10 लाख पौधों से हराभरा होगा गाजियाबाद: राकेश कुमार सिंह

-हरियाली बढ़ाने को जिले में लगाए जाएंगे 10 लाख से ज्यादा पौधे

गाजियाबाद। पर्यावरण संरक्षित करने एवं जिले में हरियाली बढ़ाने के लिए 10 लाख से ज्यादा पौधे रोपित किए जाएंगे। जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने दावा किया कि पिछले साल की तरह इस साल भी जिले में 10 लाख से ज्यादा पौधे रोपित किए जाएंगे। इसके लिए सभी विभाग का लक्ष्य निर्धारित कर दिया गया हैंं। सोमवार को विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर जिलाधिकारी एवं जीडीए उपाध्यक्ष राकेश कुमार सिंह ने सिटी फॉरेस्ट में पौधारोपण किया। जीडीए के उद्यान अनुभाग एवं उत्थान समिति, भागीरथ पब्लिक स्कूल के सौजन्य से पर्यावरण दिवस पर सिटी फॉरेस्ट में कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस मौके पर जिलाधिकारी ने पौधारोपण किया। वहीं, जीडीए के अपर सचिव सीपी त्रिपाठी, उद्यान प्रभारी एसके भारती एवं संस्थाओं ने पौधे रोपित किए।

सिटी फॉरेस्ट में चित्रकला प्रतियोगिता, नुक्कड़ नाटक और पौधारोपण कार्यक्रम आयोजित किया गया।चित्रकला के माध्यम से बच्चों ने पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया। नुक्कड़ नाटक की प्रस्तुति देकर बच्चों ने प्लास्टिक के दुष्प्रभावों की जानकारी दी। कार्यक्रम का उद्घाटन जिलाधिकारी एवं जीडीए उपाध्यक्ष राकेश कुमार सिंह ने पौधारोपण कर किया। सिटी फॉरेस्ट में करीब 125 पौधे लगाए गए। इसमें से 10 बच्चों को स्वर्ण पदक, 20 बच्चों को रजत और बाकी बच्चों को कांस्य पदक से सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में सभी बच्चों को स्मृति चिन्ह व प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया। जिलाधिकारी ने कहा कि पौधारोपण अभियान की जुलाई में शुरूआत की जाएगी।जनपद में 10 लाख से ज्यादा पौधा रोपण कर हरियाली बढ़ाई जाएगी। इसमें वन विभाग 1.50 लाख पौधे लगाने का लक्ष्य रखा है।

वहीं,जीडीए,नगर निगम,सिंचाई विभाग,पीडब्ल्यूडी समेत अन्य विभाग भी लक्ष्य के अनुसार पौधारोपण करेंगे। इसमें एओए,आरडब्ल्यूए,बिल्डर व सोसायटी की भी मदद ली जाएगी। ताकि ज्यादा से ज्यादा पौधे लगाए जा सकें। यह पौधे सामान्य और मियावाकी पद्धति से लगाए जाएंगे।प्रदेश का मुख्य द्वार कहे जाने वाले गाजियाबाद में प्रदूषण बढ़ रहा है।प्रदूषण के मामले में देश में सर्वश्रेष्ठ तीन स्थानों में कई बार जगह बना चुका हैं। ऐसे में जनपद में पौधारोपण कर हरियाली बढ़ाने रप जोर दिया जा रहा है।ताकि प्रदूषण के स्तर को कम किया जा सके। मानसून सत्र के दौरान जिले में 10 लाख से ज्यादा पौधारोपण किया जाएगा।इसमें सबसे ज्यादा वन विभाग 1.50 लाख पौधे लगाएगा।वन विभाग के नेतृत्व में ही अन्य सभी सरकारी विभाग पौधारोपण करेंगे। जबकि नगर निगम को करीब 1.50 लाख पौधे लगाने का लक्ष्य मिला है।जीडीए भी विभिन्न क्षेत्रों में 1.30 लाख पौधे लगाएगा। इनके अलावा जिला प्रशासन,पीडब्ल्यूडी,सिंचाई विभाग आदि पौधारोपण करेंगे।

वन विभाग,जीडीए,नगर निगम इस बार सामान्य व मियावाकी पद्धति से पौधे रोपित करेगा। जीडीए के उद्यान प्रभारी एसके भारती  का कहना है कि मानसून सत्र में 1.30 लाख पौधे लगाने हैं। इसमें से ज्यादातर मियावाकी पद्धति से पौधे लगाए जाएंगे।यानि कि घना जंगल के रूप में एक ही स्थान पर ज्यादा पौधे लगाए जाएंगे। इसके लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। यह पौधे मियावाकी पद्धति से लगाए जाएंगे। मानसून सत्र को दृष्टिगत रखते हुए अब पर्यावरण दिवस से पौधारोपण की शुरूआत कर दी गई है। ऐसे में जीडीए समेत अन्य विभागों ने टेंडर भी जारी कर दिए हैं। ताकि समय अवधि के भीतर पौधारोपण करने का लक्ष्य पूरा किया जा सकें।

वन विभाग समेत अन्य विभाग पौधारोपण करने के लिए जमीन चिन्हित कर रहे हैं। जिलाधिकारी ने इन्हें पहले ही जमीन चिन्हित करने के निर्देश दिए है। जीडीए ने विभिन्न योजनाओं में खाली पड़ी जमीन की सूची तैयार की है। जीडीए मधुबन-बापूधाम योजना के अलावा इंद्रप्रस्थ योजना, कोयल एंन्क्लेव, स्वर्णजयंतीपुरम समेत अन्य पार्कों में पौधे लगाएगा। इसके अलावा ग्रीन बैल्ट में पौधे लगाए जाएंगे। नॉदर्न पेरीफेरल रोड के दोनों तरफ पौधे लगाए जाएंगे। नगर निगम ने पार्कों और खाली जमीन पर पौधे लगाने के लिए तैयारी शुरू कर दी है।इनके अलावा अन्य विभागों द्वारा भी पौधा रोपण को लेकर तैयारी की जा रही हैं।