महात्मा गांधी की 154वीं जयंती: एक तारीख, एक घंटा, एक साथ… गौतम पब्लिक स्कूल में बच्चों ने किया श्रमदान

– गांधीजी के सपने को साकार करने के लिए स्वच्छ भारत अभियान में दें योगदान: पूनम गौतम
-महात्मा गांधी, एक ऐसा नाम है जो शांति, अहिंसा और न्याय का प्रतीक: तनुजा

गाजियाबाद। गांधी जयंती हर साल 2 अक्टूबर को मनाई जाती है, जो कि महात्मा गांधी की जयंती के प्रतीक के रूप में है। इस दिन का विशेष महत्व है, क्योंकि देश की आजादी की लड़ाई में महात्मा गांधी का अहम योगदान है। ऐसे में इस साल यानी कि तीसरे राष्ट्रीय अवकाश के अवसर पर गांधी जयंती मनाने का एक अद्भुत तरीका सुझाया है। महात्मा गांधी की 154वीं जयंती के उपलक्ष्य में एक तारीख, एक घंटा, एक साथ अभियान के साथ प्रताप विहार स्थित पी ब्लॉक गौतम पब्लिक सीनियर सेकेंडरी स्कूल में श्रमदान किया गया।

इससे पूर्व विद्यालय के डायरेक्टर आशीष गौतम, प्रधानाचार्या पूनम गौतम, उपप्रधानाचार्य तनुजा, एकेडिमक हेड चेतन शर्मा ने संयुक्त रूप से राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। सभी ने संकल्प लिया कि उनके जीवन में स्वच्छता बनाए रखना एक आवश्यक चरित्र के रूप में रहेगा और वे नियमित रूप से कुछ समय देकर स्वच्छ भारत अभियान में योगदान करेंगे। लोकतंत्र को मजबूत बनाने के लिए मतदान अवश्य करने की शपथ भी दिलवाई गई।

विद्यालय में वाद विवाद प्रतियोगिता, पोस्टर मेकिंग सहित विविध प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। जूनियर विंग के छात्रों ने स्वतंत्रता सेनानियों के वेश में आये, गांधी जी, लाल बहादुर शास्त्री, भगत सिंह, रानी लक्ष्मी बाई ने सभी का मन मोह लिया। प्रधानाचार्या पूनम गौतम, ने कहा इस वर्ष महात्मा गांधी की 154वीं जयंती एक तारीख, एक घंटा, एक साथ अभियान के साथ मनाई जा रही है। गांधी जयंती के अवसर पर यह एक विशाल स्वच्छता अभियान आयोजित किया गया है। यह पहल स्वच्छता पखवाड़ा-स्वच्छता ही सेवा 2023 अभियान की एक कड़ी है। स्वच्छता विकास की पहली सीढ़ी है। गांधीजी के सपने को साकार करना है, तो उसके लिए हमें स्वच्छ भारत अभियान में एकजुट होकर अपनी भागीदारी निभानी होगी। हर व्यक्ति को अपने जीवन में स्वच्छता को महत्व दिया जाना चाहिए। शरीर को स्वच्छ रखना आवश्यक है।

उपप्रधानाचार्या तनूजा ने कहा 2 अक्टूबर को राष्ट्रपिता गांधीजी की 154वीं जयंती है। अहिंसा और सत्य की शक्ति से महात्मा गांधी ने इतिहास की दिशा बदल दी। महात्मा गांधी, एक ऐसा नाम है जो शांति, अहिंसा और न्याय की निरंतर खोज के प्रतीक के रूप में दुनिया भर के लाखों लोगों के बीच गूंजता है। भारत में राष्ट्रपिता के रूप में सम्मानित उनके जीवन और सिद्धांतों ने दुनिया पर एक अमिट छाप छोड़ी है। महात्मा गांधी की 154वीं जयंती के अवसर पर यह अभियान उन्हें श्रद्धांजलि देने का काम करेगा।

इसके तहत देश के सभी लोग एक साथ जुटकर एक ही समय पर स्वच्छता के लिए श्रमदान कर हमारे राष्ट्रपिता को श्रद्धांजलि अर्पित कर करेगें। स्वच्छ भारत अभियान से हमारी सामाजिक चेतना, समाज के रूप में हमारे आचार-व्यवहार में भी स्थाई परिवर्तन आया है। बार-बार हाथ धोना हो, हर कहीं थूकने से बचना हो, कचरे को सही जगह फेंकना हो, ये तमाम बातें सहज रूप से, बड़ी तेजी से सामान्य भारतीय तक हम पहुंचा पाए हैं। स्वच्छता की शुरुआत हमें अपने घर और मन से करनी होगी, तभी एक स्वच्छ भारत का नवनिर्माण होगा।