काफिले पर हमला : अब हरकत में बंगाल पुलिस

फजीहत के बाद 3 एफआईआर, 7 गिरफ्तार

कोलकाता। पश्चिम बंगाल में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के काफिले पर हमला होने के बाद से सियासत गरमाई हुई है। पश्चिम बंगाल से नई दिल्ली तक इस घटना की गूंज सुनाई दे रही है। घटना के बाद चौतरफा घिरी बंगाल पुलिस अब हरकत में नजर आ रही है। पुलिस ने आनन-फानन में 3 एफआईआर दर्ज की हैं। इसके अलावा अब तक 7 हमलावरों को गिरफ्तार कर लेने का दावा किया गया है। भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के काफिले पर पथराव की घटना से पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ भी काफी नाराज हैं। चौतरफा बदनामी होने के बाद बंगाल पुलिस ने पत्थरबाजी के प्रकरण में अज्ञात नागरिकों के खिलाफ 2 एफआईआर दर्ज की हैं। इसके अलावा भाजपा नेता राकेश सिंह के खिलाफ भीड़ को उकसाने का आरोप लगाकर पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज की है। पुलिस ने बताया कि जेपी नड्डा के काफिले को जेड सुरक्षा के अलावा बंगाल पुलिस ने अतिरिक्त सुरक्षा उपलब्ध कराई थी। जेपी नड्डा के काफिले के रास्ते और कार्यक्रम की जगह पर 4 एडिशनल एसपी, 8 डिप्टी एसपी, 8 इंस्पेक्टर, 30 अफसर, 40 आरएएफ जवान, 145 सिपाही और साढ़े 3 सौ सीवी तैनात किए गए थे। डायमंड हार्बर की तरफ जाते समय जेपी नड्डा के काफिले पर हमला किया गया था। हमले में भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय घायल हो गए थे। उधर, पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीश धनखड़ ने इस घटना पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने कहा है कि ममता बनर्जी को इस घटना के लिए माफी मांगनी चाहिए। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने पश्चिम बंगाल का 2 दिवसीय दौरा किया था। इस बीच नड्डा के काफिले पर पथराव की घटना सामने आई थी। इसके लिए भाजपा ने तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) कार्यकर्ताओं को जिम्मेदार ठहराया था। भाजपा ने टीएमसी के प्रति कड़ी नाराजगी जाहिर की है। इसी क्रम में अब राज्यपाल जगदीश धनखड़ ने पश्चिम बंगाल की सुरक्षा एवं कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं।