कविनगर जोन में अतिक्रमण के खिलाफ निगम ने चलाया अभियान

-निगम के नोटिस के बाद भी नहीं तोड़ा अवैध निर्माण, बुलडोजर चलाकर किया ध्वस्त
-विरोध देख कविनगर थाना समेत तीन थानों की पुलिस फोर्स रहीं मौजूद

गाजियाबाद। अवैध अतिक्रमण के खिलाफ नगर निगम का बुलडोजर चलना फिर से शुरू हो गया है। इसी क्रम में नगर निगम की टीम ने कविनगर जोन क्षेत्र के विवेकानंद नगर डबल स्टोरी नासिरपुर फाटक के नजदीक पार्क में मंदिर के पास अवैध रूप से बनाए गए मकान पर बुलडोजर चलाकर ध्वस्त कर दिया। इस दौरान महिलाओं ने निगम की कार्रवाई का विरोध करते हुए जेसीबी के सामने बैठ गई। हिन्दू संगठन ने भी मौके पर जाकर निगम की कार्रवाई का विरोध किया।
नगर निगम के अपर नगर आयुक्त अरुण यादव का कहना है कि हाईकोर्ट के आदेश के क्रम में मंदिर के पास पुजारी का मकान था। उसे कोर्ट के आदेश पर तोड़ा गया है। वहीं, हिन्दू संगठनों का कहना है कि मंदिर के भंडार घर को गलत तरीके से तोड़ा गया है। नासिरपुर फाटक के पास पार्क में करीब 40 साल पुराना मंदिर है। मंदिर के पास मकान बना लिया गया। उसमें पुजारी परिवार सहित रहते थे। इसकी शिकायत स्थानीय लोगों ने की थी। लेकिन निगम ने कार्रवाई नहीं की। इसके बाद वह इलाहाबाद हाईकोर्ट चले गए।

हाईकोर्ट ने कुछ समय पहले निर्माण तोड़ने के आदेश दिए थे। उस वक्त निगम की टीम ने मौके पर जाकर पुजारी से खुद ही निर्माण को तोडऩे की बात कहीं थी। इसके बावजूद निर्माण नहीं तोड़ा गया। हाईकोर्ट के आदेश का उल्लंघन मानते हुए निगम ने नोटिस जारी कर जवाब मांगा। शनिवार को नगर निगम की टीम ने बुलडोजर चलाकर ध्वस्त कर दिया। इस कार्रवाई के दौरान महिलाओं ने जमकर हंगामा करते हुए विरोध किया। मगर तीन थानों की महिला व पुरुष पुलिसकर्मियों ने मकान से बाहर निकालकर एक तरफ कर दिया। भारी विरोध के बीच नगर निगम की टीम ने अवैध बनाए गए मकान को ध्वस्त कर दिया। शनिवार को नगर आयुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक के निर्देश पर अपर नगर आयुक्त अरुण यादव निर्माण विभाग के चीफ इंजीनियर एनके चौधरी, अधिशासी अभियंता फरीद अख्तर जैदी, कविनगर जोनल प्रभारी राजवीर सिंह, प्रवर्तन दल के प्रभारी कर्नल दीपक शरण एवं प्रवर्तन दल के अलावा एसीपी कविनगर अभिषेक श्रीवास्तव, कविनगर थाना प्रभारी निरीक्षक योगेंद्र मलिक समेत तीन थानों की पुलिस फोर्स की मौजूदगी में सुबह 11:30 बजे वहां पहुंचे और जेसीबी से अवैध मकान को ध्वस्त किया गया। निर्माण तोड़ना शुरू किए जाने पर हंगामा खड़ा हो गया। कॉलोनी और आसपास के लोग पार्क में एकत्र हो गए। मगर निगम की टीम ने जेसीबी से मकान को तोड़ दिया। हिन्दू संगठन के कार्यकर्ता भी इसी बीच मौके पर आ गए।

उन्होंने निगम के खिलाफ हंगामा किया। कुछ महिलाएं जेसीबी के सामने बैठ गई। उन्होंने मलबा नहीं उठाने दिया। दोपहर तीन बजे तक हंगामा होता रहा। ज्यादा हंगामा होने पर पुलिस ने सख्ती दिखाते हुए सभी को शांत कर दिया। अपर नगर आयुक्त अरूण यादव ने बताया कि हाईकोर्ट के आदेश पर मकान को तोड़ा गया। पूर्व में कई बार नोटिस दिया गया। मगर रास्ते की जमीन पर बनाए गए मकान को नहीं तोड़ा गया। इसमें बने कई कमरे, जीना, शौचालय आदि को बुलडोजर चलाकर ध्वस्त कर दिया गया। अवैध रूप से बनाए गए मकान को तोडऩे के बाद रास्ते की जमीन को कब्जामुक्त कराया गया। हाईकोर्ट ने मकान को तोडऩे के आदेश दिए थे। इसके बाद पुजारी को मकान खाली करने का नोटिस दिया गया था। लंबे समय से मकान खाली कराने का प्रयास किया जा रहा था। लेकिन मकान खाली नहीं किया जा रहा था। इसे कोर्ट ने उल्लंघन मानते हुए जवाब मांगा है। मकान तोड़ते वक्त मंदिर को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है। वहीं नगर निगम ने कार्रवाई की वीडियो बनाई है। हंगामा करने वाले लोगों की भी वीडियो और फोटोग्राफी कराई की गई है। जिस निर्माण को तोड़ा है, उसमें घरेलू सामान रखा था। वहां एसी, बेड, रसोई का सामान रखा था। निगम अधिकारी का कहना है कि पुजारी परिवार सहित मकान में रह रहे हैं। पुलिस और निगम टीम हंगामा करने वालों की फोटों से पहचान कर रही है।