केंद्रीय गृह राज्य मंत्री ने बंगाल चुनाव को लेकर कही बड़ी बात

उदय भूमि से EXCLUSIVE INTERVIEW में नित्यानंद राय ने ममता सरकार को भ्रष्टाचार और नरेंद्र मोदी को विकास का प्रतीक बताया

केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय कम बात और अधिक काम में विश्वास रखते हैं। केंद्रीय मंत्री के रूप में सरकार के कामकाज को लेकर जितना समर्पित हैं उतनी ही तत्परता पार्टी के कामकाज को लेकर भी दिखाते हैं। मोदी सरकार के कर्मवीर योद्धा के रूप में पहचान बनाने वाले नित्यानंद राय खुद को भाजपा का सिपाही मानते हैं और पार्टी के समर्पित कार्यकर्ता की तरह पश्चिम बंगाल में पार्टी के लिए काम कर रहे हैं। दिल्ली में मंत्रालय का कामकाज करने के साथ ही पश्चिम बंगाल में प्रवास करने पहुंच जाते हैं। पश्चिम बंगाल प्रवास के दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ रहते हैं। वहीं पर रात्रि विश्राम करते हैं। कभी भाजपा कार्यकर्ता की झोपड़ी जाकर उनके यहां भोजन करते हैं तो कभी मंडल एवं बूथ लेवल के कार्यकर्ताओं के साथ बैठकर चुनावी तैयारी को लेकर संवाद करते हैं। केंद्रीय मंत्री बूथ लेवल के कार्यकतार्ओं के साथ वन टू वन संवाद करते हैं। नित्यानंद राय मीडिया की लाइमलाइट से दूर रहते हैं। उदय भूमि के विशेष आग्रह पर वह इंटरव्यू के लिए राजी हुए। पश्चिम बंगाल चुनाव को लेकर बंगाली मानुष का मिजाज जानने और चुनाव की स्पेशल कवरेज करने कोलकता पहुंचे उदय भूमि के ब्यूरो चीफ विजय मिश्र ने केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय के साथ विस्तृत बातचीत की। पेश हैं बातचीत के मुख्य अंश:

सवाल : पश्चिम बंगाल चुनाव में इस बार क्या होगा ?
जवाब : पोरिवर्तन। बंगाल की जनता मुस्लिम तुष्टीकरण, हिंदुओं पर अत्याचार और भ्रष्टाचार के आकंठ में डूबी ममता बनर्जी सरकार से ऊब चुकी है। अब बस चंद दिनों की बात है। जनता अपने वोट से हिंदू विरोधी सरकार को उखाड़ फेंकेगी। भाजपा की सरकार बनेगी और ठप पड़े विकास कार्यों को गति मिलेगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पश्चिम बंगाल को फिर से ‘सोनार बांग्ला’ का वैभव वापस दिलाया जाएगा।

सवाल : भाजपा बंगाल चुनाव विकास के मुद्दे पर लड़ रही है या फिर हिंदुत्व के मुद्दे पर ?
जवाब : भाजपा ने कभी तुष्टीकरण की राजनीति नहीं की है। मुस्लिम परस्त और हिंदू विरोधी राजनीतिक पार्टियों ने जिस तरह से देश में हिंदुओं को दबाने का काम किया है, भाजपा उसे कभी बर्दाश्त नहीं करेगी। ममता बनर्जी को जय श्रीराम के नाम से चिढ़ है। दुर्गा पूजा के लिए पश्चिम बंगाल के हिंदुओं को हाईकोर्ट जाना पड़ता है। ममता सरकार द्वारा दुर्गा पूजा और सरस्वती पूजा विर्सजन पर रोक लगाई जाती है। यह बर्दाश्त नहीं होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश में जो विकास हुआ है, उसी तरह का विकास पश्चिम बंगाल में होगा। पश्चिम बंगाल संस्कृति और आर्थिक रूप से कभी देश का सबसे समृद्ध राज्य होता था, लेकिन पिछले 10 वर्षों में ममता सरकार राज्य को बीमारू श्रेणी में ला दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी फिर से बंगाली मानुष को वही पुराना गौरव लौटा कर देंगे।

