रेप केस में फंसे पूर्व मंत्री के आवास पर छापा

ईडी की जांच में बेनामी संपत्तियों का खुलासा

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के पूर्व कैबिनेट मंत्री गायत्री प्रजापति फिर सुर्खियों में हैं। रेप केस में जेल में बंद प्रजापति के अमेठी आवास पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा छापा मारा गया। ऐसे में 11 लाख रुपए की पुरानी करेंसी के अलावा 5 लाख रुपए की कीमत के सादे स्टाम्प पेपर, डेढ़ लाख की नकदी और सौ से ज्यादा बेनामी संपत्तियों के दस्तावेज बरामद किए गए। इस कार्रवाई के बाद प्रजापति की मुश्किलें और बढऩा तय हैं। पूर्व कैबिनेट मंत्री गायत्री प्रजापति रेप केस में लंबे समय से जेल में बंद हैं। खनन पट्टों के आवंटन में धांधली के प्रकरण में प्रजापति के विरूद्ध प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और सीबीआई जांच चल रही है। इस जांच के सिलसिले में ईडी की टीम ने गायत्री प्रजापति के अमेठी आवास पर छापा मारा था। छापे के दरम्यान प्रजापति के आवास से 11 लाख रुपए की पुरानी करेंसी, 5 लाख रुपए लागत के सादे स्टाम्प पेपर, डेढ़ लाख रुपए और सौ से अधिक बेनामी संपत्तियों के कागजात मिले हैं। जांच में ईडी को मालूम पड़ा है कि गायत्री प्रजापति की लखनऊ, कानपुर, मुंबई, सीतापुर सहित 6 से ज्यादा शहरों में संपत्ति है। आरोप है कि यह संपत्ति खनन की कमाई से बनाई गई है। प्रवर्तन निदेशालय के मुताबिक कई बेनामी संपत्तियों में निवेश किया गया है। यह बेनामी संपत्तियां प्रजापति के करीबी रिश्तेदारों, निजी सहायकों और ड्राइवरों के नाम पर ली गई हैं। बता दें कि उप्र प्रदेश में अखिलेश यादव सरकार में गायत्री प्रजापति कैबिनेट मंत्री रहे थे। उन पर एक युवती ने रेप का आरोप लगाया था। बाद में उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था। काफी समय से वह जेल में बंद हैं। कैबिनेट मंत्री रहने के दौरान गायत्री प्रजापति का अलग जलवा देखने को मिलता था। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और सीबीआई के शिकंजे में आने के बाद से वह मुश्किलों में घिर गए हैं।