जिले में विशेष अभियान, शराब माफिया के सिंडिकेट तोडऩे में जुटा आबकारी विभाग

गाजियाबाद। जिले में नकली शराब की बिक्री किसी हाल में न हो, इसके इसलिए विशेष अभियान शुरू किया गया है। कच्ची शराब, हरियाणा की शराब की तस्करी व नकली शराब रोकने के लिए आबकारी विभाग द्वारा समय-समय पर प्रयास किए जाते रहे हैं। शराब कारोबारियों का सिंडिकेट तोडऩे के लिए विभाग ने ठोस कदम भी उठाए है। मौत के सौदागरों पर आबकारी विभाग ने आयुक्त के निर्देश पर सरकार के मंशा अनुरूप शिकंजा कसते हुए जिले में छापेमारी की कार्र्रवार्ई की। माफिया पर नकेल कसने के लिए जिला आबकारी अधिकारी द्वारा लगातार छापेमारी की कार्रवाई की जा रही है। कार्रवाई के दौराना कई माफियाओं को सलाखों के पीछे भेजते हुए अवैध शराब बरामद कर कच्ची शराब की भट्टियों को नष्ट किया है। जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पवन कुमार के निर्देशन में पुलिस-प्रशासन एवं आबकारी की संयुक्त टीम द्वारा अवैध शराब की बिक्री एवं परिवहन पर पूर्णत: अंकुश लगाने के लिए विशेष प्रवर्तन अभियान जारी है। प्रवर्तन अभियान के क्रम में रात्रि में आबकारी निरीक्षक सेक्टर-3 शीलम मिश्रा, आबकारी निरीक्षक सेक्टर-4 आशीष पांडेय की संयुक्त टीम एवं ट्रोनिका सिटी पुलिस द्वारा रामपार्क क्षेत्र में दबिश दी गयी। दबिश के दौरान खानपुर चौराहे के निकट से 3 अभियुक्तों बाबू पुत्र राम विभूती निवासी रामपार्क थाना ट्रोनिका सिटी, अजहरुद्दीन पुत्र असगर अली निवासी विकास विहार रामपार्क एवं आकाश पुत्र महेश निवासी खानपुर मोड़ रामपार्क को 5 पेटी (252 पौवे) अवैध देशी शराब मार्का असली संतरा फ़ॉर सेल इन हरियाणा के साथ गिरफ्तार किया गया। तत्पश्चात तीनों के विरूद्ध थाना ट्रोनिका सिटी में आबकारी अधिनियम की धारा 60/63 में मुकदमा पंजीकृत कर जेल भेजा गया। इसके साथ ही थाना टीला मोड़ अंतर्गत संदिग्ध स्थल गगन बिहार कॉलोनी व शिव शक्ति ढाबा की गहन तलाशी ली गई परंतु कोई मादक पदार्थ बरामद नहीं हुआ। इसके अतिरिक्त डासना चेक पोस्ट पर रात्रिकालीन रोड चेकिंग की गई। जिला आबकारी अधिकारी राकेश सिंह ने बताया कि आगे भी इसी प्रकार जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह के नेतृत्व में अवैध शराब के कारोबार को लेकर कार्रवाई निरंतर जारी रहेगी। उन्होंने बताया अगर कही किसी भी अवैध शराब का कारोबार चल रहा है। तो उसके खिलाफ शिकायत करे या सूचना दें। जिससे शराब के अवैध कारोबार पर अंकुश लगाया जा सके और माफिया पर कार्रवाई की जा सकें।