कलश स्थापना, मां रानी भटियानी मंदिर में हुई मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा

राजस्थान। माजीसा मां भटियानी मंदिर परिसर जसोल बालोतरा मे 24 नवंबर से 2 दिसंबर तक चल रहीं राम कथा की पूर्णाहुति हुईं। इसके साथ ही मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा नौ दिवसीय कार्यक्रम का भव्य नगर भ्रमण एवं शोभायात्रा का सैकड़ों साधु महात्माओं का भव्य नगर वासियों द्वारा फूल-माला द्वारा स्वागत किया गया। गुरूवार को मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव धूमधाम से सम्पन्न हुई। जिसमें रानी भटियानी के सहायक देवी-देवताओं क्षेत्रपाल खेतलाजी कि मूर्ति स्थापित कि गई एवं भेरू जी कि मूर्ति साथ सवाई सिंह जी और बन्ना लाल सिंह जी और बाईसा कि 5 मूर्तियों की प्राण प्रतिष्ठा सम्पन्न हुई। जोकि माजीसा के सभी सहायक देवी देवताओं कि मूर्ति स्थापना हुई एवं कलश स्थापना के साथ प्राण प्रतिष्ठा आज संपन्न हुई। जिसमें विशेष रूप से इसमें देश प्रदेश आस-पास भर से सैकड़ों संत व हजारों श्रद्धालु शामिल हुए। प्रतिष्ठा महोत्सव में यज्ञ की यज्ञोपवीत ब्राह्मणों के मंत्रोच्चार पर मुख्य यजमान श्री राणी भटियाणी मंदिर संस्थान जसोल अध्यक्ष रावल किशनसिंह जसोल व अन्य साधु महात्माओं ने आहुतियां दी। यज्ञ की परिक्रमा लगा व हाथ जोड़ कर परिवार, प्रदेश व देश में खुशहाली की कामना की। मुख्य पाण्डाल में आयोजित संत समागम कार्यक्रम हुआ। मुख्य अतिथि के रूप में श्रीमहंत नारायण गिरिजी महाराज प्रवक्ता श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़ा वाराणसी एवं गाजियाबाद पीठाधीश्वर श्रीदुधेश्वरनाथ मंदिर, जालोर लेटा श्रीमहंत रंछोड भारती महाराज, सिवाना गादीपति नृत्य गोपाल दास महाराज, जोधपुर से स्वामी अचलानंद महाराज, आचार्य तोयराज उपाध्याय, कर्नल साहब किशोर सिंह कथा वाचक आचार्य पंडित अभिषेक जोशी महाराज आदि सहित संत-महात्माओं की चरण वंदना कर आशीर्वाद प्राप्त किया। रावल किशनसिंह जसोल ने साधु महात्माओं का बहुमान कर दक्षिणा भेंट कर उनका आशीर्वाद लिया। रावल किशनसिंह जसोल ने मंदिर में राणी रूपादे मंदिर परिसर मे की पांचों मूर्ति स्थापित की गई एवं गाजे-बाजे के साथ मंदिर शिखर पर कलश व ध्वजा स्थापना की। श्रद्धालुओं ने रानी भटियानी सवाई सिंह जी आदि के जयकारे लगाए। इससे आसमान गूंजाएमान हो गया। जिसमें सैकड़ों लाभार्थी ने भाग लिया। साथ ही महाप्रसादी का भोग लगाया गया। नौ दिवसीय राम कथा महाप्रसादी में श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण कर कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। इस मौके पर कुंवर हरीशचंद्र सिंह, ईश्वर सिंह, भवरानी, प्रवीण सिंह, जसोल जेठू सिंह, जसोल, मीडिया प्रभारी एसआर सुथार आदि -हजारों लोग मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा के साक्षी बने।