एनएसएस इकाई के स्वयंसेवकों ने साक्षरता के प्रति लोगों को किया जागरूक

-समुदाय सेवा के माध्यम से व्यक्तित्व का विकास करते हुए बेहतर नागरिक बनाना: डॉ सुनील कुमार पाण्डेय

गाजियाबाद। मोहन नगर स्थित आईटीएस (स्नातक परिसर) की एनएसएस इकाई द्वारा रविवार से प्रारम्भ सात दिवसीय शिविर के दूसरे दिन सोमवार को कार्यक्रम अधिकारी के नेतृत्व में स्वयंसेवकों द्वारा झुग्गी-झोपडिय़ों में अर्थिक रूप से पिछड़े एवं गरीब छात्रों के लिए सर्व शिक्षण अभियान ‘पढ़ो और आगे बढ़ो’ के तहत शिक्षण-प्रशिक्षण कार्यक्रम के साथ-साथ भोजन वितरण किया गया। आईटीएस के निदेशक डॉ सुनील कुमार पाण्डेय (स्नातक परिसर) ने कहा कि राष्ट्रीय सेवा योजना स्वयंसेवक कार्यक्रम का मुख्य लाभार्थी होता है। क्योकि इससे समुदाय के बारे में उसकी सोच विकसित होती है। वह विशेष कार्य करने के कौशल अर्जित करता है, और उसमें एक नेता, एक आयोजक और एक प्रशासक के गुण विकसित होते है और समग्र रूप से उसके व्यक्तित्व का विकास होता है। राष्ट्रीय सेवा योजना के माध्यम से उसे समुदाय को नजदीक से जानने का अवसर मिलता है और इस प्रकार अपने परिवेश की तुलना में उसे मानव प्रकृति का अनुभव प्राप्त होता है।

इस प्रकार राष्ट्रीय सेवा योजना का लक्ष्य, एनएसएस युवा छात्रों को ”समुदाय सेवा के माध्यम से उनके व्यक्तित्व का विकास” करते हुए बेहतर नागरिक बनाना है। शिक्षा क्षेत्र में गरीब बच्चों के प्रति किये जा रहे संस्था के प्रयासों की सराहना करते हुए उन्हें हर संभव सहयोग की बात कही। रविवार को एनएसएस स्वयंसेवकों ने श्रमदान किया। स्वयंसेवकों द्वारा वसुंधरा के आस-पास की मलिन बस्तियों में आर्थिक रूप से पिछड़े एवं गरीब बच्चों को मनोरंजक साधनों के द्वारा शिक्षा प्रदान की गयी। वाइस प्रिंसिपल प्रो नैंसी शर्मा ने कहा कि राष्ट्रीय सेवा योजना व्यक्तित्व विकास का पूर्ण मंच है। इसके द्वारा छात्र-छात्राओं का चौमुखी विकास होता है। राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम छात्र-छात्राओं को सामाजिक मूल्यों एवं उनके प्रति संवेदनशील बनाते है। उन्होंने स्वयंसेवकों से शिविर में सीखी गई बातों को जीवन में उतारने की बात कही।

राष्ट्रीय सेवा योजना का उद्देश्य समाज सेवा के प्रति जागरूक करना है। इसलिए हमारे मन में सेवा एवं सहयोग की भावना होनी चाहिए। कार्यक्रम के अधिकारी प्रो अमित शर्मा ने बताया कि गरीब बच्चों की शिक्षा और उन्हें सही राह दिखाना हमारा समाज के प्रति एक फर्ज है। इस प्रकार के क्रियाकलाप छात्रों को न केवल संवेदनशील बनाते है वरन् उन्हें सामाजिक मूल्यों के प्रति उनके उश्ररदायित्यों का बोध भी कराते है। सर्व शिक्षा अभियान के तहत देश ही नही दुनिया की सरकारें भी इसके लिए लगातार प्रयासरत है। और इस दिशा में बेहतर काम करने के लिए अग्रसर है। यह संस्था गरीब और सड़क पर रह रहे बच्चों को गरीबी के अँधेरों से निकालकर शिक्षा की रोशनी में ले जा रही है। कार्यक्रम में संस्था के शिक्षक तथा कर्मचारीगण जिनमें प्रो अमित शर्मा, विकास त्यागी, डॉ संदीप गर्ग, प्रो विकास कुमार, प्रो आदिल खान, प्रो प्रशान्त त्यागी एवं बीबीए तथा बीसीए पाठ्यक्रमों के 50 छात्रों ने भाग लिया।