गिरी गाज : हिंसा के बाद हटाए गए डीएम-एसपी

मुंगेर की घटना पर निर्वाचन आयोग सख्त

पटना। बिहार के मुंगेर में हिंसा के बाद निर्वाचन आयोग एकाएक एक्शन में आ गया है। निर्वाचन आयोग ने जिलाधिकारी राजेश मीणा और पुलिस अधीक्षक (एसपी) लिपि सिंह को हटाने के आदेश दे दिए हैं। पूरे प्रकरण की जांच के आदेश भी दिए गए हैं। मगध के डिविजन कमिश्नर को जांच का जिम्मा सौंपा गया है। 7 दिन के भीतर निर्वाचन आयोग को रिपोर्ट प्रेषित करनी होगी। मुंगेर में नए डीएम और एसपी की तत्काल पोस्टिंग की जाएगी। मुंगेर में मां दुर्गा की प्रतिमा के विसर्जन के दौरान फायरिंग होने से एक युवक की मौत हो गई थी। नागरिकों ने पुलिस पर गोलीबारी करने का आरोप लगाया था। दोषियों के खिलाफ कार्रवाई न होने पर उग्र भीड़ ने वीरवार की सुबह जमकर हंगामा कर दिया था। भीड़ ने जिला मुख्यालय में एसपी कार्यालय में तोड़-फोड़ करने के अलावा थाने पर पथराव कर कुछ गाडिय़ों को भी फूंक दिया था। इसके चलते शहर में एक बार फिर तनावपूर्ण हालात उत्पन्न हो गए हैं। इस बीच निर्वाचन आयोग ने बड़ी कार्रवाई की है। निर्वाचन आयोग ने जिलाधिकारी राजेश मीणा और एसपी लिपि सिंह को तत्काल प्रभाव से हटा दिया है। उनके स्थान पर जल्द नए अधिकारियों की तैनात करने, पूरे प्रकरण की जांच कर 7 दिन के भीतर रिपोर्ट उपलब्ध कराने के आदेश दिए गए हैं। मगध के डिविजन कमिश्नर को जांच का दायित्व सौंपा गया है। बिहार में पहली बार एसपी लिपि सिंह की छवि को धक्का लगा है। तेज-तर्रार पुलिस अधिकारी के तौर पर लिपि सिंह की पहचान है। उन्हें लेडी सिंघम के रूप में जाना जाता रहा है। कुख्यात अपराधियों पर नकेल कसने में वह माहिर रही हैं। निर्वाचन आयोग के आदेश से उन्हें झटका लगा है। उधर, हिंसा के बाद मुंगेर में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है। हुड़दंगियों की धरपकड़ के लिए पुलिस टीमें सक्रिय हो गई हैं। बता दें कि बिहार में इन दिनों विधान सभा चुनाव चल रहे हैं।