ठेकेदारों पर मेयर हुई लाल, चलेगा हंटर

– नालों की सफाई में ठेकेदार ने किया खेल, मेयर ने म्युनिसिपल कमिश्नर को कार्रवाई के लिए भेजा पत्र
– नालों की सफाई में काम कर रहा है सिंडीकेट, सफाई के नाम पर होती है खानापूर्ति

उदय भूमि ब्यूरो
गाजियाबाद। बारिश के बाद पूरे शहर में हुए जलभराव से नाराज मेयर आशा शर्मा ने ठेकेदारों के खिलाफ कार्रवाई का हंटर चलाने का मन बनाया है। मेयर ने म्युनिसिपल कमिश्रर महेंद्र सिंह तंवर को सख्त पत्र लिखकर ठेकेदार के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के लिए कहा है। मेयर का गुस्सा स्वास्थ्य विभाग के ठेकेदारों को लेकर है जो नालों की सफाई के नाम पर महज खानापूर्ति करते हैं। नगर निगम द्वारा शहर के नालों की सफाई के लिए करोड़ों रुपये खर्च होने के बावजूद शुक्रवार की स्थिति डराने वाली रही। बारिश के कारण हुए जलभराव से शहरवासियों को खासी परेशानी हुई लेकिन इस बारिश ने नाला सफाई के नाम पर हुए खेल की कलई भी खोल दी। मेयर को भी इसी बात पर गुस्सा है। मेयर ने अपने पत्र में बकायदा उन नालों का जिक्र किया है जिनकी सफाई नहीं हुई और यदि हुई तो भी सिर्फ खानापूर्ति। लेकिन नालों की इस सफाई के खेल में कई ठेकेदार मालामाल हो गये और करोड़ों रुपये का बंदरबांट किया। मेयर का मानना है कि जिस तरह से ठेकेदार ने बिना नाले को साफ किए फर्जी तरीके से भुगतान लिया है यह एक बड़ा घोटाला है। इसकी जांच होनी चाहिये कि किस ठेकेदार की कितनी फाइल है और किसने नाले सफाई के ठेके पर अपना आधिपत्य जमा रखा है।
मेयर आशा शर्मा का कहना है कि इससे दुखद बात क्या हो सकती है कि बारिश के बाद सड़कों पर हुए जलभराव में डूब कर एक युवक की मौत हो गई। शहर में हुए इस जलभराव की वजह नाली सफाई में हुआ खेल है। मेयर ने इस बात पर भी नाराजगी जताई है कि कुछ ठेकेदार एक सिंडिकेट की तरह काम कर रहे हैं। जो कोई ना कोई तरीका अपना कर दूसरे ठेकेदारों को काम करने से रोकते हैं। यदि कोई काम करना चाहे तो उसे परेशान किया जाता है। मेयर आशा शर्मा की तल्खी का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि उन्हें नाले की सफाई में लापरवही बरतने वाले ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई करते हुए फर्म को ब्लैक लिस्ट करने के निर्देश दिए हैं। मेयर ने म्युनिसिपल कमिश्रर महेंद्र सिंह तंवर को लिखे पत्र में कहा कि मैं जलभराव के लिए साफ तौर पर नाले की सफाई नहीं होना ही वजह है। मेयर ने पत्र में लिखा है कि नवयुग मार्केट, मालीवाड़ा, राकेश मार्ग, पटेल मार्ग,सर्वोदय नगर, शहीद नगर आदि की अधिकांश नालों की सफाई के नाम पर सिर्फ लीपा-पोती हुई है। विजयनगर क्षेत्र स्थित गौशाला फाटक पर हुई घटना दुखद है। ऐसे में यदि हम दोषियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं करेंगे तो आगे भी उनका मनोबल बढ़ता रहेगा और वह इसी तरह की हरकत करते रहेंगे। नाली सफाई कार्य कर रही दोषी ठेकेदार की फर्म को ब्लैक लिस्ट किया जाना बेहद जरूरी है। महापौर ने कहा कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।