सवाल : क्या पश्चिम बंगाल चुनाव ममता बनर्जी बनाम नरेंद्र मोदी है ?
जवाब : पश्चिम बंगाल का चुनाव भ्रष्टाचार बनाम विकास का है। तृष्टीकरण बनाम समग्र विकास है। भ्रष्टाचार बनाम सुशासन है। भतीजा बनाम आम मानुष का है। कट मनी बनाम जनहित का है। माफिया गुंडा बनाम बंगाली मानुष है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से ममता बनर्जी की कोई तुलना नहीं है। मोदी विकास के प्रतीक हैं और ममता सरकार भ्रष्टाचार का प्रतीक। जिस तरह जिस तरह गंगा को सागर तक लाने का पुण्य कार्य भगीरथ ने किया था, उसी तरह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विकास की बयार को बंगाल तक लेकर आएंगे। विकास को रोककर, झूठ बोलकर केंद्र की योजनाओं का झूठा श्रेय लेने वाली ममता बनर्जी को लेकर बंगाल के लोगों में जो गुस्सा है वह आप सभी को मतदान के पहले फेज में ही दिख जाएगा।

सवाल : ममता बनर्जी ने क्या झूठ बोला है ?
जवाब : ममता ने बंगाल के लोगों के साथ झूठ बोला। केंद्र सरकार की कई महत्वपूर्ण योजनाओं के लाभ से पश्चिम बंगाल को वंचित रखा। इतना ही नहीं केंद्र की जो योजनाएं जो पश्चिम बंगाल में लागू हुईं, उसका झूठा श्रेय लेने में ममता बनर्जी लगी हुई हैं। केंद्र सरकार की योजनाओं पर दीदी अपना नेम प्लेट लगा रही है और लोगों को भ्रमित कर रही हैं। दीदी के भतीजे ने जिस तरह से कट मनी, माफिया और भ्रष्टाचार का साम्राज्य स्थापित किया है, उस साम्राज्य को दीदी का झूठ अब बचा नहीं पाएगा। ममता दीदी ने 5 सालों में केवल केंद्र सरकार की योजनाओं पर ब्रेक लगाने का काम किया है।

सवाल: ममता बनर्जी सरकार पर भ्रष्टाचार को लेकर गंभीर आरोप लग रहे हैं। क्या भाजपा को इसका लाभ मिलेगा?
जवाब: ममता बनर्जी की सरकार में जिस तरह से कट मनी, भ्रष्टाचार और भतीजावाद है। उसका जवाब देने के लिए बंगाल की जनता पूरी तरह तैयार है। पश्चिम बंगाल से तृणमूल का सफाया होगा। गुंडों और भ्रष्टाचारियों को उनके माकूल स्थान पर भेजा जाएगा। भारतीय जनता पार्टी में जो विश्वास पश्चिम बंगाल की जनता दिखा रही है। उससे ममता बनर्जी हताश और परेशान हैं। दीदी को पता चल गया है उनके पैरों से जमीन खिसक चुकी है और ना सिर्फ उनकी पार्टी बल्कि ममता बनर्जी को भी जबरदस्त हार झेलनी होगी।

सवाल :  पश्चिम बंगाल में परिवर्तन की लहर है या सिर्फ चुनावी माहौल ?
जवाब: (मुस्कुराते हुए) इस सवाल का जवाब आप ही बताइये। आप खुद पश्चिम बंगाल में चुनाव कवर कर रहे हैं। आम लोगों के बीच जा रहे हैं। उनसे बातचीज कर रहे हैं। आपने क्या महसूस किया ? बंगाल में जिस तरह से गरीबी बढ़ी है। आम लोगों का शोषण और दमन तृणमूल के गुंडों द्वारा किया जा रहा है। ममता के खिलाफ बोलने वाले और भ्रष्टाचार के विरोध में आवाज उठाने वालों की हत्याएं हो रही हैं। इस सबका खामियाजा ममता बनर्जी को भुगतना पड़ेगा। यह परिवर्तन की लहर का ही असर है कि अब राहुल गांधी की तरह ममता बनर्जी भी मंदिर जाने लगी हैं। लेकिन बंगाल की जनता को ममता की इस ढोंग पर हंसी आ रही है और जनता सबक सिखाएगी। भ्रष्टाचार, तोलाबाजी व तुष्टीकरण की पर्यायवाची है ममता सरकार। 2 मई को इस सरकार की विदाई तय है।

