हर्बल प्रोडक्ट की आपूर्ति व निर्यात बिजनेस के नाम पर सैकड़ों लोगों से करोड़ों की ठगी

-फर्जी फर्म, फर्जी खाता खुलवा कर कराते थे ऑनलाइन ट्रांसफर, तीन गिरफ्तार

गाजियाबाद। हर्बल प्रोडक्ट की आपूर्ति करने और निर्यात के बिजनेस का झांसा देकर 100 से ज्यादा लोगों से करोड़ों रुपए ठगी करने वाले गिरोह के तीन शातिर ठग को साइबर सेल और इंदिरापुरम थाना पुलिस की संयुक्त टीम ने गिरफ्तार किया है। इंदिरापुरम क्षेत्र से दो पीड़ितों से 29 लाख रुपए ठग लिए थे। पुलिस को इस गैंग के 32 बैंक खाते मिले है।इन्हें फ्रीज कराए जाने की तैयारी की जा रही है। इनके कब्जे से पुलिस ने 7 मोबाइल फोन,47 डेबिट कार्ड,दो क्रेडिट कार्ड,आधारकार्ड,पेन कार्ड,एक लाख रुपए,कार बरामद की है। रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान एडीसीपी (क्राइम) सच्चिदानंद ने बताया कि 16 सिंतबर को नीति खंड-1इंदिरापुरम निवासी राजेंद्र यादव ने इंदिरापुरम थाने में हर्बल प्रोडक्ट की आपूर्ति व निर्यात के बिजनेस का झांसा देकर करीब 20 लाख रुपए ऑनलाइन ट्रांजेक्शन कराने के संबंध में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। मुकदमा दर्ज कर घटना के खुलासे के लिए टीम गठित की गई। शनिवार रात को साइबर सेल व इंदिरापुरम पुलिस की संयुक्त टीम ने सेक्टर-62 नोएडा अंडरपास के पास से आशीष जायसवाल पुत्र राधेश्याम जयसवाल निवासी सूरज कुंड तिवारीपुर गोरखपुर, उमेश शुक्ला पुत्र स्वर्गीय ब्रह्मदेव शुक्ला निवासी गोरखनाथ जनपद गोरखपुर, सत्यम कुमार गौड़ पुत्र स्वर्गीय बिहारीलाल गौड़ निवासी ग्राम पीराडी जनपद गोरखपुर को गिरफ्तार किया है।

उन्होंने बताया कि गिरफ्तार किए गए ठग लोगों को मोबाइल फोन,वाट्सऐप मैसेज व इमेल के माध्यम से झांसे में लेकर  लालच देकर लाभ के लिए अपने खाते मे पैसा ट्रांसफर करवाते है। प्रोडक्ट की डिलीवरी का लालच देकर व फर्जी अधिकारी बनकर लोगों को झांसे मे लेकर अपने एकाउंट मे पैसा ट्रांसफर करवा लेते थे। राजेन्द्र यादव से भी कोलानूट हर्बल प्रोडेक्ट की डिलीवरी का लालच देकर 20 लाख रुपए ठग लिए थे। जिन लोगों के नाम पर खाते खुलवाए है।उनमें रुपए आने पर उन्हें भी एक से दो हजार रुपए दे देते थे।सत्यम ने उमेश शुक्ला के कहने पर फर्जी फर्म व जीएसटी रजिस्टर्ड कराकर खाते खुलवाने का काम करता था।उमेश शुक्ला उसकी मदद करता था। उमेश शुक्ला फर्जी खाते खुलवाकर आशीष जायसवाल को देता था।इसके बदले आशीष से मोटी रकम लेता था। आशीष, उमेश शुक्ला से प्राप्त खातों मे अपने टीम के माध्यम से ठगी किए रुपए को प्राप्त कर आपस में बांट लेता था।

अयोध्या पुत्र रामवचन निवासी ग्राम रसई खजनी जनपद गोरखपुर को लालच देकर उसके नाम से जीएसटी नंबर लेकर एसके एंटरप्राइजेज के नाम से फर्जी एग्रीमेंट तैयार करके फर्म रजिस्टर्ड कराई थी।अयोध्या व फर्म के नाम से लगभग 30 से 32 करन्ट एकाउंट, सेविंग एकाउंट विभिन्न बैंको में खुलवाए थे। गिरोह में कई लोग शामिल है।इनका साथी शुभम उर्फ गोलू निवासी शिवपुर सहाबगंज पडऱी बाजार शाहपुर गोरखपुर,दिल्ली निवासी मुल्ला अकरम समेत अन्य शामिल है। पुलिस इनकी तलाश में लगी है। पुलिस ने बरामद किए एटीएम कार्ड,डेबिट कार्ड,चेक बुक,पासबुक आदि में अधिकांश आयोध्या प्रसाद व उसके नाम से बनाई गई फर्र्म फर्म एसके एंटरप्राइजेज की हैं।ठगी कर अकाउंट में लिए रुपए में बाकी रुपए घूमने-फिरने में खर्च कर दिए।