गाजियाबाद तहसील में पुलिस फोर्स के बीच दिनदहाड़े वकील की गोली मारकर हत्या 

-वकील के जीजा व उसके भाई पर हत्या का आरोप
-हत्या का खुलासा ने के लिए डीसीपी ने कीर चार टीमें गठित

गाजियाबाद। सिहानी गेट थाना क्षेत्र अंतर्गत सदर तहसील परिसर में बुधवार को करीब सवा दो तहसील के चैंबर नंबर-95 में साथी वकील के साथ बैठकर खाना खा रहे अधिवक्ता की उसके जीजा ने भाई के साथ मिलकर दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी। हत्या करने के बाद दोनों मौके से फरार हो गए। अधिवक्ता की गोली मारकर हत्या किए जाने पर पुलिस में हड़कंप मच गया। सूचना मिलने पर तत्काल मौके पर एडिशनल पुलिस कमिश्नर दिनेश कुमार पी, डीसीपी नगर निपुण अग्रवाल, एसीपी नंदग्राम रवि कुमार सिंह, सिहानी गेट थाना प्रभारी निरीक्षक नरेश कुमार शर्मा पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। एडिशनल पुलिस कमिश्नर दिनेश कुमार पी ने साथी अधिवक्ताओं से जानकारी ली। मृतक अधिवक्ता मनोज चौधरी उर्फ मोनू चौधरी (40) पुत्र रणजीत सिंह निवासी हरसांव एन्क्लेव गोविंदपुरम है। मोनू चौधरी के पिता रणजीत सिंह यूपी पुलिस से रिटायर्ड है। दिल दहला देने वाली इस वारदात को अंजाम देने के बाद हत्यारोपी फरार हो गए।

डीसीपी नगर निपुण अग्रवाल ने बताया कि इस मामले में मृतक मनोज की पत्नी कविता चौधरी ने सिहानी गेट थाने में मनोज के जीजा अमित डागर, भाई नितिन डागर पुत्र मदन पाल सिंह व पिता मदन पाल निवासी चिरंजीव विहार व अनुज,पालू के खिलाफ हत्या की धारा में रिपोर्ट दर्ज कराई है। अधिवक्ता की हत्या का खुलासा करने के लिए पुलिस की चार टीमें गठित की गई है। डीसीपी ने बताया कि अधिवक्ता की हत्या करने वाले आरोपी को जल्द गिरफ्तार कर हत्या का खुलासा किया जाएगा। बता दें कि मोनू चौधरी तहसील बार एसोसिएशन के पूर्व सदस्य रह चुके हैं।हत्याकांड के बाद दुहाई गांाव निवासी बैनामा लेखक मुनेश त्यागी ने बताया कि गोविंदपुरम निवासी मोनू चौधरी उनके चैंबर पर ही प्रैक्टिस करते हैं।दोपहर करीब डेढ़ बजे वह मोनू और दो मुंशी गौरव व जितेंद्र खाना खाने बैठे थे। इसी दौरान दो नकाबपोश आए और मोनू के सिर में गोली मारकर हत्या कर दी। इसके बाद हत्यारे पैदल ही फरार हो गए। मोनू चौधरी चार बहनों का इकलौता भाई था।

इस हत्याकांड के बाद वीडियो सामने आया है। इस वीडियो में नजर आ रहा है कि गोलीबारी की घटना के बाद वहांप पर अफरा-तफरी मच गई।जानकारी में सामने आया है कि वकील मोनू चौधरी की बहन सरिता का अपने पति अमित से विवाद चल रहा है। मोनू चौधरी की 24 जून से इनके साथ मायके में आई हुई थी। आरोप है कि तीन दिन पहले ही आरोपी बहनोई अमित ने वकील मोनू को धमकी दी थी। कहा था कि सरिता को भेज दें अन्यथा तेरी हत्या कर दूंगा। डीसीपी नगर ने बताया कि प्राथमिक जांच में बहन के ससुराल पक्ष का विवाद सामने आ रहा है। मृतक की बहन सरिता ने अपने पति अमित डागर व देवर नितिन डागर पर हत्या का आरोप लगाया है। इसे लेकर पुलिस को तहरीर दी है।वहीं,हत्यारोपी अमित ने जनवरी में चिरंजीव विहार में अपनी मां पर भी गोली चला दी थी। उनके हाथ में गोली मारी थी। इस मामले में पुलिस ने इसे गिरफ्तार कर जेल भेजा था। अमित भी वकील है जो नोएडा में पै्रक्टिस करते है। जबकि इसका भाई नितिन सदर तहसील में ही पै्रक्टिस करता है। पुलिस हत्यारोपी को गिरफ्तार करने के लिए दबिश दे रही हैं।