चीफ सेक्रेट्री ने एक्सप्रेस-वे इंटरचेंज निर्माण का किया शिलान्यास, 122 करोड़ की लागत से 18 महीने में बनकर तैयार हो जाएगा इंटरचेंज

उदय भूमि ब्यूरो
ग्रेटर नोएडा। ईस्टर्न पेरिफेरल और यमुना एक्सप्रेसवे को जोड़ने के लिए शुक्रवार को इंटरचेंज का निर्माण शुरू हो गया। इसके निर्माण में 122 करोड़ रुपये से अधिक खर्च होंगे और करीब 54 एकड़ जमीन लगेगी। डेढ़ साल में यह बनकर तैयार हो जाएगा। इंटरचेंज के बनने से दोनों एक्सप्रेसवे पर आसानी से आ-जा सकेंगे। इससे प्रतिदिन एक्सप्रेस-वे पर सफर करने वाले लाखों लोगों का फायदा होगा और ग्रेटर नोएडा में परि चौक पर जाम की समस्या भी कम होगी। चीफ सेक्रेट्री दुर्गा शंकर मिश्रा ने इंटरचेंज निर्माण कार्य का शिलान्यास किया। इस अवसर पर जेवर विधायक धीरेंद्र सिंह और यमुना प्राधिकरण के सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।

विदित हो कि ईस्टर्न पेरिफेरल और यमुना एक्सप्रेसवे को जोड़ने के लिए जगनपुर अफजलपुर के पास इंटरचेंज बनाया जा रहा है। इस इंटरचेंज को बनाने के लिए 2018 में कंपनी का चयन हो गया था। तब इसका टेंडर 75 करोड़ रुपये में दिया गया। किसानों के विरोध के चलते इसका निर्माण शुरू नहीं हो पा रहा था। पांच साल में निर्माण लागत बढ़ गई और अब यह 122.89 करोड़ रुपये में बनाई जाएगी। इसके अलावा इंटरचेंज से यमुना प्राधिकरण के सेक्टर भी जोड़े जाएंगे। इंटरचेंज के उतार और चढ़ाव वाला हिस्सा प्राधिकरण की 30 और 60 मीटर चौड़ी सर्विस रोड पर उतरेगा। इस पर करीब 59 करोड़ रुपये खर्च होंगे। यह पैसा प्राधिकरण वहन करेगा।

चीफ सेक्रेटरी ने कहा कि इस इंटरचेंज के बनने से नोएडा एयरपोर्ट की कनेक्टिविटी और सुगम होगी। ट्रैफिक की समस्या से राहत मिलेगी और धन और समय की भी बचत होगी। इस जेवर विधायक धीरेन्द्र सिंह ने कहा कि यह इंटरचेंज जेवर में बनने वाले नोएडा एयरपोर्ट के लिए मील का पत्थर साबित होगा। नोएडा एयरपोर्ट से गाजियाबाद, मेरठ व सहारनपुर के लोगों को भी सहूलियत होगी। साथ ही आगरा, मथुरा, फिरोजाबाद व हाथरस के लोग भी इंटरचेंज बनने पर नोएडा-ग्रेटर नोएडा बिना जाए सीधे मेरठ और गाजियाबाद जा सकेंगे। सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह ने कहा कि निर्माण कार्य समय से पूरा हो इसका ध्यान रखा जाएगा।