होली पर्व पर आबकारी विभाग को हुई बम्पर कमाई, लखनऊ, गाजियाबाद व गौतमबुद्ध नगर में पी गए करोड़ों की शराब

-लखनऊ में 18, गाजियाबाद में 12 और गौतमबुद्ध नगर में 13 करोड़ का राजस्व हुआ प्राप्त
-अवैध शराब के खिलाफ आबकारी विभाग की सख्ती का दिखा असर

लखनऊ। बीते दिन पूरे देश में होली का पर्व धूमधाम के साथ मनाया गया। देश के हर कोने में लोगों जमकर रंग गुलाल लगाकर खूब मस्ती की। इसी बीच लखनऊ, गाजियाबाद और गौतमबुद्ध नगर ने भी अपना एक नया रिकॉर्ड बनाया है।
आम दिन के अपेक्षा दो से तीन गुना बिक्री से आबकारी विभाग गदगद है। सबसे ज्यादा अंग्रेजी शराब की बिक्री हुई है। होली को लेकर दुकानदारों ने हर माह से ज्यादा माल का उठान किया था। होली के एक दिन पूर्व 24 मार्च को सुबह से देर रात तक शराब की दुकानों पर खरीदारों की भीड़ लगी रही। इससे कई दुकानों पर अंग्रेजी ब्रांडेड शराब का स्टॉक जल्द ही खत्म हो गया। लोग एक दुकान से दूसरी दुकान पर दौड़ते नजर आए। जनपद वासियों ने होली पर्व को लेकर गजब का रिकॉर्ड बना दिया है। दरअसल होली वाले दिन जनपद के शौकीनों ने करोड़ों की शराब खरीद कर सभी को चौंका दिया। राजस्व में एकाएक उछाल का दूसरा कारण यह भी माना जा रहा है कि होली पर्व को लेकर आबकारी विभाग द्वारा की गई कार्रवाई का भी यह असर रहा है।

बाहरी राज्यों से होने वाली शराब तस्करी रोकने के साथ-साथ क्षेत्र में होने वाले अवैध शराब का कारोबार को पूरी तरह से खत्म करने के लिए आबकारी विभाग की टीमों ने दिन-रात कड़ी मेहनत की। जिसका परिणाम यह रहा कि बाहरी राज्यों की शराब तस्करी करने वाले तस्करों को जेल भेजने के साथ-साथ जनपदों में चोरी-छिपे शराब तस्करी करने वालों को जेल के पीछे भेजा गया। शराब बिक्री बढऩे के पीछे अवैध एवं मिलावटी शराब पर पाबंदी भी बड़ी वजह बताई जा रही है। नकली शराब का पैसा शराब माफिया के खाते में जाता था। मगर आबकारी विभाग की कार्रवाई के चलते इस बार माफिया अपने मंसूबों में कामयाब नहीं हो पाए। आबकारी विभाग की टीम ने शराब तस्करों को पकडऩे के लिए शहर से लेकर देहात क्षेत्र तक अपना जाल बिछाया हुआ था। जिसके चलते आबकारी विभाग की नजर हर उस क्षेत्र, गलियों पर थी , जहां से शराब तस्करी की ज्यादा आशंका रहती है। कहां जाता है उत्तर प्रदेश में अगर सबसे ज्यादा राजस्व किसी विभाग से आता है तो वह आबकारी विभाग है। उत्तर प्रदेश में शराब का एक ऐसा चलन है की लोग चाहे दुख में हो या खुशी लेकिन शराब का साथ नहीं छोड़ते।

