13 सूत्रीय मांगों को लेकर 10 फरवरी को प्रदेश के सभी नगर निगम एवं निकायों में गरजेगें कर्मचारी

गाजियाबाद। लांबित मांगों का समाधान नही होने पर महासंघ की प्रदेश समिति एवं गाजियाबाद इकाई व नगर निगम कर्मचारी संघ, वाहन चालक संघ, जलकल कर्मचारी संघ ने आंदोलन का ऐलान किया है। संघ का कहना है कि अब आश्वासन से काम नहीं चलेगा। हाल ही में निगम स्थित महासंघ कार्यालय में हुई बैठक में कर्मचारी संघ ने 13 सूत्रीय मांगों को लेकर अगामी 10 फरवरी को उत्तर प्रदेश के सभी नगर निगम एवं निकायों में धरना प्रदर्शन करने का ऐलान किया है।

प्रदेश महामंत्री राकेश अग्रिहोत्री ने बताया कि पूर्व में 7, 21 सितम्बर को दिए गये धरने में कर्मचारियों की मांगे एवं समस्याओं को दूर करने का आश्वासन दिया गया था। मगर न ही आज तक मांगे पूरी की गई है और न ही समस्याओं का निस्तारण हुआ है। जिसे लेकर 10 फरवरी को धरना प्रदर्शन किया जाएगा। यह धरना अब तभी समाप्त होगा, जब निगम कर्मचारियों की मांगे एवं समस्याओं का निस्तारण होगा। इस बावत शासन एवं प्रशासन को पत्र भेज कर अवगत कराया जा चुका है। पूर्व में हुए धरने के दौरान निगम अधिकारियों द्वारा मांगे पूरी करने एवं समस्याओं का निस्तारण करने के लिए आश्वासन दिया गया था। उन्होंने बताया प्रदेश का स्थानीय निकाय कर्मचारी अपनी सेवा संबधी अन्य समस्याओं के समाधान के लिए वार्ता एवं बैठक के माध्यम से हल करने का लगातार प्रयास कर रहा है।

मगर प्रदेश सरकार के पिछले 5 साल के कार्यकाल में न तो कोई बैठक हुई और न ही किसी भी समस्या का समाधान हुआ। वहीं वर्तमान सरकार के इस 9 माह के कार्यकाल में निकाय के कर्मचारियों की समस्याओं के समाधान के लिए महासंघ धरने के दौरान पूर्व में ज्ञापन सौंप चुका है। आन्दोलन के मध्य जिला प्रशासन द्वारा महासंघ प्रतिनिधियों को बापू भवन स्थित प्रमुख सचिव नगर विकास कार्यालय में वार्ता करायी गयी, जिसपर प्रमुख सचिव द्वारा विस्तृत वार्ता करने के लिए समय एवं तिथि सुनिश्चित करने का आश्वासन दिया गया था, परन्तु आज इतना समय बीत जाने के बाद भी बैठक के माध्यम से महासंघ द्वारा पूर्व प्रेषित मांगपत्र के किसी भी बिंदु पर वार्ता नही हुई।