एनसीआर के सभी शहरों से होगी जेवर एयरपोर्ट की मेट्रो कनेक्टिविटी, जेवर टू दिल्ली चलेगी हाई स्पीड रैपिड रेल

– यमुना सिटी के सेक्टरों को भी मिलेगा हाई स्पीड रैपिड रेल और मेट्रो कनेक्टिविटी का लाभ
– डीपीआर में फ्यूचर स्टेशन का है प्रावधान, फर्स्ट फेज में बनेंगे 22 स्टेशन, बाद में बनेंगे 13 स्टेशन
– एयरपोर्ट कॉरिडोर के एक ही ट्रैक पर दौड़ेगी लाइट मेट्रो, नार्मल मेट्रो और हाई-स्पीड ट्रेन
– गाजियाबाद-जेवर एयरपोर्ट कॉरिडोर बनने से होगी लगभग 2000 करोड़ रुपये की बचत
– चार मूर्ति पर बनेगा जंक्शन स्टेशन नोएडा एयरपोर्ट और एक्वा लाइन का होगा इंटरचेंज

उदय भूमि ब्यूरो
ग्रेटर नोएडा। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से हवाई उड़ान शुरू होने की तैयारियां अंतिम चरण में है। उधर, जेवर को दिल्जी एनसीआर के सभी शहरों को हाईस्पीड मेट्रो और रैपिड रेल से कनेक्ट करने की योजना पर भी काम शुरू हो गया। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से दिल्ली आईजीआई एयरपोर्ट को हाईस्पीड रैपिड रेल से जोड़ने को लेकर जो डीपीआर तैयार की गई है, उसमें दिल्ली एनसीआर के सभी शहरों की मेट्रो कनेक्टिविटी की बात कही गई है। डीपीआर के मुताबिक कुछ सेंटर जहां रैपिड रेल से जुड़ेंगे वहीं जिन शहरों में रैपिड रेल नहीं जाएगी उन्हें मेट्रो से डॉयरेक्ट कनेक्टिविटी दी जाएगी। इस डीपीआर की खास बात यह है कि गाजियाबाद-जेवर एयरपोर्ट रैपिड रेल कॉरिडोर बनने से मेट्रो एक्वा लाइन फेज टृ को नॉलेज पार्क तक ले जोन की जरूरत नहीं होगी। ग्रेटर नोएडा वेस्ट में चार मूर्ति के पास जंक्शन प्वाइंट बनेगा। यहां पर रैपिड रेल और मेट्रो लाइन आपस में एक कॉरिडोर से जुड़ जाएंगे। इससे एक्वा लाइन के लिए चार मूर्ति गोल चक्कर से नॉलेज पार्क- 5 तक प्रस्तावित 10 किमी का कॉरिडोर अलग से बनाने की जरूरत नहीं पड़ेगी और लगभग 2000 करोड़ रुपये की बचज होगी।

नेशनल कैपिटल रीजन ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन (एनसीआरटीसी) ने इसकी डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) यमुना प्राधिकरण को सौंप दी है और जल्द ही शासन से इस पर मुहर लगने की संभावना है। दरअसल नोएडा एयरपोर्ट की बेहतर कनेक्टिविटी के लिए गाजियाबाद वाया ग्रेटर नोएडा वेस्ट, परीचौक, यीडा सिटी के लिए रैपिड रेल परियोजना पर तेजी से काम चल रही है। 72़ 29 किमी लंबे इस कॉरिडोर पर ग्रेटर नोएडा वेस्ट के चार मूर्ति पर स्टेशन का निर्माण किया जाना प्रस्तावित है। यहीं पर एक्वा फेस- टू का कॉरिडोर भी मिल रहा है, जो नॉलेज पार्क- 5 तक प्रस्तावित है। नोएडा एयरपोर्ट का कॉरिडोर भी नॉलेज पार्क से होकर जा रहा है। एक्वा लाइन फेस- टू और नोएडा एयरपोर्ट का ही रूट होने से चार मूर्ति से आगे एक्वा लाइन के लिए अलग से कॉरिडोर बनाने की जरूरत नहीं होगा। यमुना प्राधिकरण के अधिकारियों के मुताबिक 10 किमी का कॉरिडोर एक्वा लाइन फेस- 2 और नोएडा एयरपोर्ट के लिए संचालित संचालित होने वाली रैपिड/ मेट्रो के लिए इस्तेमाल किया जाएगा। इससे 1800 से 2000 करोड़ रुपये की बचत होगी।

एक ट्रैक पर चलेंगी रैपिड रेल, मेट्रो और लाइट मेट्रो
नोएडा एयरपोर्ट और यीडा सिटी के सेक्टर-21 में विकसित होने वाली फिल्म सिटी के बीच बेहतर कनेक्टिविटी के लिए प्रस्तावित लाइट मेट्रो रेल के लिए अलग से कॉरिडोर नहीं बनाना पड़ेगा। गाजियाबाद टू नोएडा एयरपोर्ट कॉरिडोर पर ही फिल्म सिटी के लिए लाइट मेट्रो का संचालन किया जाएगा, इसमें तीन कोच होंगे। लाइट मेट्रो के संचालन में कोई दिक्कत न हो, इसके लिए कुछ प्रमुख स्टेशनों पर लूट का निर्माण किया जाएगा। एक ही ट्रैक पर रैपिड रेल, मेट्रो व लाइट मेट्रो का संचालन किया जाएगा।

प्रथम चरण में बनेंगे 22 स्टेशन
गाजियाबाद और नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के बीच रैपिड रेल/मेट्रो के संचालन के लिए बनने जा रहे कॉरिडोर पर कुल 35 स्टेशन होंगे। प्रथम चरण में 22 स्टेशनों का निर्माण किया जाएगा,जबकि 13 भविष्य में बनेंगे। भविष्य में जिन 13 स्टेशनों का निर्माण किया जाएगा, उनमें सूरजपुर, पी-3, ईकोटेक-7, दनकौर, जुनेदपुर, यीडा सेक्टर-17, यीडा सेक्टर-15, यीडा सेक्टर-33, यीडा सेक्टर-32,यीडा सेक्टर-29,यीडा सेक्टर- 30 (रैपिड रेल ), नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट पीटीसी, एयरोसिटी आदि शामिल हैं।