गाजियाबाद में दो ड्राइविंग ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट खोलने की तैयारी शुरु

-आवेदक को टेस्टिंग ट्रैक पर चलानी होगी गाड़ी

गाजियाबाद। जनपद में दो ड्राइविंग ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट खोले जाने की तैयारी शुरू हो गई है। उम्मीद है कि अगले साल अपै्रल और मई तक यह तैयार हो जाएंगे। इन दोनों इंस्टीट्यूट में लगभग पांच किलोमीटर का अंतर होगा। दोनों केंद्र राजनगर एक्सटेंशन क्षेत्र में ही बनेंगे। प्रदेश शासन ने इंस्टीट्यूट खोलने के लिए हरी झंडी दे दी है। इनके शुरू होने के बाद से ड्राइविंग लाइसेंस बनाने में संभागीय परिवहन विभाग का हस्तक्षेप खत्म हो जाएगा। जिले में प्रतिदिन 250 से 350 ड्राइविंग लाइसेंस बनते हैं। इनमें स्थाई लाइसेंस और रिन्युअल लाइसेंस शामिल हैं। हालांकि प्रदेश सरकार की ओर से जिले को स्थाई लाइसेंस के लिए 390 स्लॉट तय हैं। इसके बाद भी लर्निंग और स्थाई लाइसेंस के लिए अधिकारियों के पास सिफारिश आती है। अस्थाई लाइसेंस का पूरा काम ऑनलाइन हो चुका है।

आवेदन से लेकर टेस्ट देने तक का सभी काम घर बैठे ही किया जा सकता है। प्रदेश शासन ने विभागीय हस्तक्षेप को खत्म करने के लिए अब जिले में दो डीटीआई केंद्रों को मंजूरी दे दी है। इनमें एक केंद्र डासना और दूसरा केंद्र गुलधर में खोलने की तैयारी शुरू हो गई हैं। यह दोनों सेंटर दो-दो एकड़ जमीन में खोले जाएंगे। एआरटीओ प्रशासन राहुल श्रीवास्तव ने बताया कि प्रदेश शासन ने डीटीआई को अपै्रल और मई माह तक निर्माण करने के निर्देश दिए है। इसके लिए मौके पर जमीन का मुआयना कर लिया गया है।

उम्मीद है कि इन दोनों केंद्रों पर जल्द निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा। इन केंद्रों के खोले जाने के बाद ड्राइविंग लाइसेंस आवेदन के लिए लोगों को ड्राइविंग ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट में अपना नामांकन कराना होगा। उनके द्वारा आयोजित टेस्ट पास करना होगा। आवेदक को टेस्टिंग ट्रैक पर गाड़ी चलानी होगी। ट्रैक पर लगे ऑटोमेटिक सेंसर मुख्य कंप्यूटर से जुड़े होंगे। जो ऑटोमेटिक मोड़ में होने से आवेदक का परिणाम तुरंत दे देंगे। इसमें पास होने पर आवेदक का ड्राइविंग लाइसेंस निर्गत कर दिया जाएगा। आवेदक को चार सफ्ताह के भीतर टेस्ट पास करना होगा।