बस की ड्राइवरी छोड़कर बन गया दिल्ली का दरोगा और वर्दी का रौब दिखाकर लोगों से करता था ठगी, क्राइम ब्रांच ने दबोचा

गाजियाबाद। दिल्ली के फर्जी सब इंस्पेक्टर को क्राइम ब्रांच की टीम ने गिरफ्तार किया है। वह लोगों से सब इंस्पेक्टर बनकर रुपए ऐंठता था। एडीसीपी सच्चिदानंद ने बताया गुरुवार को क्राइम ब्रांच प्रभारी अब्दुर रहमान सिद्दीकी की टीम ने गुरुवार को लोनी क्षेत्र से योगेश कुमार शर्मा पुत्र सतपाल शर्मा निवासी ग्राम गोठरा थाना खेकडा जनपद-बागपत को गिरफ्तार किया है। जिसकी निशानदेही पर दिल्ली पुलिस के सब इंस्पेक्टर की 5 वर्दी, सफेद धातु के स्टार- 4, दिल्ली पुलिस के शोल्डर बैज (डीपी) सफेद धातु-2, दिल्ली पुलिस की बेल्ट-1, दिल्ली पुलिस सब इंस्पेक्टर का फर्जी आई कार्ड-1 बरामद किया गया। उन्होंने बताया पकड़ा गया आरोपी हाईस्कूल पास है। उसने ड्राइविंग सीखी और दिल्ली मे प्राइवेट बस चलाने लगा फिर जब वो बस बंद हो गयी तो इसने उधार पैसा लेकर अपनी बस खरीद ली और चलाने लगा। लेकिन उसमे काफी घाटा हो गया और उधार लिया पैसा नही चुका सका तो ये हरिद्वार भाग गया और हरिद्वार मे सत्संग आश्रम मे रहने लगा।

तीन वर्ष वहां रहने के बाद वापस आया और इन्दिरापुरम मे सहरावत की बस चलाने लगा, इसकी गलत संगत व आदतो के कारण पत्नी ने भी छोड दिया। फिर ये ग्राम गोठरा थाना खेकडा बागपत मे रहने लगा और इसने दिल्ली पुलिस के सब इंस्पेक्टर की कई वर्दियां बनवा ली और गांव के लोगो को बता दिया कि मैं दिल्ली पुलिस मे सब इन्सपैक्टर हूँ। गांव से वर्दी पहनकर मोटरसाइकिल से निकलता था और लोनी, ट्रोनिका सिटी, लोनी बॉर्डर व उससे लगे दिल्ली के आस-पास के थानो में अपने एक साथी के साथ मिलकर विवादित प्रॉपर्टियों व प्रकरणो को डरा धमकाकर निपटारा करने लगा और अवैध उगाही करने लगा। फर्जी पुलिस सब इन्सपैक्टर बनकर यह काम करीब 2-3 वर्षो से कर रहा है। इसने दिल्ली पुलिस का एक फर्जी आई कार्ड भी बनवा लिया था और जरूरत पडने पर उसे दिखा दिया करता था, कभी-कभी सादे कपड़ों मे भी क्राइम ब्रांच का अधिकारी बताया करता था। पहले भी क्राइम ब्रॉन्च का अधिकारी बनकर धोखाधडी कर चुका है, जो कि वर्ष 2021 में जेल जा चुका है।