मोदी थ्रेड के पूर्व श्रमिक नेता के खिलाफ करोड़ों का फर्जीवाड़ा करने के आरोप में रिपोर्ट दर्ज

एसडीएम व तहसीलदार के फर्जी हस्ताक्षकर करीब दस करोड़ के भुगतान के लिए उप श्रमायुक्त को पत्र भेजा

श्रम विभाग की जांच मेंं पत्र फर्जी पाया गया

उदय भूमि
मोदीनगर। मोदी थ्रेड (वर्तमान में दशकों से बंद टेलीफाईबर) के पूर्व श्रमिक नेता इंद्रपाल सिंह पुत्र रणधीर सिंह व कुछ अन्य लोगों के खिलाफ श्रमिकों की करीब दस करोड़ की रिकवरी के मामले में उप श्रमायुक्त विभाग द्वारा कोतवली में रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। श्रम विभाग की जांच में तहसील प्रशासन से जारी दिखाए गए पत्रांक पर उपजिलाधिकारी व तहसीलदार के हस्ताक्षर फर्जी पाए गए। उपश्रमायुक्त द्वारा दर्ज कराई गई रिपोर्ट में बताया गया है कि गत 28 सितंबर को उक्त नेता द्वारा मिल से संबंधित श्रमिकों के करीब दस करोड़ रुपये बकाया भुगतान संबंधी एक रिकवरी पत्र श्रमायुक्त विभाग को प्राप्त कराया गया। उपश्रमायुक्त विभाग को पत्र पर तहसीलदार व उपजिलाधिकारी मोदीनगर के हस्ताक्षर भर्जी होने की शंका होने पर उन्होंने जांच कराई तो पता चला कि पत्र पूरी तरह से फर्जी है और उस पर उक्त अधिकारियों के हस्ताक्षर भी फर्जी पाए गए। इतना ही नहीं डाक विभाग के रजिस्ट्रर में भी उक्त पत्र का लेखाजोखा नहीं पाया गया। इसके चलते उप श्रमायुक्त विभाग ने पाया है कि उक्त श्रमिक नेता इंद्रपाल सिंह पर फर्जी हस्ताक्षर व फर्जी पत्राकं डालकर श्रम विभाग गाजियाबाद से अवैध तरीके से भुगतान प्राप्त करने की कुचेष्टा की है। श्रम विभाग का कहना है कि उक्त कृत्य में अन्य लोग भी सम्मिलित प्रतीत हो रहे हैं। उन सभी लोगों के खिलाफ सुसंगत धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कराई गई है।