ब्रह्म समाज के लिए भी सरकार चलाएं योजनाएं: तरुण मिश्र

-असम के राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया से ब्राह्मण सेवक तरुण मिश्र ने की मुलाकात

गुवाहाटी। ब्राह्मण समाज के कल्याण को लेकर एक बार फिर से अखिल भारतवर्षीय ब्राह्मण महासभा के पूर्व महामंत्री एवं ब्राह्मण सेवक तरुण मिश्र ने अपनी आवाज को बुंलद करते हुए मंत्रियों से मुलाकात का दौरा शुरु कर दिया है। तीन दिवसीय दौरे के दुसरे दिन सोमवार को असम के राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया से ब्राह्मण सेवक तरुण मिश्र ने मुलाकात कर विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की। उन्होंने कहा असम सरकार द्वारा पुजारियों के लिए जो पेंशन की योजना चलाई है। उसी तरह ब्रह्म समाज के लिए भी सरकार को कोई ठोस कदम उठाना होगा। ब्रह्म समाज के कल्याण के लिए भी सरकार को उनके हितों को ध्यान में रखते हुए ब्राह्मण कल्याण बोर्ड गठन के साथ अन्य योजनाओं का संचालन किया जाए। जिससे ब्रह्म समाज को उस योजना का लाभ मिल सकें। मंदिर के पुजारियों के हितों को ध्यान में रखकर सरकार पेंशन देना शुरु कर दिया है, जो कि सराहनीय है। मगर इन सबके अलावा सरकारी योजनाओं से कहीं न कहीं आज भी ब्रह्म समाज अछूता है।

उनके हकों का आज भी दोहन हो रहा है। न्याय पाने के लिए दर-दर की ठोकर खाने को मजबूर है। ब्राह्मण समाज शुरू से प्रभावशाली रहा है, 1952 से ही राजनीति का केंद्र बिंदु हो या फिर सामाजिक कार्य। अगर ब्राह्मण समाज के कल्याण के लिए बोर्ड का गठन हो जाए तो उनके हकों का दोहन नही होगा। ब्रह्म समाज को भी सरकार की योजनाओं से जोडऩे का कार्य किया जाए। जिससे समस्त ब्रह्म समाज को इसका लाभ मिल सकें। उन्होंने कहा असम में ब्राह्मण समाज कल्याण बोर्ड के गठन की जरूरत है ताकि समाज का कोई भी व्यक्ति इस बोर्ड के जरिए अपनी समस्या का समाधान करा सके। तरूण मिश्र ने कहा जिस तरह से ब्राह्मण समाज के हकों का दोहन हो रहा हैं, इससे आने वाली पीढ़ी का जीना मुश्किल हो जाएगा। ब्राह्मण समाज के कल्याण के लिए देश में ब्राह्मण कल्याण बोर्ड का गठन बेहद ही जरुरी हो गया हैं। अगर इसे पूरे देश में जल्द लागू नही किया गया तो ब्राह्मण का समाज में जीना मुश्किल हो जाएगा।