प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मन की बात ने कोविड में बढ़ाया देश का संकल्प: हरदीप सिंह पुरी

-यशोदा हॉस्पिटल, कौशांबी में सीएमडी के नेतृत्व में केंद्रीय मंत्री व डॉक्टरों ने सुनी पीएम मोदी के मन की बात  

गाजियाबाद। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बहुचर्चित मन की बात प्रोग्राम का रविवार को 100वां एपिसोड प्रसारित किया गया। 100वें एपिसोड को लेकर देशभर में खास तैयारियां की गई थी। वहीं यशोदा हॉस्पिटल, कौशांबी में  मन की बात कार्यक्रम का संजीव प्रसारण किया गया। हॉस्पिटल के सीएमडी डॉ पीएन अरोड़ा एवं डायरेक्टर डॉ उपासना अरोड़ा की अध्यक्षता में 400 से ज्यादा लोगों ने भाग पीएम मोदी के मन की बात को सुना। कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी, जनरल वीके सिंह भी मौजूद रहें। कार्यक्रम के दौरान पीएम मोदी ने कहा कि मन की बात जिस विषय से जुड़ा वो जन-आंदोलन बन गया और उसे जन-आंदोलन आप लोगों ने बनाया। जब मैंने तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के साथ साझा मन की बात की थी, उसकी चर्चा पूरे विश्व में हुई थी। पीएम मोदी ने कहा कि यह मेरे लिए महज एक कार्यक्रम नहीं, बल्कि एक आध्यात्मिक यात्रा है।

केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि मन की बात के माध्यम से सोशल मेसेजिंग के जरिए आज स्वछता, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ जैसे अनेक कार्यक्रमों को जीवंत स्वरूप मिला है और वह एक आंदोलन बन गए हैं। आज के कार्यक्रम में युनेस्को की डॉयरेक्टर जनरल नेे मोदी जी से सवाल पूछा कि आप इतने बड़े देश में संस्कृति एवं  जनता की देश को आगे बढ़ाने की सोच पैदा करने की बात कैसे करते हैं, इस पर हरदीप सिंह पुरी ने कहा मैं बता दूँ कि यह वही जरिया है जिसे मन की बात कार्यक्रम के तहत मोदी जी जनता से रुबरु होते हैं।

जनरल वीके सिंह ने कहा कि मन की बात कार्यक्रम के माध्यम से देश के लोग सीधे-सीधे प्रधानमंत्री जी से जुड़े हुए हैं और यह देश को सीधे आगे ले जाने का एक जन आंदोलन बन गया है। मन की बात कार्यक्रम से स्वच्छता के प्रति सामूदायिक कार्य, स्वास्थ्य, महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण और स्थायी विकास लक्ष्यों से संबंधित विषयों को उत्प्रेरणा मिल रही है। तीन अक्टूबर 2014 को पीएम ने पहले अपने मन की बात कार्यक्रम को संबोधित किया था। तब से लेकर आज तक हर महीने प्रधानमंत्री देश को मन की बात के जरिए देश के लोगों से बात करते हैं। मन की बात कार्यक्रम के लिए आम लोगों से मुद्दे मांगे जाते हैं। लोग अलग-अलग माध्यमों से जिन मुद्दों पर प्रधानमंत्री को सुनना चाहते हैं, उनमें से कुछ मुद्दों पर प्रधानमंत्री महीने के आखिरी रविवार को बात करते हैं। कार्यक्रम के दौरान कई बार आम लोगों से भी प्रधानमंत्री बात करते हैं। उनके अनुभव के जरिए देश के लोगों को जागरूक करने की कोशिश करते हैं।

सीएमडी डॉ पीएन अरोड़ा ने कहा पीएम मोदी मन की बात से जरिये कई कार्यक्रम सामने लाते हैं। सेल्फी विद डॉटर्स का भी उल्लेख किया, जिसे भारत में बहुत बढ़ावा मिला। उन्होंने कहा कि ‘कोविड महामारी के दौरान देश के लोगों को साहस चाहिए था। मन की बात के जरिये पीएम मोदी ने जनता को कठिन वक्त से निपटने के लिए हौसला दिया। इसी तरह वोकल फॉर लोकल, आत्मनिर्भर भारत जैसे अभियान आगे बढ़ाए गए। भारत में ज्यादातर लोगों ने पहली बार यूनिकॉर्न शब्द को सुना। जो भारत में कॉमन शब्द नहीं है। भले ही अमेरिका में ये एक आम शब्द है। मन की बातÓ भारत के बदलावों की बात है। ये तेजी से आगे बढ़ते भारत और तेजी से आगे बढऩे की इच्छा रखने वाले भारत की बात है। कार्यक्रम में जस्टिस भंवर सिंह, कुलभूषण आहूजा, राम बहादुर राय, अजय सिंह एवं हॉस्पिटल के डॉक्टरों एवं स्टाफ ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।