हापुड़ शहर की समस्याओं का डॉ. नितिन गौड़ करेंगे इलाज एचपीडीए के नवनियुक्त उपाध्यक्ष बोले अवैध कॉलोनियों को नहीं किया जाएगा बर्दाश्त मास्टर प्लान के अनुसार शहर में कराये जाएंगे विकास कार्य

हापुड़ पिलखुआ विकास प्राधिकरण नवागत उपाध्यक्ष आईएएस डॉ. नितिन गौड़ ने कहा कि हापुड़ शहर कैसे सुंदर बने, शहर वासियों को अधिक से अधिक सुविधाएं मिले इसको लेकर काम किया जाएगा। शहर के लोगों को आवास उपलब्ध कराना प्राधिकरण की जिम्मेदारी है। ऐसे में शहर में आवास को लेकर क्या नया और बेहतर किया जा सकता है इसकी प्लानिंग कर योजना को धरातल पर उतारा जाएगा। नितिन गौड़ ने स्पष्ट कहा कि बिना नक्शा पास कराये अवैध रूप से बसाई जा रही कॉलोनियों और कोलोनाइजर पर किसी प्रकार का रहम नहीं होगा। मास्टर प्लान के अनुसार शहर में डेवलपमेंट वर्क हो और उसी तरह से आवासीय एवं अन्य सेक्टर विकसित हो इस पर पूरा जोर रहेगा।
उदय भूमि ब्यूरो
हापुड़। हापुड़ पिलखुआ विकास प्राधिकरण (एचपीडीए) के नवनियुक्त उपाध्यक्ष डॉ. नितिन गौड़ ने मंगलवार को कार्यभार ग्रहण किया। उपाध्यक्ष का चार्ज संभालने के बाद डॉ. गौड़ ने प्राधिकरण अधिकारियों के साथ संक्षिप्त बैठक की। मीडिया से बात करते हुए उन्होंने शहर के विकास को लेकर प्राथमिकता बताई और कहा कि प्लानिंग के साथ सभी योजनाओं को अमलीजामा पहनाया जाएगा। विकास कार्यों पर फोकस करते हुए शहर के लोगों को आवास उपलब्ध कराया जाएगा और शहर के सुनियोजित विकास में बाधक बने अवैध कॉलोनियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। अवैध निर्माण को ध्वस्त कराने की कार्रवाई निरंतर जारी रहेगी। जो भी पुरानी योजनाएं लंबित चल रही हैं, उन्हें पूरा कराने के साथ नई योजनाओं को भी विकसित कराया जाएगा। अवैध कॉलोनी को बढ़ावा देने के मामले में यदि किसी विभागीय अधिकारी की संलिप्तता मिलती है तो सख्त कार्रवाई की जाएगी।
दिल्ली से सटे और एनसीआर का हिस्सा होने के बावजूद हापुड़ शहर में विकास की रफ्तार सुस्त है। हापुड़ में अवैध कॉलोनियों का मकड़जाल बढ़ता ही जा रहा है। लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। अवैध कॉलोनी बसाने वाले और अतिक्रमण को बढ़ावा देने वालों पर जोरदार प्रहार होगा। नवागत उपाध्यक्ष आईएएस डॉ. नितिन गौड़ ने कहा कि हापुड़ शहर कैसे सुंदर बने, शहर वासियों को अधिक से अधिक सुविधाएं मिले इसको लेकर काम किया जाएगा। शहर के लोगों को आवास उपलब्ध कराना प्राधिकरण की जिम्मेदारी है। ऐसे में शहर में आवास को लेकर क्या नया और बेहतर किया जा सकता है इसकी प्लानिंग कर योजना को धरातल पर उतारा जाएगा। नितिन गौड़ ने स्पष्ट कहा कि बिना नक्शा पास कराये अवैध रूप से बसाई जा रही कॉलोनियों और कोलोनाइजर पर किसी प्रकार का रहम नहीं होगा। मास्टर प्लान के अनुसार शहर में डेवलपमेंट वर्क हो और उसी तरह से आवासीय एवं अन्य सेक्टर विकसित हो इस पर पूरा जोर रहेगा। डॉ. गौड़ ने कहा कि शहरवासियों की समस्याओं और शिकायतों का त्वरित एवं गुणवत्तापूर्ण निस्तारण हो इसके लिए स्पेशल हेल्प डेस्क बनाया जाएगा। प्राधिकरण के अधिकारी जनता से संवाद कायम रखेंगे जिससे कि लोगों किसी काम के लिए अनावश्यक नहीं दौड़ना पड़ेगा। मानचित्र व म्यूटेशन को लेकर आने वाली समस्याओं को भी त्वरित गति से निपटाया जाएगा।
