आबकारी आयुक्त ने की समीक्षा बैठक, मेरठ जोन के जनपदीय अधिकारियों के कसे पेंच

-प्रतिदिन कार्ययोजना बनाकर आबकारी अपराधों पर करें नियंत्रण: डॉ आदर्श सिंह
-पुलिस प्रशासन सहित अन्य विभागों से समन्वय बना कर कार्रवाई करने के दिए निर्देश
-साल के साथ प्रतिदिन आबकारी विभाग के लक्ष्य को बढ़ाने के आबकारी निरीक्षकों दिए निर्देश

गौतमबुद्ध नगर। देश और प्रदेश के विकास का आधारभूत ढांचा आर्थिक सु²ढ़ता पर निर्भर करता है और उत्तर प्रदेश की आर्थिक सु²ढ़ता में आबकारी विभाग रीढ़ की भूमिका में है। प्रदेश को सर्वाधिक राजस्व देने वाले विभागों में आबकारी विभाग अपनी अहम भूमिका निभा रहा है। आबकारी विभाग के राजस्व को दिन-प्रतिदिन बढ़ाने के लिए आबकारी विभाग रोज कसरत करता नजर आ रहा है। एक तरफ अवैध शराब के कारोबार को खत्म करना और दुसरी और राजस्व को बढ़ाना दोहरी चुनौती के बीच आबकारी विभाग के अधिकारी अपने कर्तव्यों को बखूंबी अंजाम देते नजर आ रहे है। लोकसभा चुनाव को लेकर मंगलवार देर शाम गौतमबुद्ध नगर स्थित गौतम विश्वविद्यालय के ऑडिटोरियम में अवैध मदिरा के परिवहन व विक्रय की रोकथाम के लिए प्रवर्तन कार्य एवं देशी, विदेशी, बीयर के उपभोग आधारित राजस्व के दृष्टिगत आबकारी आयुक्त डॉ आदर्श सिंह की अध्यक्षता में संयुक्त आबकारी आयुक्त मेरठ जोन, मेरठ सुनील मिश्रा, उप आबकारी आयुक्त मेरठ प्रभार, मेरठ राकेश अग्रवाल की मौजूदगी में गाजियाबाद संजय कुमार प्रथम, गौतमबुद्ध नगर सुबोध कुमार श्रीवास्तव, बुलंदशहर राजेन्द्र प्रसाद, हापुड़ प्रकाश सिंह, बागपत नवीन सिंह, मेरठ प्रदीप सिंह एवं अपराध निरोधक क्षेत्रों के आबकारी निरीक्षकों, मेरठ प्रवर्तन इकाई के सभी सहायक आबकारी आयुक्त व आबकारी निरीक्षकों और पोटेबल डिस्टेलरियों में नियुक्त सहायक आबकारी आयुक्तों के साथ बैठक लेते हुए कहा राजस्व वसूली बढ़ाने के लिए अवैध शराब के कारोबार को खत्म करने के साथ जागरूकता पर भी विशेष ध्यान दिया जाए।

शराब की दुकानों पर होने वाली ओवर रेटिंग को रोकने के लिए लगातार गुप्त टेस्ट परचेजिंग कराई जाए। शराब दुकानों पर किसी भी प्रकार की अनियमितता पाए जाने पर सेल्समैन व लाइसेंस धारकों के खिलाफ भी कठोर कार्रवाई की जाए। शासन से निर्धारित लक्ष्य प्राप्ति के लिए भी कार्य करें। नियमित रूप से दुकानों की चेकिंग व विशेष रूप से ओवर रेटिंग के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति का सख्ती से पालन करते हुए गोपनीय टेस्ट परचेज करवाते रहने, सीसीटीवी कैमरों के सुचारू संचालन को सुनिश्चित करने और उत्कृष्ट प्रवर्तन कार्य करने के निर्देश दिए। साथ ही आबकारी निरीक्षकों को भी कार्रवाई के साथ राजस्व बढ़ोत्तरी करने के सख्त निर्देश दिए। आबकारी आयुक्त डॉ आदर्श सिंह ने कहा बाहरी राज्यों से होने वाली शराब तस्करी रोकने के साथ-साथ पिछले साल की अपेक्षा प्रतिदिन अपने राजस्व में बढ़ोतरी करें। राजस्व वसूली में पीछे रहने वाले आबकारी निरीक्षकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। दो दिन बाद मतदान होना है, जिसे लेकर 48 घंटे पूर्व ही सभी शराब की दुकानें पूणतया: बंद रहें। बैठक में प्रवर्तन कार्य और निकासी की जनपदवार और निरीक्षकवार समीक्षा करते हुए कम निकासी वाले निरीक्षकों को तत्काल अपनी निकासी सुधारने के लिए निर्देश दिए।

