पाकिस्तान में जकी उर रहमान पर कसा शिकंजा
नई दिल्ली। मुंबई आतंकी हमले का सरगना और लश्कर-ए-तैयबा का कमांडर जकी उर रहमान लखवी पर पाकिस्तान में शिकंजा कसा गया है। कुख्यात आतंकी लखवी को एक बार फिर गिरफ्तार किया गया है। आतंकवादी गतिविधियों के लिए धन उपलब्ध कराए जाने के आरोपों में शनिवार को लखवी की अरेस्टिंग की गई। लाहौर पुलिस के एक अधिकारी का कहना है कि जकी उर रहमान लखवी मुंबई आतंकी हमला प्रकरण में 2015 से जमानत पर था। उसे आतंकवाद निरोधक विभाग ने दबोचा है। आतंकवाद निरोधक विभाग ने लखवी की गिरफ्तारी के स्थान के विषय में कोई जानकारी नहीं दी है। लखवी की गिरफ्तारी खुफिया सूचना के आधार पर की गई है। मालूम हो कि पाकिस्तान के इशारे पर लश्कर-ए-तैयबा के कुछ आतंकवादियों ने विगत 26 नवंबर 2008 को मुंबई में 4 दिनों तक 12 स्थानों पर फायरिंग और बम से हमले कर दहशत फैलाई थी। इन सुनियोजित हमलों में 9 आतंकवादी और 166 निर्दोष नागरिक मारे गए थे। जबकि 300 से ज्यादा नागरिक गंभीर रूप से घायल हो गए थे। मुंबई के तत्कालीन पुलिस आयुक्त राकेश मारिया ने अपनी आत्मकथा में लिखा था कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई 26/11 हमले के जरिए हिंदू आतंकवाद की थ्योरी को सामने रखना चाहती थी। आईएसआई मुंबई हमले के सभी आतंकियों को हिंदू साबित करना चाहती थी। इसके लिए आतंकियों को फर्जी आई कार्ड दिए गए थे। अजमल कसाब के पास भी एक ऐसा आई कार्ड मिला था, जिस पर समीर चौधरी लिखा था। उधर, पाकिस्तान में आतंकी जकी उर रहमान लखवी की गिरफ्तारी को प्रोपेगेंडा के तौर पर भी देखा जा रहा है। दरअसल पाकिस्तान अक्सर दुनिया की आंखों में धूल झोंकने के लिए इस प्रकार के कदम उठाता है। कुछ दिन बाद वह आतंकियों को रिहा कर देता है। इस प्रकार के उदाहरण पूर्व में सामने आते रहे हैं।