कांवड़ यात्रा सकुशल संपन्न कराने के लिए पुलिस कमिश्नर ने तैयार किया ब्लू प्रिंट

-पीएसी व विशेष सुरक्षा वाहिनी मार्गों पर रहेगी तैनात: अजय मिश्र
-सुरक्षा को दृष्टिगत 12 जोन में बांटा कमिश्नरेट, बनाए गए 26 सेक्टर और 105 सब सेक्टर
-1000 कैमरों से होगी कांवड़ यात्रा की निगाहबानी

गाजियाबाद। श्रावण मास कांवड़ यात्रा को जिले में सकुशल संपन्न कराने के लिए पुलिस ने पुख्ता इंतजाम किए है। कांवड़ यात्रा के मार्गों पर पीएसी-पुलिस के अलावा विशेष सुरक्षा वाहिनी (एसएसएफ) भी सुरक्षा व्यवस्था में तैनात रहेंगी। वहीं, ड्रोन से निगरानी की जाएगी। इस बार 30 फीसदी से अधिक पुलिस बल तैनात रहेगा। शुक्रवार को हरसांव स्थित रिजर्व पुलिस लाइन सभागार में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान पुलिस कमिश्नर अजय कुमार मिश्र ने कांवड़ यात्रा को जिले में सकुशल संपन्न कराने के लिए पुलिस बल की तैयारियों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि कांवड़ यात्रा पुलिस की कड़ी सुरक्षा व्यवस्था एवं सहूलियत की थीम पर संपन्न कराई जाएगी। उन्होंने बताया कि कांवड़ शिविर के लिए अभी तक 192 आवेदन प्राप्त हुए हैं। इनमें से 135 शिविरों की अनुमति दे दी गई है। कांवड़ रूट पर अधिक से अधिक शिविर लगवाने का पुलिस का प्रयास है। हालांकि मिश्रित आबादी, ट्रैफिक जाम वाले प्वाइंट्स और संवेदनशील स्थानों पर शिविर लगाने की अनुमति नहीं दी जा रही है। सुरक्षा को दृष्टिगत रखते हुए कमिश्नरेट को 12 जोन में बांटा गया है। जबकि 26 सेक्टर और 105 सब सेक्टर बनाए गए हैं। कांवड़ यात्रा के चलते बीते साल से इस बार 30 फीसद अधिक फोर्स की ड्यूटी लगाई गई है। पिछले साल 304 प्वाइंट पर पुलिस फोर्स तैनात की गई थी।

इस बार 581 प्वाइंट ड्यूटी के बनाए गए हैं। कांवड़ यात्रा को सकुशल संपन्न कराने के लिए 53 इंस्पेक्टर, 574 सब इंस्पेक्टर, 1339 कांस्टेबल और हेड कांस्टेबल के अलावा पीएसी और एसएसएफ के जवानों को तैनात किया गया है। यह सभी पुलिसकर्मी 9 जुलाई से 18 जुलाई तक तैनात रहेंगे। पुलिस कमिश्नर ने बताया कि पिछले साल जहां 350 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। वहीं, इस बार 534 कैमरे लगाए गए हैं। पहले लगे सभी सीसीटीवी कैमरों को चालू किया गया है। कुल मिलाकर करीब 1000 कैमरों से कांवड़ यात्रा की निगाहबानी करने का लक्ष्य रखा गया है। पुलिस कमिश्नर ने बताया कि स्थानीय लोगों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए रूट डायवर्जन प्लान जारी कर दिया गया है। रूट डायवर्ट के दिशासूचक के तौर पर फ्लैक्स बोर्ड लगवाएं गए हैं। पिछले साल 472 फ्लैक्स बोर्ड लगाए गए थे। इस बार 700 फ्लैक्स बोर्ड लगाए गए हैं। इस बार पिछले साल के सापेक्ष दोगुना ट्रैफिक पुलिसकर्मियों की कांवड़ यात्रा में ड्यूटी लगाई गई है। इसके लिए 6 ट्रैफिक इंस्पेक्टर, 57 टीएसआई, ट्रैफिक पुलिस के 446 कांस्टेबल,हेड कांस्टेबल ड्यूटी पर लगाए गए हैं। व्यापारियों की सुविधा के लिए सिंगल विंडो सिस्टम लागू किया गया है।

इसके लिए अपर पुलिस उपायुक्त ट्रैफिक रामानंद कुशवाहा को नोडल अधिकारी बनाया गया है। जरूरत का सामान और फैक्ट्रियों आदि से कच्चे व तैयार माल को भेजने के लिए वाहनों के लिए पास जारी किए जा रहे हैं। वहीं, कमिश्नरेट में पांच स्थानों पर कंट्रोल रूम बनाए गए हैं। मोदीनगर स्थित राज चौपला, मुरादनगर गंगनहर,टीला मोड़,मेरठ रोड तिराहा और सिद्धपीठ दूधेश्वरनाथ मंदिर में यह कंट्रोल रूम बनाए गए हैं। पुलिस कमिश्नर का कहना है कि कांवड़ यात्रा को लेकर पुलिस के साथ अन्य विभागों के साथ तीन बार समन्वय समिति की बैठक की जा चुकी है। डाक कांवड़ को ध्यान में रखते हुए आखिर के कुछ दिनों के लिए दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे पर भी एक लेन डाक कांवड़ के लिए रिजर्व की जाएगी। इसके अलावा कांविडय़ों की संख्या बढऩे पर दिल्ली-मेरठ मार्ग की एक लेन को भी कांवडिय़ों के लिए आरक्षित की जाएगी। इसके अलावा कांवड़ खंडित होने पर पुलिस ने कांवडिय़ों को हरिद्वार से लाया गया गंगाजल और कांवड़ देगी।

इसके लिए पुलिस ने हरिद्वार से 1200 लीटर गंगाजल मंगाकर सभी थानों में वितरित करते हुए रखा गया है। उन्होंने बताया कि शासन से प्रस्ताव आया है कि कांवडिय़ों पर हेलीकॉप्टर से पुष्पवर्षा कराई जाए।कांवड़ रूट पर पडऩे वाली मांस की दुकानें बंद रहेंगी। अंतिम दो दिनके लिए रूट के सभी शराब की दुकानें भी बंद कराई जाएंगी। दूधेश्वरनाथ मंदिर में महिलाओं की सुरक्षा के मद्देनजर पुरूषों की अलग और महिलाओं की अलग पंक्ति लगाई जाएगी। मंदिर के गर्भगृह में महिला व पुरूष अलग-अलग समय पर प्रवेश कर सकेंगे। मंदिर में होने वाले जलाभिषेक का लाइव प्रसारण देखने के लि शहर के पांच विभिन्न स्थनों पर एलईडी स्क्रीन भी लगाई जाएंगी। दूधेश्वरनाथ मठ मंदिर में इस बार 6 लाख से ज्यादा कांवडिय़ों एवं शिवभक्तों द्वारा जलाभिषेक किए जाने का अनुमान हैं।