झारखंड से अफीम लेकर दिल्ली-एनसीआर समेत विभिन्न राज्यों में करता था सप्लाई 50 लाख की अफीम समेत अन्तर्राज्यीय तस्कर गिरफ्तार

गाजियाबाद। झारखंड से तस्करी कर गाजियाबाद, दिल्ली, एनसीआर, पंजाब व हरियाणा में सप्लाई के लिए लाई जा रही 50 लाख की अफीम समेत अंतरराज्यीय तस्कर को क्राइम ब्रांच की टीम ने गिरफ्तार किया है। पकड़ा गया तस्कर कम समय में ज्यादा अमीर बनने की चाह में मादक पदार्थों की तस्करी करता था। जिन्हें वह गाजियाबाद, दिल्ली, एनसीआर, पंजाब व हरियाणा में होने वाली पार्टियों में सप्लाई करता था। आरोपी पिछले करीब 6 माह से लगातार तस्करी का कारोबार कर रहा था। आज भी तस्कर पार्टी में अफीम तस्करी के लिए लेकर आया था, मगर इस बार क्राइम ब्रांच की टीम की फूल प्रूफ प्लानिंग ने तस्कर के इरादों पर पानी फेर दिया।

एडीसीपी क्राइम सच्चिदानंद ने अफीम तस्करी की घटना का खुलासा करते हुए बताया शनिवार रात को मुखबिर की सूचना पर क्राइम ब्रांच प्रभारी अब्दुर रहमान सिद्दीकी की टीम ने थाना सिहानी गेट क्षेत्र में बस स्टैंड के पास से 2 किलो अफीम सहित अन्तर्राज्यीय तस्कर पंकज कुमार दांगी पुत्र होरिल दांगी निवासी मोहल्ला पांडे टोला कस्बा जनपद चतरा झारखंड को गिरफ्तार किया है। पकड़ा गया तस्कर पांचवी पास है। जो कि पूर्व में पैसा कमाने के लिए मुंबई गया था। मगर जब वहां पर ज्यादा पैसा न मिलने और मेहनत अधिक होने के कारण काम छोड़कर वापस अपने गांव झारखंड आ गया और वहीं रहकर खेती करने लगा। इस बीच इसका संपर्क अफीम बेचने वाले गांव के संतोष से हो गया। पहले उससे अफीम लेकर वह आसपास के क्षेत्रों में सप्लाई करने लगा। मगर उसमें भी कमाई कम हुई तो उसने संतोष से पूछने पर गाजियाबाद, एनसीआर क्षेत्र, दिल्ली, पंजाब व हरियाणा की कुछ पार्टियों के बारे में बताया। उसके बाद पंकज ने यहां की पार्टियों से संपर्क किया और फिर झारखंड से अफीम लेकर सप्लाई करने लगा।

पुलिस से बचने के लिए आरोपी बस व ट्रेन में सफर करता था। जनरल टिकट लेकर वह ट्रेन में चढ़ जाता था। जनरल कोच में भीड़ होने के कारण चेकिंग कम होती है। जिससे इसे फायदा मिल जाता था। इसके साथ ही वह बीच-बीच में उतरकर बस में सफर करता था। बस में बैठते समय अफीम को पेट से बांध लेता था। जहां अफीम सप्लाई करनी होती थी, उनसे वह जगह और समय पहले ही तय कर लेता था। इसी अफीम सप्लाई होने तक अपना फोन बंद रखता था। जिससे उसे कोई ट्रेस न कर सकें। अफीम सप्लाई होने के बाद फोन कर लेता था और वापस झारखंड चला जाता था। आरोपी पिछले करीब 6 माह से लगातार अफीम तस्करी का कारोबार कर रहा है। रात भी गाजियाबाद में तस्करी के लिए यहां आया था। अफीम की तस्करी में कम समय में ज्यादा फायदा होता है। इससे वह अपना शौक व घर के खर्चे पूरा करता है। आरोपी से हुई पूछताछ में कई महत्वपूर्ण जानकारी मिली है। जिस पर टीम कार्रवाई कर रही है। जल्द ही तस्करी में शामिल अन्य लोगों को भी गिरफ्तार किया जाएगा। बरामद अफीम की कीमत करीब 50 लाख रुपए है।