जनप्रतिनिधियों का फोन नहीं उठाने वाले अधिकारियों के म्युनिसिपल कमिश्नर विक्रमादित्य सिंह मलिक ने कसे पेंच

-जनप्रतिनिधियों के कॉल मिस होने पर अनिवार्य रूप से करें कॉल बैक
-फोन न उठाने वाले अधिकारियों पर भी होगी सख्त कार्रवाई

गाजियाबाद। नगर निगम में तैनात अधिकारियों को अब हर फोन अटेंड करना ही होगा। अधिकारियों ने यदि मोबाइल पर आने वाली कॉल को नजरअंदाज किया या फोन स्विच आफ किया तो म्युनिसिपल कमिश्नर की ओर से संबंधित के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी। दरअसल दो दिन पूर्व नगर निगम में हुई बोर्ड बैठक में जनप्रतिनिधियों ने निगम अधिकारियों पर फोन न उठाने का आरोप लगाया था। जिसको लेकर म्युनिसिपल कमिश्नर अब सख्त हो गए है। इसी के मद्देनजर सभी अधिकारियों को निर्देश दिए है कि जो भी अधिकारी जनप्रतिनिधियों का फोन नहीं उठाएंगे। उन पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी। म्युनिसिपल कमिश्नर ने कहा अगर अधिकारी जनप्रतिनिधियों का फोन ही नहीं उठाएंगे तो शहर की समस्याओं का निस्तारण कैसे होगा। फोन पर आने वाली शिकायतों पर भी तत्काल कार्रवाई की जाए।

निगम अधिकारियों को प्राथमिकता के आधार पर सभी का फोन उठाना है और साथ ही अगर किसी बैठक के दौरान अधिकारी फोन न उठा पाने की स्थिति में हैं, तो बैठक खत्म होने के बाद कॉल बैक जरूर किया जाए। जनप्रतिनिधियों द्वारा म्युनिसिपल कमिश्नर के समक्ष विभागीय अधिकारियों द्वारा कॉल ना उठाने का विषय रखा था। जिस पर म्युनिसिपल कमिश्नर ने कड़े निर्देश देते हुए समस्त निगम अधिकारियों को कॉल रिसीव करने तथा किसी परिस्थिति में रिसीव न कर पाने पर कॉल बैक करने के कड़े निर्देश दिए। जनप्रतिनिधियों द्वारा बताई समस्या को 1 घंटे के भीतर समाधान भी करना है। देखने में आ रहा है, म्युनिसिपल कमिश्नर विक्रमादित्य सिंह मलिक न केवल जनप्रतिनिधियों से बल्कि प्रति एक शहर वासी से सीधा संपर्क रख उनकी समस्याओं का समाधान कर रहे हैं।