चंडीगढ़ से बिहार जा रही थी शराब, ट्रेन बदलने के चक्कर में पहुंचे जेल

गणतंत्र दिवस को लेकर आबकारी विभाग की टीम ने चलाया चेकिंग अभियान, दो तस्कर गिरफ्तार

गाजियाबाद। गणतंत्र दिवस के उपलक्ष्य में चलाए जा रहे अभियान के तहत आबकारी विभाग एवं राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी) की संयुक्त टीम ने दो शराब तस्करों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए तस्कर अरुणाचल मार्का की शराब चंडीगढ से लेकर समस्तीपुर बिहार में सप्लाई के लिए लेकर जा रहे थे। 26 जनवरी को ड्राई डे के चलते उत्तर प्रदेश में सभी शराब की दुकानें बंद रहेंगी। बिहार में शराबबंदी होने के कारण, उसका फायदा उठाकर मुनाफा कमाना चाह रहे थे। शराबबंदी के चलते उक्त शराब के मुंह मांगे दाम मिल जाते और उनकी कमाई भी हो जाती है। गौरतलब हो कि ड्राई होने के कारण शराब की सभी दुकानें बंद रहती है। ऐसे में तस्कर भी ड्राई डे से पहले ही शराब का स्टॉक करना शुरु कर देते है। जिससे उक्त शराब को मुंह मांगे दामों में शौकीनों को बेचकर अपनी कमाई कर सकें।

गणतंत्र दिवस को लेकर आबकारी विभाग की टीम ने भी अपना सख्त पहरा बढ़ा दिया है। बाहरी राज्यों से होने वाली शराब तस्करी रोकने के लिए हाईवे, राजमार्ग के साथ-साथ बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन पर भी चेकिंग शुरु कर दी है। शराब किसी भी राज्यों की हो, मगर तस्कर अपने लाभ के लिए दुकानों से शराब खरीद कर उसमें मिलावट करने से भी नहीं चूकते है। इसके लिए आबकारी लोगों के बीच में जाकर हमेशा जागरुकता अभियान चलाता है, जिससे लोगों को अवैध शराब के सेवन से बचा सकें और उनकी जिंदगी को भी सुरक्षित रख सकें। तस्कर से बरामद शराब की कीमत लगभग 5 हजार है, मगर उक्त शराब को ड्राई डे के दिन बेच कर तस्कर 10 से 15 हजार कमाने की जुगत में थे, लेकिन उससे पहले ही आबकारी विभाग की टीम ने दबोच लिया।

जिला आबकारी अधिकारी राकेश कुमार सिंह ने बताया जनपद में अवैध शराब के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है। गणतंत्र दिवस के उपलक्ष्य में जनपद की सभी शराब की दुकानें बंद रहेंगी। अवैध शराब की बिक्री न हो और कोई दुकान न खुले, इसके लिए आबकारी विभाग की टीमें अपने-अपने क्षेत्र में भ्रमण करेंगी। ड्राई डे के चलते बाहरी राज्यों और लाइसेंसी दुकानों से शराब खरीद कर तस्करी की संभावना रहती है। जिसे लेकर सभी आबकारी निरीक्षकों को चेकिंग एवं शराब तस्करों के ठिकानों पर दबिश व छापेमारी की कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए है। जिससे अवैध शराब के कारोबार को पूरी तरह से रोका जा सकें। गुरुवार को आबकारी निरीक्षक त्रिवेणी प्रसाद मौर्य एवं जीआरपी प्रभारी अनुज मलिक की टीम द्वारा संयुक्त रूप से गाजियाबाद रेलवे स्टेशन पर अभियान चलाकर संदिग्ध लोगों की तलाशी ली गई।

जहां प्लेटफार्म नंबर 2 पर टीम द्वारा मुरादाबाद की ओर जाने वाले आउटर पर दो संदिग्ध युवकों को तलाशी के लिए रोका गया। टीम को देख आरोपी भागने लगे। पीछा कर तस्करों को पकड़ लिया गया। जब उनके बैग की तलाशी ली गई तो बैग से हाई टाइम प्रीमियम व्हिस्की ब्रांड अरुणाचल प्रदेश के 100 पव्वे बरामद किया गया। पकड़े गए तस्करों की पहचान अमरनाथ पुत्र कुचेसर चौधरी एवं चंदन कुमार पुत्र महेश चौधरी निवासी ग्राम सिंघिया घाट जिला समस्तीपुर बिहार के रुप में हुई है। दोनों चंडीगढ़ में मजदूरी का काम करते है। जो कि चंडीगढ़ से शराब तस्करी कर बिहार लेकर जा रहे थे। चंड़ीगढ़ से शराब लेकर गाजियाबाद में दूसरी ट्रेन पकडऩे के लिए खड़े थे, उससे पहले ही टीम ने पकड़ लिया। उक्त शराब की कीमत करीब 5 हजार रुपए है, जिसे महंगे दामों बेचकर मुनाफा कमाने की फिराक में थे, बिहार में शराब बंदी का फायदा उठाकर उक्त शराब से वह 10 से 15 हजार कमा लेतेे। अवैध शराब के खिलाफ टीम द्वारा लगातार कार्रवाई की जा रही है। जो कि आगे भी जारी रहेगी।