सवाल : ममता सरकार पर राजनैतिक हत्याओं के गंभीर आरोप लगने के बाद भी केंद्र सरकार ने कोई कड़ा कदम क्यों नहीं उठाया ?
जवाब : गुंडों, माफियाओं को पालने वाली पश्चिम बंगाल की ममता सरकार ने राज्य में लोकतंत्र की हत्या की है। सरकार के अपराधीकरण का श्रेय ममता दीदी को जाता है। सभी क्लब तृणमूल के गुंडों और अपराधियों के आश्रयस्थल बने हुए हैं। डेढ़ सौ से अधिक भाजपा कार्यकतार्ओं की हत्या ममता सरकार द्वारा कराई गई है। पश्चिम बंगाल को रक्तरंजित करने का गुनाह ममता बनर्जी ने किया है। ममता को हर एक खून का हिसाब देना पड़ेगा। मतदान में जनता गुंडों और हत्यारों के संरक्षक ममता दीदी को सबक सिखाएगी और चुनाव बाद भाजपा सरकार गुडों और हत्यारों को उनकी औकात बताएगी।

सवाल : आप भाजपा की जीत को लेकर इतना आश्वस्त कैसे हैं ?
जवाब : (गंभीर हुए) मुझे छोड़िये। भाजपा की जीत को लेकर क्या आपके मन में कोई शंका है। जब जनता मन बना लेती है तो फिर उसे कोई नहीं रोक पाता है। जनता ने अपराधियों की सरकार को सबक सिखाने और विकास करने वाली सरकार को नेतृत्व सौंपने का मन बना लिया है। चुनाव बाद तृणमूल का सूपड़ा साफ हो जाएगा। भाजपा 200 से अधिक सीटों पर जीत हासिल करेगी। प्रदेश की जनता के मन में चुनाव परिणाम को लेकर कोई शंका नहीं है।

सवाल : अपराधियों को लेकर लोग भयभीत हैं। लोगों को डराया जा रहा है। तृणमूल को वोट नहीं देने पर अंजाम भुगतने की धमकियां दी जा रही हैं। डर के माहौल में जनता वोट डालने कैसे निकलेगी?
जवाब : पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी ने गुंडाराज स्थापित किया। दीदी के इशारों पर तृणमूल के गुंडे लोगों को डराने की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन आप निश्चिंत रहिये। इस बार बंगाल की जनता अपने वोटों से ममता दीदी को डराएंगे। मतदाताओं को भविष्य की चिंता है। टीएमसी द्वारा बनाये जा रहे भय के वातावरण का मतदाता पर कोई असर नहीं होगा। पूरे देश की तरह पश्चिम बंगाल में भी स्वच्छ मतदान को लेकर जनता तत्पर है। चुनाव आयोग ने सशक्त व्यवस्था खड़ी कर रखी है, जिसमें भय की कोई बात नहीं है।

सवाल : केंद्रीय गृह राज्यमंत्री के रूप में कानून व्यवस्था और सुरक्षा को लेकर आप किस तरह से पश्चिम बंगाल की जनता को आश्वस्त करेंगे?
जवाब : देखिये मैंने पहले भी कहा है चुनाव आयोग ने सशक्त तैयारियां की हैं। मतदान के दौरान चुनाव आयोग भय भुक्त माहौल बनाएगी और चुनाव के बाद भाजपा सरकार पश्चिम बंगाल को गुंडों-अपराधियों से भय मुक्त कराएगी। सुरक्षा व्यवस्था पूरी तरह से चाक चौबंद रहेगी और मतदान के दौरान लोगों को डराने वालों को बख्सा नहीं जाएगा। पश्चिम बंगाल की जनता को मैं यही आश्वस्त करूंगा कि वह निर्भीक होकर मतदान के दिन अपने घरों से निकलें और अपने वोट से अपराधियों की सरकार को उखाड़ फेंके। इतिहास गवाह है जनता के आगे अपराधियों और उनके संरक्षकों को भागना पड़ा है। बंगाल में डर और भय के पुराने दिन खत्म होंगे।

सवाल : दीदी बंगाल की राजनीति की माहिर खिलाड़ी है। ऐसे में उन्हें शिकस्त देने क्या इतना आसान है ?
जवाब : दीदी हिंदुओं की भावनाओं से खेलने वाली खिलाड़ी है। जनता को गुंडों से डराने वाली खिलाड़ी है। भीताजा के लिए भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने वाली खिलाड़ी है। मुस्लिम तुष्टीकरण के लिए हिंदुओं का दमन करने वाली खिलाड़ी है। जनता खिलाड़ी दीदी की नीयत को जान चुकी है। बार-बार जनता को गुमराह नहीं किया जा सकता है। अब जनता के मन में एक ही सवाल है कि दीदी की विदाई कब होगी। इसके लिए वह मतदान करेंगे। दीदी खेला करती हैं लेकिन बंगाल की जनता इस बार उनके साथ खेल करेगी।

