नशा परिवार के पतन का सबसे बड़ा दुश्मन: राकेश कुमार सिंह

-मादक पदार्थ के धंधेबाजों के खिलाफ कार्रवाई करने के दिए निर्देश
-मादक पदार्थों (नशीले पदार्थों) की बिक्री व तस्करी को लेकर डीएम ने की बैठक

गाजियाबाद। अवैध मादक पदार्थों (नशीले पदार्थों) की तस्करी व बिक्री रोकने के लिए पुलिस और आबकारी विभाग धंधेबाजों के खिलाफ संयुक्त रूप से कार्रवाई करें। सीमावर्ती क्षेत्रों विशेषकर अंतरराज्यीय व अंतर्जनपदीय सीमा पर चौकसी बरती जाए। उक्त बातें शुक्रवार को जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने नारको को-ऑर्डिनेशन सेंटर (नार्को समन्वय केंद्र) को लेकर कलेक्ट्रेट के महात्मा गांधी सभागार में पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक करते हुए कहीं। उन्होंने कहा जनपद में मादक पदार्थों के अवैध कारोबार, खरीद-फरोख्त और ड्रग ट्रैफिकिंग के खिलाफ अभियान को और तेज करने की जरुरत है। इस दृष्टि से जनपद में सतर्कता और इण्टेलिजेंस को बेहतर करना होगा एवं जनपद की अन्तर्राज्यीय सीमा पर कड़ी नजर रखने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि जनपद के विकास और सुरक्षा की दृष्टि से सीमा प्रबन्धन अत्यन्त महत्वपूर्ण विषय है। हमें इसे एक मुहिम का रूप देना होगा।

जिलाधिकारी ने निर्देशित किया कि बेहतर समन्वय के साथ ड्रग माफिया के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई की जाए। नशा कारोबारियों पर शिकंजा कसने के लिए पुलिस व आबकारी विभाग को अपने मुखबिर तंत्र से समन्वय स्थापित कर और अधिक सक्रिय करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि जनपद में ऐसी बस्तियों, स्कूल, कॉलेज, तकनीकी संस्थानों को चिन्हित करें जहाँ मादक पदार्थों की खरीद फरोख्त करने व तस्करी करने वाले गिरोह सक्रिय हैं। इसके लिए निगरानी तंत्र को और अधिक प्रभावी करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि नशा परिवार के पतन का सबसे बड़ा दुश्मन है और उससे बड़ा खतरा हैं नशे के सौदागर जो ड्रग्स का काला कारोबार कर न सिर्फ देश की आर्थिक हानि कर रहे बल्कि लोगो की हंसती खेलती जिंदगी को तबाह कर रहे है।

रेलवे स्टेशन, बस स्टेशन जैसे स्थानों पर विशेष निगरानी रखी जाए ताकि जो लोग मादक पदार्थों की तस्करी कर रहे हैं उनको पकड़ा जा सकें। इसके लिए जीआरपी, आरटीओ, परिवहन विभाग को निर्देशित किया कि वह विशेष अभियान चलाकर तस्करी कर रहे लोगों को पकडऩे की कार्रवाई करें। जनपद में संचालित नशा मुक्ति केंद्रों के खिलाफ भी विशेष अभियान चलाकर उन में रह रहे लोगों का वेरिफिकेशन किया जाए तथा चिन्हित किया जाए कि कोई व्यक्ति नशे के कारोबार में शामिल है कि नहीं। उन्होंने आबकारी विभाग को बार-रेस्टोरेंट पर चेतावनी प्लेट लगाने के निर्देश दिए। ड्रग इंस्पेक्टर को निर्देशित किया कि सभी दवा की दुकानों का निरीक्षण करें एवं बगैर लाइसेंस के नारकोटिक्स रखने वाले मेडिकल स्टोरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करें। बैठक में डीसीपी नगर निपुण अग्रवाल, एडीएम सिटी गंभीर सिंह, जिला आबकारी अधिकारी राकेश कुमार सिंह, बेसिक शिक्षा अधिकारी विनोद मिश्रा सहित संबंधित विभागों के अधिकारीगण उपस्थित रहे।