एचपीडीए की बदहाल आर्थिक स्थिति और प्राधिकरण को फिर से अपने पैर पर खड़े करने की चुनौती को लेकर पूछे गये सवाल के जवाब में डॉ. नितिन गौड़ ने कहा कि चुनौतियों को स्वीकार कर उसे दुरूस्त करना दायित्व और कर्तव्य भी है। उन कारणों की पहचान की जाएगी जिस कारण से आर्थिक स्थिति बिगड़ी है और कमियों को दूर कर बेहतर प्लानिंग से प्राधिकरण की आमदनी बढ़ाने को लेकर काम किया जाएगा और आप सभी को इसका परिणाम भी दिखाई देगा। लैंड बैंक की स्थिति को देखते हुए नई आवासीय योजना लाकर प्राधिकरण की आमदनी को बढ़ाया जाएगा। आईएएस नितिन गौड़ पेशे से डॉक्टर हैं और आईएएस सर्किल में उन्हें समस्याओं का निस्तारण करने वाले डॉक्टर के उपनाम से भी जाना जाता है। विदित हो कि डॉ. नितिन गौड़ को गाजियाबाद के म्युनिसिपल कमिश्नर के रूप में कांटों भरा ताज मिला था। नगर निगम की आर्थिक स्थिति खस्ताहाल थी। 350 करोड़ रुपये से अधिक की देनदारी का बोझ था। भुगतान नहीं होने के कारण ठेकेदारों ने काम करना बंद कर दिया था। चर्चाएं होने लगी थी नगर निगम में अधिकारियों और कर्मचारियों पर सैलरी संकट गहरा जाएगा। लेकिन डॉ. गौड़ ने इस संकट से नगर निगम को उबारा। गाजियाबाद नगर निगम को आर्थिक संकट से ऊबारने से लेकर भू-माफिया के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के लिए उनकी खूब तारीफ हुई है। भू-माफिया के चंगुल से अरबों रुपए की जमीन को कब्जा मुक्त कराने के साथ एफआईआर दर्ज कराने की कार्रवाई की। राज नगर फ्लाईओवर के नीचे स्पोर्ट्स प्लाजा का निर्माण कर नगर आयुक्त ने गाजियाबाद नगर निगम की कार्यप्रणाली को नई दिशा दी। उत्तर प्रदेश के चीफ सेक्रेटरी दुर्गा शंकर मिश्रा ने गाजियाबाद के इस पहल की प्रशंसा की। उत्तर प्रदेश के अन्य शहरों के अलावा दूसरे राज्यों में भी इसे अपनाने पर जोर दिया। बाढ़ संकट में फंसे गाजियाबाद के लोगों की मदद के लिए डॉ. नितिन गौड़ ने जो किया वह उनके मानवीय संवेदना के भाव को दर्शाता है। डॉ. नितिन ने अपनी जान जोखिम में डालकर निगम अधिकारियों के साथ मिलकर लोगों तक राहत और मदद पहुंचाई और उनकी जान बचाई।
2016 बैच के आईएएस डॉ. नितिन गौड़ अफसर बनने से पहले एमडी डॉक्टर के रूप में दिल्ली में प्रैक्टिस करते थे। डॉ. नितिन गौड़ प्रदेश की आईएएस लॉबी में अपनी सादगी के कारण चर्चा में रहते हैं। वर्ष 2018 में मुजफ्फरनगर के बुढ़ाना में एसडीएम के पद पर नियुक्ति के दौरान कभी बस में बैठकर तो कभी ऑटो से कार्यालय जाते थे। नितिन गौड़ कि अधिकांश पढ़ाई दिल्ली में ही हुई। वहीं से एमबीबीएस और एमडी किया। गोंडा, मुजफ्फरनगर और मथुरा में पोस्टिंग के बाद गाजियाबाद के म्युनिसिपल कमिश्नर बने और अब उन्हें हापुड़ पिलखुआ विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष की जिम्मेदारी दी गई है। डॉ. नितिन ने मेडिकल के स्टूडेंट्स के लिए एक किताब भी लिखी है। उनकी लिखी किताब ‘करियर चॉइस पोस्ट एमबीबीएस: एन इनिशिएटिव टू मेंटर मेडिकोज फॉर देयर अल्टीमेट ड्रीम’ काफी चर्चित रही है।