नेपाल के पीएम से 3 दिन में दूसरी बार मुलाकात, काठमांडू दौरे से भारत लौटे तरूण मिश्र

काठमांडू। अखिल भारतवर्षीय ब्राह्मण महासभा के राष्ट्रीय महामंत्री तरूण मिश्र ने शुक्रवार को पुन: नेपाल के प्रधानमंत्री शेर बहादुर देऊबा से मुलाकात की। इस दरम्यान विभिन्न मुद्दों पर विचार-विमर्श किया गया। पिछले 3 दिन के भीतर मिश्र ने दूसरी बार नेपाल के पीएम से मुलाकात कर वार्ता की है। काठमांडू यात्रा के आखिरी दिन उन्होंने प्रख्यात श्री पशुपति नाथ मंदिर के मुख्य पुजारी से भी मुलाकात कर उनका आशीर्वाद लिया। इसके साथ काठमांडू की चार दिवसीय यात्रा पूरी कर देर शाम वह भारत लौट आए। नेपाल के प्रधानमंत्री शेर बहादुर देऊबा ने अखिल भारतवर्षीय ब्राह्मण महासभा के राष्ट्रीय महामंत्री तरूण मिश्र को वार्ता के लिए विशेष रूप से आमंत्रित किया था।

इसके पहले उन्होंने 15 जून को भी नेपाल के पीएम देऊबा से मुलाकात की थी। शुक्रवार को वार्ता के दौरान विभिन्न जरूरी मुद्दों पर चर्चा की गई। पीएम से मुलाकात के बाद उन्होंने श्री पशुपति नाथ मंदिर के प्रधान अर्चक रावल गणेश भट्ट से मुलाकात कर उनका आशीर्वाद भी प्राप्त किया। मंदिर में उन्होंने बाबा के दर्शन कर पूजा-अर्चना भी की। बता दें कि अखिल भारतवर्षीय ब्राह्मण महासभा के राष्ट्रीय महामंत्री तरूण मिश्र चार दिवसीय दौरे पर काठमांडू गए थे। अति व्यस्त कार्यक्रम के दौरान उन्होंने नेपाल के पीएम से दो बार मुलाकात करने के अलावा कई राजनीतिक, सामाजिक एवं धार्मिक शख्सियतों से भी मिलकर भारत-नेपाल के रिश्तों और ब्राह्मण समाज को लेकर विचार-विमर्श किया था।

गुरुवार को नेपाल सनातन विद्वत परिषद के उपाध्यक्ष माधव प्रसाद पांडेय ने तरूण मिश्र को सम्मानित किया था। तदुपरांत उन्होंने काठमांडू में नेपाल के सांसद एवं पूर्व मंत्री अनिल कुमार झा से मुलाकात कर कई विषयों पर विस्तार से चर्चा की थी। इसी क्रम में काठमांडू में तरुण मिश्र का पशुपाति क्षेत्र विकास क़ोष के कार्यकारी निदेशक डॉ. घनश्याम खटिवड़ा एवं न्यासी अर्जुन प्रसाद बस्तोलाजी द्वारा पशुपाति क्षेत्र में स्वागत किया गया। तरूण मिश्र ने उन्हें काठमांडू दौरे के विषय में अवगत कराया। बता दें कि अखिल भारतवर्षीय ब्राह्मण महासभा की अगस्त माह में राष्ट्रीय कार्यकारिणी की मीटिंग भी होनी है। इस मीटिंग की तैयारियों के संबंध में भी तरूण मिश्र ने काठमांडू का रूख किया था। कार्यकारिणी बैठक की तिथि जल्द तय की जानी है।