प्रवेश शुक्ला गुनहगार, लेकिन एनएसए की कार्रवाई से हुआ ब्राह्मणों का अपमान

-ब्राह्मणों का अपमान करके अपने फायदे का काम कर रहे एमपी के सीएम: केके शर्मा

गाजियाबाद। आजकल मध्य प्रदेश के सीधी में आदिवासी समाज के दशमत रावत के साथ हुई अशोभनीय प्रणित घटना की चर्चा है, निंदनीय है। इसमें कोई दो राय नहीं, लेकिन घटना के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जो किया वह भी ठीक नहीं हुआ। सीधी में आदिवासी समाज के दशमत रावत के साथ हुई अशोभनीय प्रणित घटना को निदंनीय बताते हुए सोशल चौकीदार के संस्थापक केके शर्मा ने राजनीति षडय़ंत्र बताया है। उन्होंने शनिवार को पत्र जारी करते हुए कहा यह घटना २०२० की थी। अचानक ३ साल बाद यह कार्यवाही क्यों हुई। ३ साल बाद आप कार्यवाही करते हैं, घटना कारित करने वाले व्यक्ति प्रवेश शुक्ला को आप जेल भेजते हैं, यहां तक ठीक है। लेकिन उसके ऊपर एनएसए लगा देना जो आतंकवादी पर लगाया जाता है या बड़े क्रिमिनल अथवा देशद्रोही पर लगाया जाता है। घर पर बुलडोजर भी चलाया गया, क्या प्रवेश शुक्ला आतंकवादी था? क्या प्रवेश आदतन अपराधी था। जो उसके साथ आतंकवादियों जैसा व्यवहार किया गया। इतना ही नहीं जिस दशमत रावत के पैर धोकर मुख्यमंत्री ने चुनाव जीतने का एक पैंतरा चलाया है। वह व्यक्ति मीडिया में कह रहा है कि मेरे साथ ऐसी घटना नहीं हुई, मुझे याद ही नहीं, असलियत यह थी दसमत रावत एवं प्रवेश शुक्ला दोनों ही शराब के जबरदस्त नशे में थे और नशे में यह घटना हुई।

आतंकवादी घटना नहीं और मेरे विचार से प्रवेश शुक्ला एक ब्राह्मण था, इसलिए मुख्यमंत्री उसके साथ इतना अत्याचार कर सकें, अगर उनकी जाति का व्यक्ति होता तो आतंकवादी नहीं बनाया जाता। ब्राह्मण समाज भारतीय जनता पार्टी का समर्थक है, यह बात भी सत्य है कि ब्राह्मण जिसके साथ होता है वह पार्टियां सरकार बनाती चली आई है। चाहे वह कांग्रेस हो, चाहे बसपा, चाहे भाजपा। इसका मतलब यह नहीं है कि ब्राह्मणों को बहुत हल्के में लिया जाए और कदम कदम पर उसे अपमानि किया जाए। आपको ओबीसी की जरूरत, आपको आदिवासी की जरूरत है। लेकिन ब्राह्मणों का अपमान करके आप अपने फायदे का काम नहीं कर रहे है। जेएनयू में पोस्टर लगे ब्राह्मणों देश छोड़ो, तब सरकार ने कुछ नहीं किया और समय-समय पर यह भी कहा जाता रहा कि ब्राह्मणों से गलती हो गई, जातिवाद ब्राह्मणों ने फैलाया। यह ब्राह्मणों का अपमान है।

केके शर्मा ने कहा यह बात सत्य है कि राष्ट्र के लिए मोदी और योगी की बहुत जरूरत है, इसीलिए भाजपा की भी जरूरत है। हम जातिवाद के समर्थक नहीं हैं, आप जातिगत आरक्षण समाप्त कीजिए हम आपके साथ हैं। आप सारी जातियों को समाप्त करने का कानून लाइये, हम आपको समर्थन देंगे। सत्ता मेंं आने के लिए बहुत सारे काम करने पड़ते हैं, करने भी चाहिए। लेकिन किसी जाति को अपमानित नहीं करने का अधिकार किसी को नहीं है। दूसरी तरफ उन जातियों की खुशामद करते हैं, जो महीनों सड़क रोक कर बैठ गए। लाल किले पर चढ़ाई कर दी और पानी पी पीकर आपको गालियां देते हैं। ब्राह्मण एक शांत और बुद्धिजीवी वर्ग है। आपका समर्थन करता है फिर भी आप अपमानित करते करते रहते हैं, यह भी सत्य है किस देश का ५० प्रतिशत ब्राह्मण गरीबी रेखा से नीचे हैं, इसलिए आपको चाहिए कि उनके लिए कुछ करें, ना कि उन्हें बलि का बकरा बनाए। हिंदुत्व का झंडा ब्राह्मण ही ऊंचा किए हुए हैं। इसलिए उन्हें अपमानित करना मत करिए। क्योंकि ब्राह्मण अगर भाजपा को वोट नहीं करेंगे तो भाजपा हार जाएगी और ऐसे लोग सत्ता में आ जाएंगे जो देश को लूटते रहे हैं और आगे भी लूटेंगे।