स्वच्छता परीक्षा परिणाम: गाजियाबाद ने फिर दिल्ली को पछाड़ा, एनसीआर में नंबर-1, देश में 19वें स्थान पर हॉट सिटी

10 लाख से अधिक की आबादी वाले बड़े शहरों की टॉप-20 की लिस्ट में उत्तर प्रदेश के चार शहर शामिल

उदय भूमि ब्यूरो
लखनऊ/गाजियाबाद। स्वच्छता सर्वेक्षण-2020 का परीक्षा परिणाम घोषित हो गया है और इस बार भी गाजियाबाद ने शहरवासियों को मायुस नहीं होने दिया। हालांकि यदि पिछले वर्ष के मुकाबले गाजियाबाद 6 स्थान पीछे चला गया है लेकिन पूरे देश में 19वां स्थान हासिल करना शहर के लिए एक बड़ी उपलब्धि है। गाजियाबाद के नाम एक और उपलब्धि दर्ज है कि वह एनसीआर के शहरों में एक बार फिर नंबर-1 बना है। यानी गाजियाबाद ने एक बार फिर से दिल्ली को मात दी है। गाजियाबाद के साथ-साथ इस बार उत्तर प्रदेश के लिए भी स्वच्छता रैंकिंग परिणाम काफी उत्साहित करने वाला है। देश भर के बड़े शहरों के टॉप-20 की सूची में प्रदेश के चार शहर शामिल हैं जबकि टॉप-30 की सूची में उत्तर प्रदेश के शहरों की संख्या आधा दर्जन है। पूर्व में हुए स्वच्छता सर्वेक्षण के मुकाबले 2020 का सर्वेक्षण बेहद अलग ढ़ंग से हुआ और यह काफी कठिन भी था। पूर्व के वर्षों में जहां डाक्यूमेंटशन पर अधिक जोर रहा था वहीं इस बार गोपनीय सर्वे और भौतिक सत्यापन के जरिये अंक दिये गये और शहरों के रैंकिंग की गणना हुई। इस मायने से यह रैंकिंग ना सिर्फ गाजियाबाद बल्कि उत्तर प्रदेश के लिए भी उत्साह बढ़ाने वाला है। गाजियाबाद का परिणाम इसलिए भी काफी अच्छा कहा जा सकता है क्योंकि 15 लाख से अधिक की आबादी वाले इस शहर में कोई डंपिंग ग्राउंड नहीं है। कूड़े का निस्तारण गाजियाबाद नगर निगम के लिए गंभीर चुनौती है। इसके बावजूद हॉट सिटी गाजियाबाद ने देश भर के शहरों की सूची में टॉप शहरों में स्थान हासिल किया है।
बृहस्पतिवार को केंद्रीय आवासन एवं शहरी कार्य मंत्रालय के मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने सर्वेक्षण का रिजल्ट घोषित किया। लीग फॉरमेट में स्वच्छ सर्वेक्षण-2020 कराया। जो कि पिछले चार सर्वेक्षण से बिल्कुल अलग था। सेवा स्तर, प्रमाणीकरण, नागरिक प्रतिक्रिया और प्रत्यक्ष अवलोक के आधार पर शहर की स्वच्छता को परखा गया। दिल्ली-एनसीआर में 10 लाख से आबादी वाले शहरों की बात करें तो गाजियाबाद ने ना सिर्फ फरीदाबाद, गुड़गांव को पीछे छोड़ा है बल्कि दिल्ली को भी पछाड़ दिया है। पूर्वी दिल्ली, दक्षिण दिल्ली और साउथ दिल्ली स्वच्छता के मामले में गाजियाबाद से काफी पीछे हैं। एनसीआर में लुटियन दिल्ली और नोएडा ने 1 से 10 लाख के बीच आबादी वाले शहरों की सूची में बेहतर प्रदर्शन किया है। इस कैटेगरी में नई दिल्ली तीसरे और नोएडा 25वें स्थान पर है। मध्यम कैटेगरी के इन शहरों की टॉप-30 की सूची में उत्तर प्रदेश के दो शहर नोएडा, झाँसी और अलीगढ़ शामिल हैं।झाँसी को 27वां और अलीगढ़ को 30वां स्थान मिला है।
गाजियाबाद शहर को स्वच्छता सर्वेक्षण के कुल 6000 अंकों में से 4283.26 अंक मिले। उत्तर प्रदेश मेंं पहले और देश भर में 12वां स्थान हासिल करने वाले लखनऊ शहर को 4791.51, देश भर में 16वां स्थान हासिल करने वाले आगरा को 4391.51, 20वें स्थान पर काबिज प्रयागराज को 4141.47, 25वें स्थान पर मौजूद कानपुर को 3738.88 और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय शहर वाराणसी को 27वां स्थान मिला है। वाराणसी को 3684.20 अंक मिले। एनसीआर शहरों की बात करें तो दक्षिण दिल्ली को देश भर में 31वीं, फरीदाबार को 38वीं, उत्तरी दिल्ली 43वें और पूर्वी दिल्ली को 46वां स्थान मिला है। स्वच्छ सर्वेक्षण में दक्षिणी दिल्ली को 3422.27, फरीदाबाद को 2646.69, उत्तरी दिल्ली को 2169.25 और पूर्वी दिल्ली को 1962.31 अंक मिले। यह परिणाम बताता है कि एनसीआर के शहरों को गाजियाबाद से स्वच्छता के मामले में सीख लेने की जरूरत है।

