NRI महिला से लूट करने वाले तीन शातिर लुटेरों को पुलिस ने दबोचा

इंदिरापुरम, कौशांबी थाने में हुई 7 लूट व चोरी की घटना का खुलासा

गाजियाबाद। एनसीआर क्षेत्र में राहगीरों से लूटपाट करने वाले तीन शातिर लुटेरों को इंदिरापुरम पुलिस ने गिरफ्तार करते हुए इंदिरापुरम एवं कौशांबी क्षेत्र में हुई लूट व चोरी की 7 घटनाओं को खुलासा किया है। आरोपियों ने हाल ही में एक NRI महिला से पर्स लूट की वारदात को भी अंजाम दिया था। जिनके कब्जे से पुलिस ने 43 हजार 500 रुपये, एक चश्मा गूची कम्पनी कीमत करीब पचास हजार रुपये, एक घडी मार्क जकोबसकीमत करीब एक लाख रुपये, एक सोने की टिक्की कुल वजन 47.50 ग्राम एवं घटना में प्रयुक्त बाइक बरामद किया हैं।

एसीपी इंदिरापुरम स्वतंत्र सिंह ने बताया कि 9 फरवरी को इंदिरापुरम क्षेत्रान्तर्गत नीतिखण्ड से एक NRI महिला से उसका पर्स दो अज्ञात बाइक सवारों ने लूट लिया था। इस मामले में पीडि़ता ने इंदिरापुरम थाने में शिकायत दी। घटना के खुलासे के लिए इंदिरापुरम की तीन, कौशांबी की दो टीमों एवं घटना की सीसीटीवी फुटेज, रास्तो के कैमरों को चेक किया गया। इस दौरान करीब 150 सीसीटीवी फुटेज खंगाले गये एंव पुलिस के द्वारा आरोपियों की पहचान के आधार पर तलाश की गई। मैनुअल इंटिलेजिंस व सर्विलांस के माध्यम से शुक्रवार को मंगल चौक के पास से चेकिंग के दौरान मुखबिर खास की सूचना पर अशरफ उर्प राज उर्फ मोटा उर्फ नानू पुत्र इशराईल निवासी कनावनी, सिंकू पुत्र जुगल मण्डल निवासी कनावनी, अकरम पुत्र इजराईल निवासी कनावनी एक्सटेंशन इंदिरापुरम को गिरफ्तार किया गया।

एसीपी ने बताया कि पकड़े आरोपी शातिर किस्म के लुटेरे है। आरोपियों ने डीपीएस स्कूल के पास से चोरी किया था एंव 9 फरवरी को नीतिखण्ड से एक महिला का पर्स, बैग एवं करीब 6 माह पूर्व पुस्ता रोड पर एक बुजर्ग महिला के कानो के कुण्डल तथा कुछ दिन पहले आर्शीवाद बिल्डिंग कौशाम्बी के पास से एक व्यक्ति के गले से सोने की चैन, करीब 2 माह पहले वैशाली के पास महिला के गले से एक चैन का लॉकेट एवं करीब 10-12 दिन पहले कैम्ब्रिज स्कूल के पास शाम के समय एक व्यक्ति का फोन छीनना एवं मेवाड कॉलेज के पास एक व्यक्ति से फोन छीनने की घटनाओं को अंजाम दिया था।

पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि लूटे गए सामानों को सुनार को बेच देते थे। चोरी के माल को बेचने के बाद मिले रुपयों को आपस में बांट लेते थे। सुनार की दुकान से सीसीटीवी फुटेज निकाली गई। जिससे इस तथ्य की पुष्टि हुई कि लूटेरे अभियुक्त अशरफ का भाई अकरम लूटे गये माल को बेचने गया था। सुनार द्वारा अभियुक्त का आधार कार्ड की कॉपी लेते हुए माल खरीदा गया था जो पुलिस का सहयोग करते के लिए प्रदान किया गया।