क्राइम ब्रांच ने दबोचे 6 शातिर चोर, चोरी के 6 टेम्पो बरामद

-दिल्ली-एनसीआर में तीन साल से दे रहें थे टेम्पों चोरी की वारदात को अंजाम
-स्क्रैप ऑटों के नंबर चुराकर चोरी के टेम्पो में में करते थे टेम्पर

गाजियाबाद। दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में टेम्पो चोरी की वारदात को अंजाम देने वाले गिरोह के 6 शातिर चोरों को क्राइम ब्रांच की टीम ने गिरफ्तार किया है। जिनके कब्जे से क्राइम ब्रांच की टीम ने चोरी के टेम्पो बरामद किए है। पकड़े गए चोर शातिर किस्म के है। जो कि दिल्ली-एनसीआर में टेम्पो चोरी कर उसका नंबर प्लेट, चेसिस नंबर व इंजन नंबर को बदलकर सड़क पर चलाते थे और कुछ टेम्पो को दुसरे क्षेत्र में ले जाकर 50 से 70 हजार रुपए में बेच देते थे। पकड़े गए आरोपी पिछले तीन साल से लगातार चोरी की वारदात को अंजाम दे रहे थे। आरोपी अब तक 100 से अधिक टेम्पो चोरी की वारदात को अंजाम दे चुका है।

चोरी की घटना का खुलासा करते हुए एडीसीपी (क्राइम) ज्ञानेन्द्र सिंह ने बताया कि क्राइम ब्रांच प्रभारी अब्दुर रहमान सिद्दीकी की टीम ने मंगलवार को रेलवे स्टेशन से विजय नगर की ओर जाने वाले रास्ते पर अण्डरपास के पास से अमित कुमार पुत्र कन्हैया लाल निवासी सिद्धार्थ विहार बागू विजनगर, पुनित पुत्र महीपाल सिंह सिंह निवासी विजयनगर बाईपास लठ्ठमार कॉलोनी, अर्जुन पुत्र दान सिंह निवासी युसुफपुर चक शाहबेरी पुराना हैबतपुर गौर सिटी बिसरख, सुरेश पुत्र वीर सिंह निवासी बी-365 अम्बेडकर कालोनी, आमिर पुत्र अफसर निवासी बालाजी विहार अर्थला, सलीम पुत्र इस्लामुद्दीन निवासी इस्लाम नगर को गिरफ्तार किया गया।

जिनकी निशानेदही पर चोरी के 6 टेम्पो बरामद किया गया। अमित के खिलाफ तीन, अर्जुन के खिलाफ दो एवं आमिर के खिलाफ 2 मुकदमें दर्ज है। पकड़े गए आरोपी पूर्व में वाहन चोरी के मामले में जेल जा चुके है। जो कि जेल से छूटने के बाद चोरी की वारदातों को अंजाम दे रहें थे। पकड़े गए आरोपी पिछले 3 साल से लगातार चोरी की वारदातों को अंजाम दे रहें थे। जो कि 100 से अधिक टेम्पों को चोरी कर बेच चुके है।

क्राइम ब्रांच प्रभारी अब्दुर रहमान सिद्दीकी ने बताया कि अमित गैंग का सरगना है, जो कि अपने साथियों के साथ टेम्पों चोरी कर साथी सुरेश से उसके इंजन नम्बर व चैसिस नम्बर बदलवाता था और उसे ड्राइवर को देकर चलवाता था। पकड़े गए आरोपी इतने शातिर है कि जो ऑटो पुराने हो जाते हैं या स्क्रैप हो जाते हैं। उन ऑटो को सुरेश के गैराज पर ले जाकर इंजन नम्बर व चैसिस नम्बर चोरी किये गये ऑटो पर टेम्पर कर देते था और उसी कागज लगाकर अन्य ड्राइवर को 50 से 70 हजार रुपए में बेच देता था। चोरी की गाडियों को कटवाकर उसके पार्ट्सो को भी सुरेश के माध्यम से बेच देते थे। आरोपियों से पूछताछ में पता चला है कि कई ऐसे चोरी के टेम्पो है, जिनके नंबर टेम्पर किए गये है। जो सड़क पर चल रहें है। उन ऑटों की तलाश की जा रही है।