फुटबॉल को जनआन्दोलन बनाने की आईएमटी गाजियाबाद की सार्थक पहल

बुले कब्स लीग की हुई रंगारंग शुरुआत, मैदान में उतरे 6 से 12 साल तक के बच्चे
-बुले कब्स लीग के आयोजन से प्रधानमंत्री के विजन 2047 की शुरुआत

गाजियाबाद। देश के नामचीन प्रबंध संस्थानों में शुमार आईएमटी में रविवार को एक अनोखा माहौल देखने को मिला। यह अनोखा माहौल था फुटबॉल को लेकर और फुटबॉल भी खेलने वाले नौजवान नहीं बल्कि 6 साल से लेकर 12 साल तक के छोटे-छोटे बच्चे थे। ऑल इंडिया फुटबॉल फेडरेशन (एआईएफएफ) के बुले कब्स लीग शुरु करने के विजन को भारत में पहली बार साकार करने का काम आईएमटी ने गाजियाबाद एवं नोएडा के फुटबॉल संघ के साथ मिलकर संयुक्त रूप से सम्पन्न किया। बुले कब्स (शेर के शावक) के नाम से 6 से 12 वर्ष तक के गाजियाबाद और नोएडा के फुटबॉल प्रेमी बच्चों को लेकर एक लीग की शुरुआत हुई है। देश में आयोजित होने वाली इस प्रकार की यह अपने आप में पहली लीग एवं इवेंट है। इस लीग में गाजियाबाद, नोएडा और आसपास की 12 टीमें प्रतिभाग कर रही है। यह लीग आज से शुरु होकर आगामी 2 माह तक आईएमटी ग्राउण्ड पर लगातार चलती रहेगी। आईएमटी के ग्राउंड पर रविवार को इसका भव्य शुभांरभ हुआ। इस अवसर पर गाजियाबाद और नोएडा की 12 टीमों के खिलाड़ी एवं उनके कोच भी उपस्थिति रहे।

इस लीग को लेकर फेडरेशन ऑफ इंडियन चैम्बर्स ऑफ कामर्स एंड इंडस्ट्री, इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन तथा तमाम संभ्रान्त लोगों में आकर्षण था। ज्ञातव्य है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ऑल इंडिया फुटबॉल फैडरेशन को यह टारगेट दिया है कि वर्ष 2047 तक भारत को फुटबॉल की महाशक्ति बनाया जाए। इस सपने को साकार करने के लिए गहन शोध एवं अध्ययन के लिए ऑल इण्डिया फुटबॉल फेडरेशन ने आईएमटी गाजियाबाद को यह दायित्व सौंपा है।
आईएमटी गाजियाबाद के निदेशक डॉ. विशाल तलवार ने बताया कि ÓÓ ऑल इंडिया फुटबॉल फेडरेशन के विजन के अनुसार हमारे संस्थान के स्पोर्ट्स रिसर्च सेन्टर ने इस कार्य को प्रारम्भ कर दिया है। बच्चों में फुटबॉल का संस्कार विकसित करने के लिए ही आईएमटी ने एक शोधपरक अध्ययन के बाद बुले कब्स लीग की शुरुआत की है।

संस्थान के स्पोर्ट्स रिसर्च सेन्टर के हैड डॉ. कनिष्क पाण्डेय ने बताया कि ÓÓबुले कब्स लीग भविष्य में भारत के लिए अन्तर्राष्ट्रीय स्तर के फुटबॉलर तैयार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। इस लीग की सफलता के बाद इसी तर्ज पर भारत के विभिन्न शहरों में इस प्रकार की लीग की शुरुआत होगी। गाजियाबाद में पहली बार आयोजित होने वाली इस लीग की नींव पर ही पूरे देश में बुले कब्स लीग की इमारत खड़ी होगी। मुख्य अतिथि अनादि बरुआ, पूर्व अन्र्तराष्ट्रीय फुटबॉल खिलाड़ी ने कहा कि ÓÓआज बुले कब्स लीग के आयोजन से प्रधानमंत्री के विजन 2047 की शुरुआत हो चुकी है। इस प्रकार के छोटे परन्तु महत्वपूर्ण प्रयासों से ही विजन 2047 को पूर्ण कर पायेंगे। गाजियाबाद फुटबॉल संघ अध्यक्ष प्रणव कुमार ने बताया कि ÓÓ आईएमटी के साथ मिलकर इस लीग के आयोजन से गाजियाबाद में फुटबॉल को नई उपलब्धियाँ मिलेगी।

प्रो. निविशा सिंह ने कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए पधारे महानुभाव, फुटबॉल संघ के पदाधिकारी, कोच, टीम, अभिभावकगण आदि का धन्यवाद ज्ञापित किया। बुले कब्स लीग का उद्घाटन पूर्व अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल खिलाड़ी अनादि बरुआ ने फुटबॉल को किक मारकर किया। इस अवसर पर आईएमटी निदेशक डॉ. विशाल तलवार, स्पोर्टस रिसर्च सेन्टर हैड डॉ. कनिष्क पाण्डेय, प्रणव कुमार,  डॉ. विप्र पाण्डेय, इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीरज सिंघल, धर्मेंद्र सिंह, धनंजय तेवतिया, पवन त्यागी आदि महानुभाव उपस्थित रहे। बुले कब्स लीग के आयोजन में सबसे महत्वपूर्ण बात यह रही कि लीग में छोटे-छोटे बच्चे प्रतिभाग करने के लिए आए और उनको प्रतिभाग कराने के लिए उनके अभिभावकों ने भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। बच्चों और अभिभावकों के बढ़-चढ़कर प्रतिभाग करने से ऐसा प्रतीत होता है कि ÓÓपढ़ोगे लिखोगे बनोगे नवाब, खेलोगे कूदोगे होगे खराबÓÓ आज इस अवधारणा में बदलाव हो रहा है।