आईटीएस डेंटल कॉलेज में एक दिवसीय सीडीई कार्यशाला का आयोजन

गाजियाबाद। दिल्ली-मेरठ रोड़ स्थित आईटीएस डेंटल कॉलेज मुरादनगर में ओरल मेडिसिन एंड रेडियोलॉजी विभाग द्वारा गुरुवार को एक दिवसीय सीडीई कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसका विषय टीएमजे डेमीस्टीफाइंग द जॉइंट ए वर्कशॉप ऑन सीटी एंड एमआरआई था। इस कार्यशाला में दिल्ली-एनसीआर के 15 से अधिक डेन्टल कॉलेजों के 74 से अधिक बीडीएस छात्र, इंटर्न एवं एमडीएस के विद्यार्थियों के साथ-साथ सभी दंत विभागों के एचओडी तथा दंत चिकित्सक शामिल थे।

कार्यक्रम में मुख्य अतिथि वक्ता डॉ विजय के असरानी थे। वह जीडीसी अहमदाबाद के पूर्व छात्र और प्रसिद्ध टीएमडी विशेषज्ञ और ओरल रेडियोलॉजिस्ट है। डॉ विजय ने राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर विभिन्न व्याख्यान प्रस्तुत किये है। कार्यक्रम की शुरुआत ओरल मेडिसिन एंड रेडियोलॉजी विभाग की एचओडी डॉ रूपिका हांडा के स्वागत भाषण से हुई। साइंटिफिक एक्सट्रावगंजा में प्रतिभागियों के लिये विभिन्न टेम्पोरोमैंडिबुलर जॉइंट डिस्ऑर्डर के मूल्यांकन, क्लिनिकल परीक्षण, जांच, डायग्नोसिस एंड मैनेजमेंट पर एक व्याख्यान के साथ हुई, जिसके बाद केसेस की श्रृंखला पर चर्चा की गई।

डॉ विजय द्वारा सभी प्रतिभागियों के लिये एमआरआई और सीटी इंटरप्रिटेशन पर हैंड्स-ऑन सत्र आयोजित किया गया, जहां प्रतिभागियों ने व्यक्तिगत रूप से सीटी और एमआरआई दोनो के तौर-तरीकों पर कार्य किया। इसके साथ ही डॉ विजय ने टीएमजे और ओरो-फेशियल विकारों में एमआरआई और सीटी इमेजिंग के सभी पहलुओं को व्यापक रूप से प्रतिभागियों को समझाया और टेम्पोरोमैंडिबुलर जॉइंट डिसऑर्डर के सभी पहलुओं तथा नवीनतम प्रक्रियाओं के बारे में विस्तृत जानकारी दी। डॉ विजय ने इस बात पर भी जोर दिया कि इस तरह के विशेष प्रशिक्षण कार्यशालाओं में माध्यम से प्राप्त एक नवीनतम ज्ञान छात्रों को सीटी और एमआरआई तथा टीएमजे के क्षेत्र में चुनौतियों और अवसरों को लेने के लिये प्रोत्साहित करेगा।