जीडीए ने 28 मकान बेचकर कमाए 8 करोड़

दो माह में पूरी जमा राशि पर 5 और एक से अधिक फ्लैट खरीददारों को मिलेगी 7 फिसदी की छूट

गाजियाबाद। कोरोना काल से निपटते हुए गाजियाबाद विकास प्राधिकरण (जीडीए) ने खाली खजाने को भरने की कवायद तेज कर दी है। मकानों को बेचने के लिए खुली बोली के जरिए निलामी की जा रही है और इसके सार्थक परिणाम भी सामने आ रहे है। एक दिन पूर्व जहां जीडीए अधिकारियों ने मधुबन बापूधाम की जमीन पर कब्जा लिया। वहीं शुक्रवार को निलामी के जरिए मकान बेचकर 8 करोड़ रूपए कमाए। मधुबन बापूधाम में किसानों द्वारा जबरन किए गये कब्जे को मुक्त कराना अर्से से जीडीए के लिए एक चुनौती बना हुआ था। जीडीए उपाध्यक्ष कंचन वर्मा एवं सचिव संतोष कुमार राय के निर्देशन में जीडीए ने जमीन का कब्जा हासिल किया। जीडीए के समक्ष एक और चुनौती घाटे से उबरने की है। इससे निपटने के लिए भी प्रयास किए जा रहे हैं और संपत्तियों की निलामी कर धन जुटाया जा रहा है। शुक्रवार को जीडीए उपाध्यक्ष कंचन वर्मा के आदेश पर लोहियानगर स्थित हिंदी भवन में खुली बोली के तहत नीलामी का आयोजन किया गया। नीलामी के दौरान कविनगर स्थित कांशीराम सामुदायिक केंद्र, सेक्टर-23 संजयनगर, प्रताप विहार और राजेंद्रनगर को मिलाकर चार सामुदायिक केंद्र को 10 साल की लीज पर करीब 1 करोड़ रुपए में आवंटित किया। जीडीए की 6 योजनाओं में पहले-आओ, पहले-पाओ स्कीम के मुताबिक 2242 फ्लैट बेचेगा। नागरिकों को जीडीए की इन योजनाओं में 2242 फ्लैट खरीदने का मौका मिल रहा हैं। लोहियानगर स्थित हिंदी भवन में नीलामी की तर्ज पर जीडीए के फाइनेंस कंट्रोलर सूबेदार सिंह की अध्यक्षता में नीलामी का आयोजन किया गया। फाइनेंस कंट्रोलर सूबेदार सिंह एवं अपर सचिव सीपी त्रिपाठी ने बताया कि जीडीए की मधुबन-बापूधाम आवासीय योजना समेत छह योजनाओं को इसमें शामिल किया हैं। इन सभी में टू-बीएचके से लेकर थ्री बीएचके फ्लैट हैं। इनकी कीमत फ्लैट के साइट और टाइप के अनुसार निर्धारित की गई है। मधुबन-बापूधाम के 28 एलआईजी फ्लैट और कोयल एंक्लेव योजना के 2 व्यावसायिक भूखंड, नंदग्राम और गोविंदपुरम के दो आवासीय भूखंड नीलामी में बेचे गए। नीलामी में बेची गई फ्लैट और सामुदायिक केंद्र को मिलाकर 8 करोड़ रुपए में बेचे गए। अगले शुक्रवार को फिर नीलामी का आयोजन किया जाएगा।
जीडीए सचिव संतोष कुमार राय ने बताया कि विभिन्न योजनाओं में 2242 फ्लैट हैं। जो कि पूरी तरह से तैयार है। इन बचे हुए फ्लैटों को बेचने के लिए ‘पहले आओ पहले पाओÓ योजना के तहत बिक्री की जाएगी। जिससे खरीददारों को मनचाहा फ्लैट मिल सकेगा। मधुबन-बापूधाम आवासीय योजना में एलआईजी, टू बीएचके टाइप ए, बी, थ्री बीएचके 1011 फ्लैट हैं। इनकी कीमत साइट व टाइप के अनुसार 10.80 लाख रुपए से लेकर 70 लाख के बीच है। इसके अलावा चंद्रशिला अपार्टमेंट में टू बीएचके के 81 फ्लैट हैं। इनकी कीमत 44.73 लाख से 55.93 लाख रुपए तक है। वैशाली योजना में एमआईजी फ्लैट हैं। इनकी कीमत 46.13 लाख रुपए है। कोयल एंक्लेव योजना में वन व टू बीएचके फ्लैट की कीमत 22.40 लाख से 30.90 लाख रुपए तक है। इसके अलावा इंद्रप्रस्थ योजना में एक से लेकर टू बीएचके तक के फ्लैट हैं। जिनकी कीमत 20 लाख रुपए से लेकर 28.10 लाख रुपए तक है। मोदीनगर में समाजवादी फ्लैट की कीमत 5.72 लाख रुपए है। जीडीए सचिव संतोष कुमार राय ने बताया कि जीडीए की विभिन्न योजनाओं में खाली पड़े फ्लैट पहले आओ पहले पाओ योजना के तहत बिक्री किए जाएंगे। अगर फ्लैट को खरीदने वाले आवंटन तिथि से दो माह के अंदर पूरी जमा राशि जमा कराते है तो उन्हें 5 प्रतिशत की छूट भी दी जाएगी और एक खरीदार एक से अधिक फ्लैट खरीदता है तो प्रत्येक फ्लैट की कीमत पर 7 प्रतिशत तक छूट दी जाएगी। इस दौरान ओएसडी सुशील कुमार चौबे,अपर सचिव सीपी त्रिपाठी,चीफ इंजीनियर विवेकानंद ङ्क्षसंह, सीएटीपी आशीष शिवपुरी, अधिशासी अभियंता अनिल कुमार सिंह, संपत्ति प्रभारी सहायक अभियंता मनोज कुमार आदि मौजूद रहे।