सवाल : ममता दीदी ने तो बोल दिया है कि खेला होबे?
जवाब : बंगाल में भाजपा के माहौल को देखकर दीदी डर गई हैं। खेला करने वालों का इस बार खेला होगा। ममता दीदी और उनके भतीजे का खेला जनता सम­ा गई है। खेला करने वालों के साथ जनता जबरदस्त खेला करेगी। भाजपा पश्चिम बंगाल में विकास करेगी और खेला करने वालों का खेला बंद करेगी। जनता दीदी के साथ खेला करके बंगाल में भ्रष्टाचार, माफिया और कट मनी का राज खत्म करेगी।

सवाल : ममता बनर्जी ने पहले भाजपा पर हमला करने का आरोप लगाया और अब खुद को घायल शेर बता रही हैं?
जवाब : ममता बनर्जी खुद कहती हैं कि वह खेला करती हैं। उन्होंने ­ाूठा आरोप लगाने का खेल खेला। लेकिन इसमें भी उनकी कलई खुल गई। ये सब उनका ड्रामा है। बंगाल चुनाव का परिणाम उन्हें अभी से दिखाई देने लगा है। इसलिए इमोशनल कार्ड खेलने लगीं है। उन्होंने भाजपा पर आरोप लगाया लेकिन दो दिन बाद ही सच्चाई बाहर आ गई और लोगों को सच पता चल गया। खुद की गलती से चोट लगने पर भी ममता खेला करने लगी। बंगाल की जनता अब उन्हें बर्दाश्त नहीं करेगी।

सवाल : उत्तर बंगाल में बीजेपी मजबूत है, लेकिन दक्षिण बंगाल कमजोर है। आप दक्षिण 24 परगना और सागर द्वीप पर विशेष फोकस कर रहे हैं। कहीं आपके लिए भी तो चुनौती नहीं है ?
जवाब : बंगाल में भाजपा के सामने कोई चुनौती नहीं है। पार्टी एक समान रूप से पूरे प्रदेश में चुनाव लड़ रही है। हर सीट पर पूरी मजबूती के साथ मैदान में हैं। इसके परिणाम भी आपको दिखेंगे। हर बूथ पर भाजपा कार्यकर्ता पार्टी के समर्पित सिपाही की तरह काम कर रहे हैं और मैं भी भाजपा का एक समर्पित कार्यकता हूं। पार्टी से जो काम मिले उसे पूरा करना हमारा दायित्व और कर्तव्य है।

सवाल : केंद्रीय मंत्री होने के बावजूद कार्यकतार्ओं की झोपड़ी में जाते हैं। उनके साथ भोजन करते हैं। क्या यह कार्यकतार्ओं को उत्साहित और जोशीला बनाने का तरीका है ?
जवाब : भाजपा जमीन से जुड़ी पार्टी है। उसका हर नेता और हर कार्यकर्ता जमीन से जुड़ा है। रात्रि प्रवास करेंगे तो कार्यकर्ता के घर करेंगे। इससे चुनाव का भी पता चलता है। उनका प्रयास है कि हर कार्यकर्ता तक पहुंचे। इसी को लेकर काम कर रहे हैं।

सवाल : मंडल और बूथ लेवल के कार्यकर्ताओं को नाम से बुलाते हैं। उनसे वन-टू-वन संवाद करते हैं। एक केंद्रीय मंत्री के लिए क्या ऐसा करना आसान है। प्रोटोकाल की अड़चन को कैसे दूर करते हैं ?
जवाब : हमें केंद्र में मंत्री किसने बनवाया। जनता ने हमें जितवाया और माननीय प्रधानमंत्री ने अपने मंत्रिमंडल में शामिल किया। इसलिए कार्यकतार्ओं से वन टू वन बात करता हूं। कार्यकर्ता ही हमारी रीढ़ हैं। यही सब कुछ हैं। भाजपा में कार्यकर्ता ही सब कुछ हैं और आम कार्यकर्ता को ही हमेशा प्राथमिकता मिलती है। भाजपा परिवारवाद की पार्टी नहीं है।

सवाल : अंतिम सवाल पश्चिम बंगाले ऐ बार कि होबे ?
जवाब : बंगाल की जनता 10 साल के कुशासन से ऊब चुकी है। वह बदलाव के लिए तैयार है। इस बार बंगाल में भाजपा की सरकार बनेगी। जनता परिवर्तन के लिए बेकरार है। 2 मई को खेला नहीं भयंकर खेला होबे। भ्रष्टाचारी शासन का खात्मा होगा। पश्चिम बंगाल में विकास की नई यात्रा शुरू होगी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में ‘सोनार बांग्ला’ का नवनिर्माण होगा।