुके हैं। शाहजहांपुर में उन्होंने मुख्य विकास अधिकारी के रूप में जिम्मेदारी निभाई है। उन्होंने कहा कि शासन की योजनाएं पारदर्शी तरीके से पात्रों तक पहुंचे। पीडि़तों को न्याय मिले, कार्य के प्रति अधिकारियों और कर्मचारियों की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। भ्रष्टाचार पर रोक लगे और फरियादियों की समस्याएं सुनी जाए। इस पर उनका विशेष जोर होगा।
तेज तर्रार युवा आईएस महेंद्र सिंह तंवर गाजियाबाद और गोरखपुर में अपने कार्यों से खूब चर्चा में आए, जिनकी शासन स्तर पर प्रशंसा की गई। कोरोना संकट की दूसरी लहर में जब गाजियाबाद में ऑक्सीजन को लेकर त्राहिमाम मचा हुआ था। उस समय महेंद्र सिंह तंवर द्वारा बनाए गए ऑक्सीजन ऑडिट फार्मूले से न सिर्फ गाजियाबाद बल्कि पूरे प्रदेश में हजारों लोगों की जान बची। रियल टाइम ऑक्सीजन ऑडिट से प्रदेश के सभी हॉस्पिटल में ऑक्सीजन की किल्लत दूर हुई और संकट से निपटने में बड़ी मदद मिली। गोरखपुर विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष के रूप में भी महेंद्र सिंह तंवर का शानदार कार्यकाल रहा है। 1 वर्ष के उपाध्यक्ष के कार्यकाल में जीडीए की व्यवस्था सुधारने के साथ लोगों को आवास उपलब्ध कराने और प्राधिकरण की व्यवस्था को पारदर्शी बनाने को लेकर उन्होंने खास काम किया। महेंद्र सिंह तंवर के कार्यों की गूंज शासन तक पहुंची। उनके कार्यों को देखकर खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने ड्रीम प्रोजेक्ट को पूरा करने के लिए गोरखपुर विकास प्राधिकरण का उपाध्यक्ष बनाया। गोरखपुर विकास प्राधिकरण में चार्ज संभालते ही गोरखपुर विकास प्राधिकरण के विकास को जहां उन्होंने नई उड़ान दी। वहां की व्यवस्थाओं में सुधार किया। जिससे प्राधिकरण में आने वाली सभी समस्याओं का कम समय में निस्तारण हो सकें।.