कानपुर उपद्रव : पीएफआई लिंक की जांच, साजिशकर्ता जफर हाशमी गिरफ्तार

लखनऊ। कानपुर में शनिवार को हालात शांतिपूर्ण रहे। पुलिस-पीएसी एवं रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ) की टीमों ने गश्त कर माहौल पर नजर रख रखी है। उपद्रवियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीमें निरंतर छापामार कार्रवाई कर रही है। इस बीच कानपुर उपद्रव के पीछे बदनाम संगठन पापुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) का हाथ होने की संभावना जाहिर की जा रही है। जांच एजेंसियों ने इस प्रकरण में पीएफआई के लिंक ढूंढने शुरू कर दिए हैं। उपद्रव कराने का मास्टर माइंड हयात जफर हाशमी भी पुलिस के हत्थे चढ़ गया है।

योगी सरकार ने साफ कर दिया है कि उपद्रवियों को कतई बख्शा नहीं जाएगा। आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के आदेश दे दिए गए हैं।कानपुर में शुक्रवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहुंचे थे। इस दौरान दिनभर उपद्रव देखने को मिला था। गृह विभाग तथा पुलिस को मिले इनपुट में उपद्रव में पीएफआई का लिंक होने की संभावना से इंकार नहीं किया गया है। ऐसे में पीएफआई के कनेक्शन की जांच आरंभ कर दी गई है। पुलिस ने कानपुर के नई सड़क क्षेत्र में उपद्रव करने पर 55 व्यक्तियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। इसके अलावा सैकड़ों की संख्या में अज्ञात व्यक्तियों के विषय में जानकारी जुटाई जा रही है।

अब तक 35 से ज्यादा उपद्रवियों की गिरफ्तारी की गई है। शुक्रवार की रात पुलिस-पीएसी एवं रैपिड एक्शन फोर्स की टीमों ने मोर्चा संभाले रखा। पुलिस का कहना है कि एमएमए जौहर फैंस एसोसिएशन के अध्यक्ष हयात जफर हाशमी सहित कुछ लोकल नेताओं ने कानपुर में शुक्रवार को बंद का आह्वान किया था। उपद्रव में 3-3 एफआईआर दर्ज की गई है। मुख्य आरोपी हयात जफर हाशमी को गिरफ्तार कर लिया गया है। हाशमी पहले भी माहौल को खराब करने का काम कर चुका है। वह राशन कोटे की दुकान का संचालन भी करता है। वह इंटरनेट मीडिया पर भी काफी सक्रिय रहता है।