सौर ऊर्जा से जगमग होगा जिला पंचायत कार्यालय

-60 हजार रुपए प्रतिमाह के खर्चे की होगी बचत
-प्रदेश का पहला जिला पंचायत होगा बुलंदशहर

बुलंदशहर। सौर ऊर्जा यानी सोलर एनर्जी वक्त की जरूरत बन गई है। जिस तरह बिजली महंगी हो रही है बिजली के वैकल्पिक स्रोत सोलर एनर्जी के प्रति लोगों का रुझान भी तेजी से बढ़ रहा है। शहर में भी सोलर एनर्जी को विकल्प के रूप में देखा और अपनाया जा रहा है। बढ़ते बिजली के खर्च को कम करने के लिए न सिर्फ आम उपभोक्ता बल्कि अब सरकारी संस्थान भी सोलर एनर्जी को अपना कर बिजली का भार कम करने की कवायद में जुट गए है। इससे जहां बिजली पर निर्भरता कम होगी, वहीं लाखों रुपए की बचत भी होगी। अभी ये संस्थान विद्युत पर लाखों रुपए की भारी-भरकम राशि खर्च कर रहे हैं। जल्द ही जिला पंचायत बुलंदशहर का कार्यालय सोलर लाइट से जगमग दिखाई देगा। जिसके लिए जिला पंचायत के अधिकारियों ने तैयारियां तेज कर दी है। जिला पंचायत कार्यालय में कितनी क्षमता का सोलर पैनल लगने है, इस पर मंथन किया जा रहा है।

योजना अगर परवान चढ़ी तो पूरे उत्तर प्रदेश में पहल जिला पंचायत कार्यालय होगा, जो सोलर लाइट से रौशन होगा। जिससे प्रतिमाह आने वाले भारी भरकम बिजली के बिल और डीजल के खर्चे से मुक्ति मिलेगी। जिला पंचायत कार्यालय से लेकर सभी शासकीय कार्यालयों में सौर ऊर्जा का उपयोग करने के लिए शासन से सोलर पैनल लगाने की मंजूरी मिल गई है। सोलर ऊर्जा का उपयोग अब शासकीय कार्यालयों में भी होता नजर आएगा। इसके लिए जिले के लगभग सभी कार्योलयों का सर्वे कार्य शुरू हो चुका है। मगर इस दिशा में अभी तक जिला पंचायत बुलंदशहर ने अगुवाई करते हुए कदम बढ़ाया है। जिला पंचायत अधिकारियों की ओर से कार्यालय में रूफटॉप सोलर लगवाने की योजना है।

अपर मुख्य अधिकारी धर्मजीत त्रिपाठी का कहना है कि सोलर रुफटॉप लगने से न केवल कार्यालय के बिजली की बचत होगी, बल्कि अधिक बिजली होने पर उसको बिजली विभाग को बेचकर आमदनी बढ़ाने पर भी जोर दिया जाएगा। जिला पंचायत में प्रयोग होने वाली बिजली का प्रतिमाह बिल करीब 28 और जनरेटर के डीजल के खर्च पर हर माह करीब 30 हजार रुपए खर्च होते है। ऐसे में 50 किलोवाट का सोलर प्लांट लगवाकर दैनिक जरूरत की बिजली का खर्च कम किया जा सकेगा। जिससे जिला पंचायत को भी हर माह करीब 60 हजार रुपए की बचत होगी और उसका उपयोग विकास कार्यों में होगा। जल्द ही सोलर प्लांट लगवाने का कार्य शुरु हो जाएगा। उन्होंने बताया अगर सबकुछ सामान्य रहा तो ग्रामीण क्षेत्रों में सोलर लाइट लगवाने के लिए लोगों को जागरूक किया जाएगा। जिनके गांव में बिजली अधिक कटती है, उससे लोगों को निजात मिलेगी। शाम होते ही यह सोलर लाइट ऑटोमेटिक जलने लगेगी। जिला पंचायत अध्यक्ष डॉ. अंतुल तेवतिया ने बताया कि जिला पंचायत कार्यालय में रूफटॉप सोलर प्लांट लगवाने की योजना पर काम किया जा रहा है। जिसके लिए अधिकारियों को भी निर्देश दिए गए है। सोलर प्लांट पर कितना खर्च होगा, इसका एस्टीमेट तैयार कर शासन को भेजा जाएगा। जिला पंचायत कार्यालय में अनावश्यक होने वाले खर्चों को कम कर विकास कार्यों पर ज्यादा ध्यान दिया जा रहा है। सोलर प्लांट के लगने से हर माह करीब 60 हजार रुपए की बचत होगी।