पुलिस ने दबोचा गोली मार लुटेरों का गैंग, लूट से पहले मारता था गोली

-प्लंबर से लूट करने वाले चार लुटेरे गिरफ्तार, लूट व चोरी की 5 वाहन बरामद

गाजियाबाद। टीला मोड़ थाना क्षेत्र में 20 दिन पूर्व प्लंबर को गोली मारकर उसकी पल्सर बाइक व मोबाइल लूट की वारदात को अंजाम देने वाले गिरोह चार शातिर लुटेरों को गिरफ्तार किया है। जिनके कब्जे से पुलिस ने लूट व चोरी की लूट की पल्सर बाइक, बुलेट, दो स्कूटी, पैशन प्रो बाइक व तीन तमंचा, चार कारतूस बरामद किया है। पकड़े गए आरोपी शातिर किस्म के है, जो व्यक्ति उनके निशाने पर होता था उसे पहले गोली मारते और फिर सामान लूट कर फरार हो जाते थे। गिरोह के कुछ साथी शराब की दुकान के बाहर व कैंटीन में शराब पीने वाले लोगों की बातें सुनते थे और फिर वहीं से अपना शिकार भी चुनते थे। 18 दिसंबर की रात को भी प्लंबर को लूटने से पहले गिरोह के साथियों ने शराब की दुकान पर उनकी बातें सुनी और नई बाइक देखी। उन्हें लगा अब यह नशे में है तो लूटने में आसानी होगी, वहीं से गिरोह के एक सदस्य ने फोन कर जानकारी दी और फिर पीछे लग गए थे।

एसीपी साहिबाबाद पूनम मिश्रा ने बताया कि टीला मोड़ पुलिस ने रविवार को मुखबिर की सूचना पर गौरव गौतम पुत्र प्रेच चन्द निवासी दिल्ली 99 टीला मोड़, रोहित जाटव पुत्र दयाशंकर निवासी विजय विहार विजय नगर, आशीष उर्फ नानू पुत्र संजय शर्मा निवासी आक्सी होम्स टीला मोड़, इमराज पुत्र बिलाल शेख निवासी जाफराबाद दिल्ली को गिरफ्तार किया है। गिरोह का एक साथी आसिफ पुत्र अच्छन मियां निवासी जाफराबाद दिल्ली फरार है। जिसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस प्रयास कर रही है। आरोपियों ने 18 दिसंबर की रात को अफजाल पुत्र असमुद्दीन निवासी सिल्वर बैल शालीमार सिटी व धीरज पुत्र सुरेन्द्र साहू निवासी गगन विहार के साथ बजाज पल्सर बाइक से सीमापुरी दिल्ली इमरान से मिलने गया था। सीमापुरी दिल्ली से वापस लौटते समय शालीमार सिटी को जाने वाले रास्ते पर कॉलोनी के गेट से करीब 60 मीटर की दूरी पर मूंगफली के ठेले पर रुके। तभी दो स्कूटी सवार बदमाशों ने धीरज के पैर में गोली मारकर पल्सर बाइक, धीरज का मोबाइल लूटकर फरार हो गए।

अफजाल ने ही घटना की सूचना पुलिस को दी थी। सूचना पर तत्काल घायल को उपचार के लिए निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया और मुकदमा पंजीकृत कर जांच शुरु की गई। पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि बुलेट व स्कूटी से साथी आसिफ पुत्र अछन के साथ मिलकर धीरज के पैर में गोली मारकर लूटी थी। लूट की वारदात को अंजाम देने के बाद दिल्ली की ओर फरार हो गए थे। घटना की योजना इमराज ने बनाई थी। क्योंकि जब सीमापुरी शराब ठेके पर अफजाल व धीरज आपस में विदेश जाने की चर्चा और सैलरी मिलने की बात कहीं तो वहीं पास में खड़े इमराज ने सुन ली थी। जिसके बाद वहीं से लूट की प्लानिंग की गई और दोनों का पीछा करते वारदात को अंजाम दिया थी। एसीपी ने बताया कि पकड़े गए आरोपी शातिर किस्म के लुटेरे है। जिनके खिलाफ साहिबाबाद, टीला मोड, विजयनगर थाना एवं दिल्ली के विभिन्न थानों में एक दर्जन से अधिक मुकदमे दर्ज है।