लोन, पॉलिसी रिन्यू के नाम पर करोड़ो रूपए की ठगी की वारदात को दे चुके अंजाम

कार, 16 मोबाइल, आधार कार्ड, चेकबुक समेत 9 ठग गिरफ्तार

गाजियाबाद। लोन, पॉलिसी रिन्यू/लैब्स और कमीशन दिलाने के नाम पर फर्जी कॉल सेंटर खोलकर सैकड़ो लोगों से करोडो रूपए की ठगी करने वाले गिरोह के मास्टर माइंड समेत 9 शातिर ठगों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गये आरोपित लोन, पॉलिसी रिन्यू, लैब्स का झांसा देकर फर्जी खाते में रूपए डलवाते थे और फिर रूपए आने के बाद अगले शिकार के लिए दुसरे नंबर से फोन कर ठगी की वारदात को अंजाम देते थे। गुरूवार दोपहर अपने कार्यालय में एसपी सिटी अभिषेक वर्मा ने घटना का खुलासा करते हुए बताया कि साइबर क्राइम सेल प्रभारी सुमित कुमार एवं घंटाघर कोतवाली एसआई मनीष चौधरी, विकास शर्मा की संयुक्त टीम ने देर रात नया बस अड्डा पेट्रोल पंप के पास से आमिर पुत्र मौहम्मद फारूख निवासी राजीव नगर मण्डोली दिल्ली, अरूण गुलाटी पुत्र मनमोहन गुलाटी निवासी हर्ष विहार दिल्ली, अमित उर्फ मोनू पुत्र मूलचन्द शर्मा निवासी गगन विहार भौपुरा, नमित पुत्र हंसराज निवासी मयूर विहार दिल्ली, शिवम त्यागी पुत्र निरंकार त्यागी निवासी नवाला मुजफ्फरनगर, कमल शर्मा पुत्र मूलचन्द शर्मा निवासह भौपुरा, विपिन पुत्र विजय कुमार स्टैण्ड नंदनगरी दिल्ली, अनुराग त्यागी पुत्र राजकुमार त्यागी निवासी तलहेडी देवबंद सहारनपुर, हिमांशु पुत्र अनिल त्यागी निवासी नवाला मुजफ्फरनगर को गिरफ्तार किया गया। वहीं गिरोह के दो साथी पुष्पा और नीरज फरार है, जिनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस प्रयास कर रही है। जिनके कब्जे से घटना में प्रयुक्त कार, 16 मोबाइल, आधार कार्ड, पांच चेकबुक और दो कंप्यूटर आदि सामान बरामद किया है। एसपी सिटी ने बताया कि लिंक रोड निवासी महिला के साथ पॉलिसी के नाम पर 17 लाख रुपए की ठगी हुई थी। एसएसपी कलानिधि नैथानी के आदेश पर जिसकी जांच साइबर क्राइम सेल को सौंपी गई थी। उन्होंने बताया कि इसी क्रम में मुखबिर द्वारा जानकारी मिली की ठगी करने वाले आरोपित नया बस अड्डा पेट्रोल पंप के सामने मौजूद हैं। इस सूचना पर टीम ने कोतवाली पुलिस को साथ लेकर नौ शातिरों को दबोच लिया। उनकी निशानदेही पर ठगी में प्रयोग होने वाला सामान बरामद किया गया। पूछताछ में ठगों ने बताया कि हम लोग कॉल सेंटर कंपनियों के पुराने कर्मचारियों से एवं इंटरनेट से डाटा लेकर लोगों को कॉल कर लोन, पॉलिसी रिन्यू, लैंप्स एवं कमीशन दिलाने के नाम पर ठगी करते थे और ठगी की रकम फर्जी बैंक खातों में डलवा कर कैश निकाल लेते थे। इसके बाद किए गए उक्त नंबरों की सिम तोड़ देते थे। बताया कि कॉल सेंटर के मालिक आमिर और अरुण है। बैंक खातों का काम शिवम त्यागी करता था, जो किसी अलग-अलग व्यक्तियों के आधार कार्ड ऊपर उनके पते बदलकर बैंक खाते खुलवाता था। सिम कार्ड, मोबाइल और डाटा उपलब्ध कराने का काम अमित, कमल शर्मा करते थे, जबकि अन्य गिरफ्तार लोग कॉल करके लोगों को झांसे में लेते थे। एसपी सिटी ने बताया कि पुलिस गिरफ्त में आए ठग अब तक सैकड़ों लोगों से करोड़ों रुपए की ठगी कर चुके हैं। जिनका अपराधिक इतिहास खंगाला जा रहा है।