चुनाव से 21 दिन पहले राम रहीम को जेल से मिली 21 दिन की छुट्टी

चंडीगढ़। पंजाब में विधान सभा चुनाव से 3 सप्ताह पहले डेरा सच्चा सौदा प्रमुख राम रहीम को राहत मिल गई है। 21 दिन की फरलो मंजूर होने के बाद राम रहीम सोमवार को जेल से बाहर आ गया। राम रहीम की रिहाई के समय जेल के बाहर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी रही। विधान सभा चुनाव के ऐन मौके पर डेरा सच्चा सौदा प्रमुख के जेल से बाहर आने के सियासी मायने भी लगाए जाने लगे हैं। राजनीतिक गलियारों में चर्चाओं का बाजार गरम है। दुष्कर्म और हत्या के आरोपों में राम रहीम जेल में बंद है। फरलो के लिए उसने अर्जी लगाई थी।

इस अर्जी को स्वीकार कर लिया गया है। इसके चलते अगले 21 दिन तक वह जेल से बाहर रह सकेगा। फरलो एक तरह की छुट्टी होती है, जिसमें सजायाफ्ता बंदियों को निर्धारित समय के लिए अवकाश मिलता है। अवकाश की अवधि में वह अपने घर जा सकते हैं, मगर बताई गई जगह के अलावा उन्हें कहीं और जाने की अनुमति नहीं होती। डेरा सच्चा सौदा में गत 25 जनवरी को सभा का आयोजन हुआ था। सभा में राम रहीम का पत्र पढ़ा गया था। पत्र में डेरा प्रमुख ने श्रद्धालुओं से जल्द उनके बीच आने की बात कह कर फरलो का संकेत दे दिया था।

जेल से राम रहीम ने 8वीं बार पत्र लिखा था। इस पत्र को सभा में सभी के बीच पढ़ा गया था। पत्र में राम रहीम ने लिखा था कि अगर परम पिता परमात्मा ने चाहा तो हम जल्द आपके दर्शन करेंगे और पुन: आप लोगों के बीच मौजूद होंगे। उधर, हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर का बयान भी आया है। सीएम खट्टर ने कहा कि यदि राम रहीम को चुनाव से पहले फरलो मिली है तो ये महज संयोग है। कोई भी कैदी अपनी फरलो के लिए तीन साल की एक निर्धारित सीमा के बाद आवेदन कर सकता है। तदुपरांत प्रशासन समीक्षा कर फरलो पर निर्णय लेता है।