सामाजिक मानसिकता में बदलाव से ही सम्भव है स्वच्छ भारत: प्रो विनोद कुमार चौधरी

-मिथिलांचल के प्रतिनिधियों ने पद्म विभूषण डॉक्टर बिंदेश्वर पाठक का किया अभिनदंन

नई दिल्ली। जब तक समाज स्वच्छ नहीं होगा देश कैसे स्वच्छ होगा। देश को स्वच्छ रखने के लिए लोगों में जागरुकता बेहद जरुरी है। जब तक हम खुद से जागरुक नही बनेंगे तब तक स्वच्छता अभियान कभी सार्थक नही हो सकता है। जरुरी है, लोगों को अपना नजरिया बदलने की। उक्त बातें सोमवार को नई दिल्ली के अंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर में आयोजित चार दिवसीय नेशनल काफ्रेंस ऑन सोशलॉजी ऑफ सैनिटेशन को संबोधित करते हुए पूर्व विधान पार्षद प्रो विनोद कुमार चौधरी ने कहीं। उन्होनें स्वच्छता के समाजशास्त्र के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वच्छ भारत अभियान को सफल बनाने में सुलभ इंटरनेशनल द्वारा कार्य किए जा रहे है। शहर से लेकर गांवों में भी शौचालय का निर्माण किया जा रहा है। जिसका उद्देश्य स्वच्छ भारत मिशन अभियान को सफल बनाना है।

स्वच्छता को लेकर लोगों को जागरुक होने की आवश्यकता है। सुलभ के संस्थापक पद्म विभूषण डॉक्टर बिंदेश्वर पाठक के अभियान एवं उनके योगदान को महत्वपूर्ण माना गया। नई दिल्ली के अंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर में आयोजित चार दिवसीय इस कॉन्फ्रेंस में मिथिलांचल से आए हुए प्रतिनिधियों ने डॉ चौधरी के नेतृत्व में पद्म विभूषण डॉक्टर बिंदेश्वर पाठक का पाग चादर एवं सिक्की युक्त पेंटिंग से अभिनंदन किया। प्रो संजीव कुमार झा झंझारपुर की ओर से यह सिक्की पेंटिंग लाया गया था। डॉ पाठक ने अपने संबोधन में मिथिलांचल में सोशियोलॉजी ऑफ सैनिटेशन की पढ़ाई शुरू किए जाने की चर्चा की तथा इसके लिए तत्कालीन कुलपति प्रोफेसर साकेत कुशवाहा एवं प्रोफेसर विनोद कुमार चौधरी का अभिनंदन किया।