कूड़े का निस्तारण न होने के कारण रैंकिंग में पिछड़ा: महापौर
स्वच्छता सर्वेक्षण-2020 में देश मेंं 19वां स्थान और प्रदेश में तीसरा स्थान प्राप्त हुआ। यह परिणाम संतोषजनक नहीं है लेकिन कूड़े के निस्तारण की समस्या के कारण ऐसा हुआ। गाजियाबाद शहर की रैंंकिंग पिछड़ने का सबसे बड़ा कारण एनजीटी के आदेश पर विजयनगर के प्रताप विहार स्थित डंपिंग ग्राउंड को बंद कराने का रहा है। इसकी वजह से शहर में कूड़े का बेहतर तरीके से निस्तारण नहीं हो पाया। इसकी वजह से स्वच्छता सर्वेक्षण-2020 में उच्च स्थान प्राप्त नहीं कर सके। ऐसी अवस्था में हम और आगे नहीं बढ़ रहे हैं। बल्कि कुछ ना कुछ पिछड़ गए। इस मामले में मुख्य सचिव से सहायता लेनी पड़ी। रैंकिंग में भले ही पिछड़ गए। मगर स्वच्छता 24 घंटे सातों दिन होनी चाहिए। इस मामले में म्युनिसिपल कमिश्नरा महेंद्र सिंह तंवर से वार्ता कर खामियों को दूर कराया जाएगा। सर्वेक्षण के समय ही कार्य ना करना पड़े, शहर हमेशा साफ रहे, सुंदर रहे। स्वच्छता सर्वेक्षण-2021 में शहर को निश्चित रूप से बहुत अच्छा कार्य करके दिखाएंगे। ताकि शहर को सुंदर बनाया जा सके और रैंकिंग में अव्वल लाया जा सके।
आशा शर्मा
मेयर
गाजियाबाद

कुछ खट्टा-कुछ मीठा है परिाणाम: म्युनिसिपल कमिश्नर
स्वच्छता सर्वेक्षण-2020 में गाजियाबाद का परिणाम कुछ खट्टा-कुछ मीठा है। गाजियाबाद की रैंकिंग में पिछले वर्ष के मुकाबले भले ही मामूली गिरावट आई है। लेकिन दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में शहर स्वच्छता के मामले में अव्वल रहा है। यह गाजियाबाद शहर के लिए गर्व की बात है। शहर को स्वच्छ और सुंदर बनाने के लिए अब प्लानिंग के तहत बेहतर तरीके से की जाएगी। उन सभी बिंदुओं पर मंथन किया जाएगा जिस कारण शहर की रैंकिंग कम हुई है। विश्लेषण करके कमियों को दूर किया जाएगा। शहर को स्वच्छ बनाने का अभियान जारी रहेगा। इस तरह से काम किया जाएगा जिससे कि अगले वर्ष गाजियाबाद प्रदेश के साथ-साथ देश में नंबर-1 की रेस में शामिल रहे।
महेंद्र सिंह तंवर
म्युनिसिपल कमिश्नर
गाजियाबाद