पिस्टल दिखाकर 25 लाख की लूट

गाजियाबाद। जनपद में बदमाश बैखोफ है। यही वजह है कि उनके अंदर पुलिस का कोई खौफ नही है। बदमाशों की कमर तोडऩे के लिए पुलिस ने विशेष अभियान चलाया था। इस दौरान अपराधियों में खौफ पैदा करने के लिए ताबड़तोड़ कार्रवाई भी की गई। विभिन्न थाना क्षेत्रों में पुलिस ने मुठभेड़ के दौरान कई कुख्यात अपराधियों को दबोचने में सफलता हासिल की। पुलिस के साथ मुठभेड़ में अपराधी गोली लगने से जहां घायल हुए। इसके बावजूद बदमाशों में पुलिस का खौफ नजर नही आ रहा है। इसका ताजा उदाहरण सोमवार को दिन दहाड़े मसूरी में हुई वारदात है। मसूरी क्षेत्र स्थित गोविंदपुरम में बाइक सवार तीन बदमाशों ने हथियारों के बल पर दिनदहाड़े पेट्रोल पंप के कर्मचारियों से 25 लाख रूपए की लूट की वारदात को अंजाम देकर फरार हो गए। लूट का विरोध करने पर आरोपियों ने जान से मारने की धमकी दी। लूट की वारदात से जहां पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया। सूचना पाकर एसएसपी पवन कुमार, एसपी ग्रामीण डॉ. ईरज राजा, सीओ सदर आकाश पटेल समेत मसूरी और कविनगर थाने का पुलिस बल घटना स्थल पर पहुंचा और जांच शुरू की।
मसूरी क्षेत्र स्थित डासना आरओबी के पास अरिहंत नाम से पेट्रोल पंप है। सोमवार दोपहर  पेट्रोल पंप के कर्मी पप्पू कामत व सन्नी शुक्ला बुलेट बाइक पर 25 लाख रुपए से भरे बैग को लेकर गोविंदपुरम स्थित एचडीएफ सी बैंक में जमा करने के लिए जा रहे थे। रूपए अधिक होने पर पेट्रोल पंप मैनेजर रितेश कुमार व अन्य कर्मी ऋषभ भी दूसरी बाइक पर उन्हें कवर देने के लिए पीछे-पीछे जा रहे थे। जैसे ही वह हापुड़ रोड स्थित इंपीरियल फार्म हाउस के सामने गोविंदपुरम जाने वाली सड़क के पास पहुंचे तो दो बाइक पर सवार तीन बदमाशों ने उन्हें ओवरटेक करते हुए रोक लिया। पंप कर्मी कुछ समझ पाते उससे पहले बदमाशों ने पिस्टल तान दी और बैग को छीनने का प्रयास करने लगे। पेट्रोल पंपकर्मी ने जब बैग देने से मना किया तो हाथ में गोली मारने की धमकी देकर बैग लूट लिया। बदमाशों ने लूट करने के बाद डराने के लिए हवाई फायर भी किए। वहीं पप्पू कामत व सन्नी शुक्ला को कवर देने के लिए पीछे आ रहे मैनेजर ने घटना को देख पीछे ही रूक गए और मोबाइल निकाल कर विडियो बनाने लगे। पंप मैनेजर द्वारा बनाई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गई।
एसपी ग्रामीण ईरज राजा का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है। बदमाशों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस घटना स्थल के आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है। मसूरी थाना पुलिस, खुद की एसओजी टीम और जिले की स्वाट टीम को घटना के खुलासे के लिए लगाया गया है। घटना में पंप मैनेजर की लापरवाही सामने आई है। घटना से करीब 45 मिनट पहले मसूरी थाने की पुलिस गश्त करते हुए अरिहंत पेट्रोल पंप पर पहुंची थी। जहां थाने के डे अफसर गोश खां ने पंप मैनेजर से उनसे कैश कहीं ले जाना हो तो पुलिस उनकी मदद के लिए तैयार है की बात भी कहीं। लेकिन मैनेजर ने मना कर दिया। इसके अलावा अगर मैनेजर ने बदमाशों का दूर से पीछा भी किया होता तो शायद उन्हें पकडऩे में आसानी भी रहती।
मसूरी थाने के कार्यवाहक एसओ प्रताप सिंह बालियान ने बताया कि थाने के डे अफसर पुलिस बल के साथ दोपहर करीब 12. 45 पेट्रोल पंप पर पहुंचे थे। मैनेजर ने उनके डे अफसर को बैंक में कैश जमा कराने के बारे में कोई जानकारी नहीं दी। अगर मैनेजर कैश जमा कराने के लिए पुलिस से मदद मांगता तो शायद यह घटना नही होती। एसएसपी पवन कुमार ने बताया कि बदमाशों का पता लगाने के लिए क्राइम ब्रांच समेत पुलिस की तीन टीमों का लगाया गया है। वारदात में किसी करीबी का हाथ हो सकता है। उसका भी पता लगाया जा रहा है। फुटेज और वीडियो से बदमाशों के हुलिए की जानकारी मिल गई है।