क्राइम ब्रांच की टीम ने 1 करोड़ की अफीम समेत दबोचे तीन अंतरराष्ट्रीय तस्कर

-झारखंड के रांची से अफीम लेकर गाजियाबाद में करने आए थे सप्लाई

गाजियाबाद। झारखंड से तस्करी कर गाजियाबाद में सप्लाई के लिए आ रही एक करोड़ की अफीम समेत तीन अंतरराष्ट्रीय तस्करों को क्राइम ब्रांच की टीम ने गिरफ्तार किया है। पकड़े गए तस्कर पिछले करीब एक साल से मादक पदार्थ तस्करी का कारोबार कर रहे थे। जो नशीले पदार्थ लेकर बरेली, गाजियाबाद, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली व एनसीआर में डिमांड अनुसार सप्लाई करते थे। पूर्व में प्राइवेट कंपनी में काम करते थे, लेकिन नौकरी छूट जाने के बाद खेती का काम करने लगे। जब खेती में कम कमाई हुई तो गांव के ही एक तस्कर के संपर्क में आए और जब भी कहीं से ऑर्डर मिलता तो तीनों तस्कर अफीम को बराबर-बराबर आपस में बांटकर ट्रेन, बस द्वारा बताए स्थान पर पहुंच जाते थे। इस दौरान अपना मोबाइल बंद रखते थे। अफीम सप्लाई के लिए प्रति व्यक्ति को किराए, खर्च से अलग 20 हजार रुपये मिलते थे।

लोहिया नगर स्थित अपने कार्यालय में एडीसीपी क्राइम सच्चिदानंद ने बताया बुधवार को क्राइम ब्रांच प्रभारी अब्दुर रहमान सिद्दीकी की टीम ने मुखबिर की सूचना पर नन्दग्राम क्षेत्र स्थित हिंडन मेट्रो स्टेशन के पास राजनगर एक्सटेंशन की तरफ जाने वाले रास्ते पर बने गेट के पास झारखंड से गाजियाबाद में सप्लाई के लिए आए निर्मल कुमार डांगी पुत्र बालदेव महतो निवासी ग्राम लेम जनपद चतरा झारखण्ड, रामचन्द्र कुमार भुइया पुत्र केदार भुइया निवासी ग्राम असडिया जनपद चतरा झारखंड और संजय भुइया पुत्र बुटा भुइया निवासी ग्राम असडिया जनपद चतरा झारखंड को गिरफ्तार किया है। जिनकी कब्जे से 3.7 किलोग्राम अफीम बरामद किया गया। बरामद अफीम की कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में लगभग 1 करोड़ रुपये है। पकड़े गए आरोपियों को झारखंड के रांची से अफीम सप्लाई होती थी।   एडीसीपी क्राइम ने बताया कि बुधवार को मुखबिर से सूचना मिली कि अफीम तस्कर नशे की एक बड़ी खेप लेकर गाजियाबाद आने वाले हैं। सूचना मिलने के बाद क्राइम ब्रांच की टीम तैयार की गई और मुखबिर द्वारा बताए गए स्थान पर तैनात कर दिया गया।

पुलिस पूछताछ में पकड़े गए अफीम तस्करों ने बताया की आर्थिक स्थिति खराब होने के चलते वो इस धंधे से जुड़ गए। तस्करों ने पुलिस को बताया कि वे डिमांड के हिसाब से झारखंड के रांची से माल लेकर बस और अन्य संसाधनों से ग्राहक के पास पहुंच जाते हैं। इस दौरान जब तक माल सप्लाई नहीं हो जाता तब तक ये लोग किसी से संपर्क नहीं रखते। हाल की में एक ग्राहक ने अफीम लेने के लिए गाजियाबाद बुलाया था, लेकिन माल सप्लाई करने से पहले ही पुलिस ने पकड़ लिया। उन्होंने बताया कि पकड़े गए आरोपी लगभग एक साल से अफीम की तस्करी का काम कर रहे है। अफीम तस्करी के काम से ज्यादा लाभ मिलता है। आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि वे घर परिवार का भरण पोषण करने के लिए इस कार्य को कर रहे है। पकड़े गए तस्करों ने अफीम की बिक्री और तस्करी करने वाले अन्य लोगों के बारे में भी महत्वपूर्ण जानकारी दी है। पकड़े गए तस्करों की निशानदेही पर क्राइम ब्रांच की टीम आरोपियों के घर पर दबिश दे रही है। जल्द ही इनके अन्य साथियों को भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा।