अलविदा : लक्षद्वीप के डिप्टी गर्वनर का देहांत

पीएम ने दिनेश्वर शर्मा के निधन पर शोक जताया

नई दिल्ली। लक्षद्वीप के डिप्टी गवर्नर दिनेश्वर शर्मा का निधन हो गया है। काफी समय से वह अस्वस्थ चल रहे थे। शर्मा को 25 नवंबर को दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में भर्ती कराया गया था। बाद में उन्हें 27 नवंबर को चेन्नई के एमजीएम अस्पताल में रैफर कर दिया गया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दिनेश्वर शर्मा के आकस्मिक निधन पर शोक व्यक्त किया है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि लक्षद्वीप के प्रशासक दिनेश्वर शर्मा ने भारत के पुलिसिंग और सुरक्षा तंत्र में लम्बे समय तक योगदान दिया। उन्होंने अपने पुलिसिंग करियर के दरम्यान आतंकवाद और उग्रवाद के खिलाफ कई संवेदनशील मोर्चों को संभाला। उनके निधन की खबर से बेहद दुख हुआ। उनके परिवार के प्रति हमारी संवेदना है। उधर, गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि लक्षद्वीप के प्रशासक दिनेश्वर शर्मा के निधन के विषय में जानकर गहरी पीड़ा हुई है। उन्होंने भारतीय पुलिस सेवा के एक समर्पित अधिकारी के रूप में सेवा कर राष्ट्रभक्ति का परिचय दिया। दुख की इस घड़ी में उनके परिवार के प्रति मेरी संवेदनाएं। बता दें कि दिनेश्वर शर्मा जम्मू-कश्मीर के पूर्व वार्ताकार रह चुके हैं। वह इंटेलिजेंस ब्यूरो (आईबी) के पूर्व प्रमुख भी थे। 1976 में केरल कैडर के आईपीएस अधिकारी रहे दिनेश्वर 2016 में इंटेलिजेंस ब्यूरो (आईबी) चीफ के रूप में सेवानिवृत्त हो गए थे। अपने कार्यकाल में उन्होंने विभिन्न चुनौतीपूर्ण अभियान को अंजाम दिया। उनके पास पुलिसिंग और आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई के क्षेत्र में समृद्ध अनुभव था। वर्तमान में वह लक्षद्वीप के डिप्टी गवर्नर की जिम्मेदारी निभा रहे थे। उनके निधन से लक्षद्वीप में शोक की लहर दौड़ गई है। सराहनीय कार्यों के लिए उन्हें हमेशा याद किया जाता रहेगा। प्रत्येक जिम्मेदारी को दिनेश्वर शर्मा ने गंभीरता से निभाया था।