अगर ज्यादा खुश हुए तो भी जाम छलकते हैं और अगर दुखी हुए तो भी बिना शराब के रह नहीं पाते। ऐसे में अगर बात किसी खास पर्व की हों जैसे होली तो यूपी वाले सभी को पीछे छोड़ देते हैं। होली पर्व के एक दिन पहले जहां नवाबो के शहर कहे जाने वाले लखनऊ के शौकीन करीब 18 करोड़ रुपये की शराब पी गए। लखनऊ जिला आबकारी सूत्रों के मुताबिक 23 और 24 मार्च को लखनऊ में 4 लाख 21 हज़ार 448 केन बीयर जिसकी कीमत 5 करोड़ 48 लाख के करीब बताई जा रही है। वही, 1 लाख 43 हज़ार 465 बोतल अंग्रेजी शराब बिकी जिसकी कीमत 10 करोड़ 75 लाख है। देसी शराब 2 लाख 10 हजार 470 लीटर बिकी जिसकी कीमत 1.5 करोड़ रुपये बताई जा रही। वहीं गाजियाबाद के शौकीन भी करीब 12 करोड़ रुपये की शराब गटक गए। इन सबके साथ गौतमबुद्ध नगर भी अछूता नहीं रहा है गौतमबुद्ध नगर के शौकीनों ने भी आबकारी विभाग की झोली में एक दिन में करीब 13 करोड़ रुपये भरे है। गाजियाबाद दिल्ली से सटा होने के कारण ज्यादातर अवैध शराब की संभावना रहती है। वहीं इससे ज्यादा संभावना गौतमबुद्ध नगर में रहती है। गौतमबुद्ध नगर दिल्ली व हरियाणा से पूरी तरह सटा हुआ है। बाहरी राज्यों की शराब तस्करी रोकने के लिए आबकारी विभाग की टीम ने पहले बैठक कर पड़ोसी राज्यों के जनपदीय अधिकारियों के साथ मंत्रणा कर अपनी कार्रवाई की रुपरेखा तैयार कर ली थी। जिसके चलते होली पर्व पर इस बार माफिया अपने अवैध धंधे को चमकाने में नाकाम साबित हुए। होली पर्व को संपन्न कराने के बाद अब लोकसभा चुनाव को संपन्न कराने के लिए आबकारी विभाग ने अपने रणनीति तैयार कर ली है।

राकेश कुमार सिंह
जिला आबकारी अधिकारी

होली त्योहार पर आम दिन के अपेक्षा दोगुना से तीन गुना शराब की बिक्री बढ़ जाती है। जनपद में इस बार होली पर्व से एक दिन पूर्व करीब 18 करोड़ का राजस्व विभाग को मिला है। जिले में हर दिन देसी व अंग्रेजी शराब की औसतन 6.10 करोड़ की बिक्री होती है। होली पर बंदी के बावजूद बिक्री अच्छी रही। साथ ही बाहरी राज्यों की शराब तस्करी रोकने और कच्ची शराब के खिलाफ टीम द्वारा बेहतर कार्रवाई की गई। आबकारी विभाग सदैव अपने एक ही उद्देश्य के साथ आगे बढ़ रहा है। अवैध शराब के धंधे को पूरी तरह से खत्म करने के साथ राजस्व को बढ़ाने पर जोर दिया जा रहा है।
– राकेश कुमार सिंह,
जिला आबकारी अधिकारी
लखनऊ।

सुबोध कुमार श्रीवास्तव
जिला आबकारी अधिकारी

होली पर्व को सकुशल संपन्न कराने के साथ-साथ शराब तस्करों के खिलाफ आबकारी विभाग विभाग की टीम ने अन्य विभाग के साथ समन्वय स्थापित कर अच्छा प्रदर्शन किया है। होली पर्व पर जनपद में शासन के निर्देशानुसार सभी दुकानें पूरी तरह से बंद रही थी। होली से एक दिन पूर्व गौतमबुद्ध नगर में आबकारी विभाग को करीब 13 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ है। आबकारी विभाग के राजस्व को बढ़ाने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे है। भविष्य में इस तरह शराब तस्करों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए राजस्व को बढ़ाने के लिए ठोस कदम उठाए जाएंगे।
-सुबोध कुमार श्रीवास्तव
जिला आबकारी अधिकारी
गौतमबुद्ध नगर

संजय कुमार
जिला आबकारी अधिकारी

जनपद में होली का पर्व शांतिपूर्ण मनाया गया। साथ ही इस बार आबकारी विभाग को करीब 12 करोड़ का राजस्व प्राप्त हुआ है। बाहरी राज्यों से होने वाली शराब तस्करी रोकने के लिए आबकारी विभाग की टीम द्वारा दिन-रात मेहनत की गई। इसी का परिणाम है कि इस वर्ष होली पर्व पर 12 करोड़ का राजस्व प्राप्त हुआ है। अवैध शराब के खिलाफ विभाग की कार्रवाई आगे भी लगातार जारी रहेगी। बाहरी राज्यों के साथ-साथ छोटे-बड़े शराब तस्करों कार्रवाई की जाएगी। जनपद में जीरो टॉलरेंस नीति के तहत कार्रवाई लगातार की जा रही है।
-संजय कुमार
जिला आबकारी अधिकारी गाजियाबाद।