अखिल भारतवर्षीय ब्राह्मण महासभा दिल्ली प्रदेश की बैठक, संतराम शर्मा बने दिल्ली प्रदेश उपाध्यक्ष

-ब्राह्मण समाज के लोगों को एकजुट रहने का दिया संदेश

नई दिल्ली। ब्राह्मण समाज के हितों को लेकर रविवार को अखिल भारतवर्षीय ब्राह्मण महासभा दिल्ली प्रदेश की पैलेस ग्रैंड उत्सव सेक्टर-3 रोहिणी में बैठक का आयोजन किया गया। बैठक की अध्यक्षता प्रदेश अध्यक्ष देवदत्त शर्मा ने की। मुख्य अतिथि ब्राह्मण महासभा के वरिष्ठ उपाध्यक्ष पंडित जेके गौड़ एवं विशिष्ट अतिथि महिला प्रकोष्ठ की अध्यक्ष दिग्विजय दीक्षित, राष्ट्रीय महामंत्री हरिओम शर्मा, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ओम प्रकाश शर्मा, राष्ट्रीय महामंत्री संगठन आचार्य विशन कौशिक, ब्राह्मण सेवक पंडित तरुण मिश्रा उपस्थित रहे। बैठक में संतराम शर्मा को महासभा के दिल्ली प्रदेश उपाध्यक्ष पद का दायित्व दिया गया।

आचार्य कौशिक ने संगठन की मजबूती पर बल देते हुए कहा कि आज आवश्यकता इस बात की है कि हम अपने बच्चों को संस्कारित कैसे कर सकें, वहीं शिक्षा पद्धति में सुधार की आवश्यकता है। पौराणिक शिक्षण को आधुनिक शिक्षण के साथ जोड़कर नया पादयक्रम बनाया जाए। मुख्य अतिथि वरिष्ठ उपाध्यक्ष पंडित जेके गौड़ ने कहा ब्राह्मण समाज के लोगों को एकजुटता के साथ ही अपने बच्चों की शिक्षा पर विशेष ध्यान देना चाहिए। भले ही पैसा कम हो लेकिन जितना हो सके उसे बच्चों की पढ़ाई पर खर्च करें। शिक्षा विकास के रास्ते खोलती है। उन्होंने कहा शिक्षा को तरक्की की कुंजी कहा गया है। यह ऐसा धन है जिसे कोई चुरा नहीं सकता है। विद्या तो खर्च करने से बढ़ती है। अर्थात यह खजाना ऐसा है जिसको खर्च करते रहने से अपने आप वृद्धि होती जाती है। इस बात को समाज के लोग आत्मसात कर बच्चों को शिक्षित करने का कार्य करें।

राष्ट्रीय महामंत्री ने कहा कि आज ब्राह्मण को ब्राह्मण का सहयोग करना चाहिए। चाहे किसी भी स्तर पर हो। महिला प्रकोष्ठ अध्यक्ष दिग्विजय दीक्षित ने कहा कि महिलाओं की भागीदारी महासभा के कार्यों में अधिक से अधिक हो यह सुनिश्चित किया जाना चाहिये। वहीं ब्राह्मण सेवक तरुण मिश्रा ने कहा कि मैं देशभर का दौरा निरन्तर करता रहता हूं और ब्राह्मणों को एकजुट करने के प्रयास में लगा हूँ। ब्राह्मण समाज का स्वभाव रहा है कि वह हर किसी का सम्मान करता है और सभी को एक साथ लेकर चलता रहा है। आगे भी समाज के लोग आपसी सछ्वाव के साथ हर किसी के साथ खड़े रहेंगे। समाज के लोगों को यह भी सोचना होगा कि आगे कैसे बढ़ा जाए। तरक्की के लिए हर संभव उपाय किए जाएं। यह सब तभी संभव है जब हम एक दूसरे की परेशानियों को समझते हुए एक साथ खड़े होंगे। अंत मे प्रदेश अध्यक्ष के धन्यबाद के साथ वैठक सम्पन्न हुई। कार्यक्रम के अंत में आचार्य ब्रजमोहन शर्मा ने शांति पाठ करवाया। मंच का संचालन डॉ एस कुमार ने किया।