करप्शन में पाकिस्तान का रिकॉर्ड तोड़ प्रदर्शन

124वीं रैंकिंग मिलने पर विपक्ष लाल-पीला

नई दिल्ली। पाकिस्तान में भ्रष्टाचार को रोकने में नाकाम रहने पर इमरान सरकार अब विपक्षी दलों के निशाने पर आ गई है। ट्रांसपैरेंसी इंटरनेशनल के ताजा करप्शन पर्स्पेशन इंडेक्स ने पाकिस्तान की असलियत को उजागर कर दिया है। ताजा करप्शन पर्स्पेशन इंडेक्स में पाकिस्तान के 4 स्थान और लुढ़कने पर विपक्ष एकाएक आक्रामक हो गया है। दुनियाभर के 180 देशों की इस रैंकिंग में पाकिस्तान वर्तमान में 124वें स्थान पर है। इसके अलावा बांग्लादेश 146वें, चीन 78वें और भारत 86वें पायदान पर आया है। इस रिपोर्ट के सामने आने के बाद प्रधानमंत्री इमरान खान की फजीहत और बढ़ गई है। विपक्षी दलों ने इमरान सरकार पर जबरदस्त हमला किया है। विपक्ष का कहना है कि पाकिस्तान वर्ष-2020 और 2019 में 120वें स्थान पर था। अब यह 124वें स्थान पर पहुंच गया है। वर्ष-2018 से तुलना करें तो इमरान का नया पाकिस्तान 7 पायदान नीचे चला गया है। पीपीपी की नेता शेरी रहमान ने कहा है कि इमरान खान भ्रष्टाचार के खात्मे का दावा करते हैं, मगर उनका दावा झूठा है। शेरी ने कहा कि इमरान खान के कार्यकाल में भ्रष्टाचार निरंतर बढ़ रहा है। पाकिस्तान ग्लोबल करप्शन इंडेक्स में निरंतर नीचे जा रहा है। इससे सरकार के काम-काज पर सवाल उठ रहे हैं। पीपीपी नेता शेरी ने कहा कि जबसे इमरान खान पीएम बने हैं, पाकिस्तान भ्रष्टाचार इंडेक्स में 7 पायदान नीचे चला गया है। अब दुनिया इमरान सरकार के भ्रष्टाचार को देख रही है। विपक्षी दलों ने कहा कि इमरान सरकार को सत्ता में रहने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है। सनद रहे कि अंतरराष्ट्रीय संस्था ट्रांसपैरेंसी इंटरनेशनल ने इस बार के मापदंडों में कोविड-19 महामारी की रोकथाम के दरम्यान भ्रष्‍टाचार पर विशेष जोर दिया। संस्था की चेयरपर्सन डेलिया फरेरिया रूबियो ने कहा कि कोविड-19 महज स्वास्थ्य और आर्थिक संकट नहीं है। यह भ्रष्टाचार संकट भी है, जिससे निपटने में हम नाकाम साबित हो रहे हैं।