विदेशी मदिरा और बीयर के विभिन्न ब्रांडो और समुद्र पार आयातित मदिरा ब्रांडो की उपलब्धता सुनिश्चित किया जाए। मेरठ प्रभार के सभी आबकारी निरीक्षकों को जीएसटी एवं अन्य एजेंसी से समन्वय बनाते हुए गुणवत्तापूर्ण और बड़ी घटनाओं को पकडऩे के लिए निर्देश दिए। साथ ही अन्य विभाग के साथ समन्वय स्थापित कर संयुक्त कार्रवाई करें। आपसी समन्वय से परिणाम बेहतर आते है। सभी आबकारी निरीक्षक अपने-अपने क्षेत्र में दिन के साथ रात में भी विशेष अभियान चलाकर कार्रवाई करते रहे। ध्यान रहें कोई भी विक्रेता शराब पर अंकित मूल्यों से अधिक की वसूली न करें। जिस क्षेत्र में ओवर रेटिंग की शिकायत सबसे अधिक मिलेंगी, विक्रेता के साथ संबंधित इंस्पेक्टर के खिलाफ भी कठोर कार्रवाई की जाएगी। आबकारी विभाग के राजस्व को किन स्रोतों से बढ़ाया जा सकता है, इस पर मंथन किया गया। सभी शराब दुकानों पर स्टॉक रजिस्टर, निकासी पासबुक, वितरण पंजिका व शिकायत पुस्तिका की नियमित जांच की जाए।
आबकारी आयुक्त ने कहा अगर कोई अधिकारी या कर्मचारी भी गलत कार्यों में मिलीभगत करता पाया जाता है तो उसे भी नहीं छोड़ा जाएगा। उन्होंने संबंधित विभागों को शराब और नशे के अवैध कार्यों की रोकथाम के लिए निगरानी तंत्र को मजबूत बनाने के निर्देश जारी किए। उन्होंने कहा कि अपराधियों में भय उत्पन्न करना ही प्राथमिकता होनी चाहिए। इसके लिए जनता से भी सहयोग लिया जाए और पुलिस विभाग को सख्त कार्रवाई के लिए सरकार व शासन से पूरे सहयोग मिलेगा।

कहा कि जिन दुकानों पर कम निकासी हो रही हो उन दुकानों का लगातार निरीक्षण किया जाए। आयुक्त ने मंडल के सभी थोक दुकानों पर रजिस्टर्ड ब्रांडों की मांग के अनुसार उपलब्धता बनाने के निर्देश दिए। कहा कि थोक अनुज्ञापनों पर मांग पत्रों पर प्रथम आवक प्रथम पावक के सिद्धांत पर राजस्व हित में मंदिरा की आपूर्ति सुनिश्चित की जाए। उन्होंने सभी अधिकारियों को शासन की ओर से निर्धारित लक्ष्य के सापेक्ष शत प्रतिशत प्राप्ति सुनिश्चित करने के लिए कच्ची शराब के निर्माण एवं बिक्री तथा अवैध मदिरा की तस्करी पर पूर्ण अंकुश लगाने के लिए निरन्तर क्षेत्र में भ्रमण कर प्रवर्तन कार्य किए जाने के निर्देश दिए। बैठक में गौतमबुद्ध नगर आबकारी निरीक्षक गौरव चन्द,रवि जायसवाल, शिखा ठाकुर, नामवर सिंह, आशीष पाण्डेय, अभिनव शाही, चन्द्रशेखर सिंह, गाजियाबाद आबकारी निरीक्षक अखिलेश बिहारी वर्मा, राकेश त्रिपाठी, हिम्मत सिंह, त्रिवेणी प्रसाद मौर्या, मनोज शर्मा, अनुज वर्मा और अभय दीप सिंह समेत अन्य जनपदों के भी आबकारी निरीक्षक उपस्थित रहें।